नगर निगम ने 15 दिनों में 150 करोड़ रुपए से अधिक की प्रॉपर्टी को अपने कब्जे में लिया, 68 करोड़ रुपए की जमीन कब्जा मुक्त: Indiatwoday.

नगर निगम ने शनिवार देर शाम 68 करोड़ रुपए की जमीन को खाली कराया। पिछले 15 दिन में विभाग करीब 150 करोड़ रुपए से ज्यादा की जमीन को भूमाफियाओं से कब्जा मुक्त करा चुका है। नौबस्ताकलां में भूमाफियाओं के कब्जे से सरकारी जमीन मुक्त कराया गया। इस दौरान नगर निगम और चिनहट थाने की पुलिस के सहयोग से यह अभियान चलाया गया। अपर नगर आयुत्त पंकज श्रीवास्तव ने यह इसका नेतृत्व किया। 19 हजार वर्ग मीटर भूमि को खाली कराया गया। मौजूदा समय बाजार में इसकी कीमत करीब 68 करोड़ रुपए है। जेहटा में 22 करोड़ रुपए की जमीन खाली कराई इससे पहले जेहटा गांव में भी करीब 22 करोड़ रुपए की जमीन खाली कराई गई। खसरा संख्या-1337, 1346, 1363, 1366 पर कब्जा था। कागजों पर यह जमीन नजूल की थी। बावजूद इसके यहां निर्माण कराया गया था। स्थानीय पुलिस, नगर निगम के सहयोग से करीब 13,530 वर्गमीटर (1,45,637 वर्गफुट) जमीन को खाली कराया गया। 1550 करोड़ रुपए की जमीन खाली कराई गई नगर आयुक्त ने बताया कि अभियान चलाए जाने के बाद से 1550 करोड़ रुपए से ज्यादा की जमीन खाली कराई गई है। आगे नगर निगम का टारगेट 3000 करोड़ रुपए से ज्यादा की जमीन खाली कराने का है। अवैध कब्जे की जांच में पता चल रहा है कि बड़ी संख्या में लोगों ने अपने-अपने मौके की सरकारी जमीन को कब्जा कर लिया है। यहां तक की तालाब तक को कई जगह पाट दिया गया है। उस जगह पर प्लाटिंग की जा रही है।

Oct 20, 2024 - 02:55
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नगर निगम ने 15 दिनों में 150 करोड़ रुपए से अधिक की प्रॉपर्टी को अपने कब्जे में लिया, 68 करोड़ रुपए की जमीन कब्जा मुक्त: Indiatwoday.
नगर निगम ने शनिवार देर शाम 68 करोड़ रुपए की जमीन को खाली कराया। पिछले 15 दिन में विभाग करीब 150 करोड़ रुपए से ज्यादा की जमीन को भूमाफियाओं से कब्जा मुक्त करा चुका है। नौबस्ताकलां में भूमाफियाओं के कब्जे से सरकारी जमीन मुक्त कराया गया। इस दौरान नगर निगम और चिनहट थाने की पुलिस के सहयोग से यह अभियान चलाया गया। अपर नगर आयुत्त पंकज श्रीवास्तव ने यह इसका नेतृत्व किया। 19 हजार वर्ग मीटर भूमि को खाली कराया गया। मौजूदा समय बाजार में इसकी कीमत करीब 68 करोड़ रुपए है। जेहटा में 22 करोड़ रुपए की जमीन खाली कराई इससे पहले जेहटा गांव में भी करीब 22 करोड़ रुपए की जमीन खाली कराई गई। खसरा संख्या-1337, 1346, 1363, 1366 पर कब्जा था। कागजों पर यह जमीन नजूल की थी। बावजूद इसके यहां निर्माण कराया गया था। स्थानीय पुलिस, नगर निगम के सहयोग से करीब 13,530 वर्गमीटर (1,45,637 वर्गफुट) जमीन को खाली कराया गया। 1550 करोड़ रुपए की जमीन खाली कराई गई नगर आयुक्त ने बताया कि अभियान चलाए जाने के बाद से 1550 करोड़ रुपए से ज्यादा की जमीन खाली कराई गई है। आगे नगर निगम का टारगेट 3000 करोड़ रुपए से ज्यादा की जमीन खाली कराने का है। अवैध कब्जे की जांच में पता चल रहा है कि बड़ी संख्या में लोगों ने अपने-अपने मौके की सरकारी जमीन को कब्जा कर लिया है। यहां तक की तालाब तक को कई जगह पाट दिया गया है। उस जगह पर प्लाटिंग की जा रही है।

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