KGMU में बहुत जल्द शुरू होगा बोन बैंक:ट्रांसप्लांट मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत,हड्डी के ट्यूमर पर एक्सपर्ट ने दी टिप्स
KGMU में बहुत जल्द बोन बैंक शुरू होगा। इसके लिए सभी जरूरी प्रक्रिया पूरी की जा रही हैं। यूपी के किसी सरकारी चिकित्सा संस्थान में पहली बार बोन बैंक की स्थापना होगी। ये जानकारी KGMU ऑर्थोपेडिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार ने दी। वे हजरतगंज के होटल क्लार्क अवध में आयोजित KGMU ऑर्थोपेडिक ऑन्कोलॉजी के पहले मास्टर क्लास को संबोधित कर रहे थे। बोन बैंक में रखा जाएगा कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष KGMU के ऑर्थोपेडिक के डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि जिनका सड़क या किसी दूसरे हादसे में हाथ पैर या वह अंग खराब हो जाता है। उस जगह की हड्डी को बोन बैंक में रख लिया जाएगा। उसके बाद उस हड्डी को जरुरतमंद मरीज का कूल्हा व घुटना प्रत्यारोपण में काम में लाया जा सकेगा, क्योंकि सुरक्षित की गई हड्डी मानव शरीर से ही ली गई होंगी, इसलिए वह अप्राकृतिक हड्डी से बेहतर मरीज के शरीर में कार्य करेगी। डॉ.आशीष कुमार ने बताया कि हड्डी के ट्यूमर समाज के लिए एक गंभीर बीमारी है, क्योंकि उचित इलाज के अभाव में कई लोगों को अपने अंग या जान तक गंवानी पड़ती है। हर उम्र के मरीज इस बीमारी से पीडित हैं। इसका इलाज बहुत महंगा है। देश के अधिकांश मरीज निजी अस्पतालों में इस इलाज का खर्च नहीं उठा सकते हैं। समय के साथ कैंसर का इलाज सरकारी संस्थानों में बढ़ रहा है। फिर भी बड़ी संख्या में लोग उन मॉडर्न संस्थानों तक नहीं पहुंच पाते हैं। KGMU का ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग कैंसर देखभाल से संबंधित अन्य विभागों के साथ मिलकर गरीब मरीजों के इलाज के लिए काम कर रहा है। कई विभागों के साथ मिलकर काम करेगा बोन बैंक डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि आयुष्मान, असाध्य, बीपीएल, विपन्न आदि जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत क्यूरेटेज, सीमेंटिंग, मेगाप्रोस्थेसिस, इंजेक्शन, क्रायोथेरेपी इलाज दिया जा रहा है। इलाज में कीमो, रेडियोथेरेपी और सर्जरी शामिल है। कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद के मार्गदर्शन से जल्द ही डालीगंज लिंब सेंटर के पास सुपर स्पेशियलिटी भवन में बोन बैंक शुरू होगा। कार्यक्रम में रेडियोडायग्नोसिस से प्रो. मनोज कुमार, रेडियोथेरेपी से प्रो. सुधीर सिंह, मेडिकल और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी से प्रो. समीर गुप्ता, होमी भाभा कैंसर अस्पताल चंडीगढ़ के निदेशक प्रो. आशीष गुलिया, एम्स, भोपाल व गोरखपुर के निदेशक प्रो. अजय सिंह, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट प्रो. सीमा गुलिया, नई दिल्ली से डॉ. अक्षय तिवारी व डॉ. ब्रजेश नंदन, मोहाली से डॉ. जगनदीप एस विर्क, कोयंबटूर से डॉ. राजभास्कर आर मौजूद रहे।
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