SNMC में एक्सरे के लिए मिलती है पीली पर्ची:दैनिक भास्कर ने लिया ओपीडी का हाल, मरीजों का कहना- नहीं मिलती दवाएं

आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में एक्सरे के लिए एक खास पीली पर्ची दी जाती है। एक्सरे कराने के लिए मरीजों को मेडिकल कॉलेज के पीछे एक प्राइवेट एक्सरे सेंटर पर भेजा जाता है। दवाएं पूरी नहीं दी जाती हैं। बाहर से दवाएं लेने को कहा जाता है। यह सारी हकीकत दैनिक भास्कर को खुद मरीजों और तीमारदारों ने बताई है। सोमवार को मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में दैनिक भास्कर हालात देखने के लिए पहुंचा। ओपीडी में पर्चा बनवाने के लिए सैंकड़ों लोग लाइन में खड़े थे। लोगों ने बताया कि उन्हें लाइन में एक घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। पर्चा नहीं पा रहा है। जैसे ही हमने वीडियो बनाना शुरू किया, एक सिक्योरिटी वाले ने रोक दिया। कहा- क्यों बना रहे हो वीडियो। जवाब दिया गया कि मीडिया से हैं तो बोला कि अपना आई कार्ड दिखाओ। उसे आई कार्ड दिखाने के बाद उसने कहा कि यहां वीडियो बनाना मना है। उससे बात करके ओपीडी पहुंचे। वहां हर विभाग की ओपीडी के बाहर लाइन थी। लोग सुबह से डॉक्टरों का इंतजार कर रहे थे, लेकिन डॉक्टर 10:30 बजे तक ओपीडी में नहीं पहुंचे थे। यह कैसा सरकारी अस्पताल हाथरस से आए रामवीर का पिछले 9 महीने से मेडिसिन विभाग में इलाज चल रहा है। वे सुबह 5 बजे अपने घर से निकल आए थे। 9 बजे से डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे। 10:30 बजे पूछवाया गया कि डॉक्टर कितने बजे आएंगे तो पता चला कि रास्ते में हैं, थोड़ी देर में पहुंच रहे हैं। रामवीर की पत्नी सुधा ने बताया कि 9 महीने में खांसी के इलाज में 15 हजार रुपए से ज्यादा खर्च कर चुके हैं। अभी तक ठीक से बता नहीं पाए हैं कि क्या दिक्कत है। दवाएं कभी भी नहीं मिलती हैं। एक-दो बार सिर्फ 5 दिन की दवा दी गई है। बाहर से दवा लेने को कहते हैं। महीने की 1500 रुपये की दवाई आती है। आने-जाने का खर्चा अलग है। सुबह 5 बजे घर से निकलते हैं, दोपहर दो बजे तक यहीं रहते हैं। उसके बाद शाम को घर पहुंचते हैं। एक महीने पहले जांच के लिए हर रोज बुलाया था। हाथरस से यहां रोज आने में बहुत परेशानी हुई। सुधा का कहना है कि नाम का सरकारी अस्पताल है। खून की जांच के लिए भी 500 रुपए दिए और एमआरआई के लिए भी 3 हजार रुपए लिए गए। मल्टी विटामिन दे दी है ओपीडी में अपनी कमर दर्द का इलाज कराने पहुंचे नालबंद से सुधीर ने बताया कि उन्हें एक्सरे के लिए एक पीली पर्ची दे दी है। जिस पर विजय एक्सरे सेंटर लिखा है। अंदर एक्सरे नहीं करा रहे हैं। दवा भी पूरी नहीं दी है। सिर्फ मल्टीविटामिन, ट्यूब और एक दवा और दे दी है। बाकी दवा के लिए बोला है कि बाहर से ले लो, यहां खत्म हो गई हैं। अलीगढ़ से आए श्यामवीर ने बताया कि वो एक घंटा लाइन में पर्चा बनवाने के लिए लगे रहे। इसके बाद भी पर्चा नहीं बना तो उन्होंने ऑनलाइन पर्चा बनवाया। 250 रुपए में कराया एक्सरे दयालबाग से आए मनोज कुमार ने बताया कि उनका एक्सीडेंट हो गया था। एक महीने पहले सर्जरी कराई। अब इलाज चल रहा है। एक एक्सरे मेडिकल कॉलेज में कराया गया, उसके बाद पीली पर्ची विजय एक्सरे सेंटर की दे दी। वहां 250 रुपए में एक्सरे कराया। दवाएं भी नहीं दी गईं। बाहर से दवाएं लीं। मनोज ने बताया कि मेडिकल स्टोर पर जो दवा 4 हजार रुपए की थी, वही दवा उन्होंने जुगाड़ से प्रधानमंत्री जन औषधि से 1400 रुपए में ली। कहने लगे कमीशन का खेल है।

Nov 11, 2024 - 13:10
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SNMC में एक्सरे के लिए मिलती है पीली पर्ची:दैनिक भास्कर ने लिया ओपीडी का हाल, मरीजों का कहना- नहीं मिलती दवाएं
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में एक्सरे के लिए एक खास पीली पर्ची दी जाती है। एक्सरे कराने के लिए मरीजों को मेडिकल कॉलेज के पीछे एक प्राइवेट एक्सरे सेंटर पर भेजा जाता है। दवाएं पूरी नहीं दी जाती हैं। बाहर से दवाएं लेने को कहा जाता है। यह सारी हकीकत दैनिक भास्कर को खुद मरीजों और तीमारदारों ने बताई है। सोमवार को मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में दैनिक भास्कर हालात देखने के लिए पहुंचा। ओपीडी में पर्चा बनवाने के लिए सैंकड़ों लोग लाइन में खड़े थे। लोगों ने बताया कि उन्हें लाइन में एक घंटे से ज्यादा का समय हो गया है। पर्चा नहीं पा रहा है। जैसे ही हमने वीडियो बनाना शुरू किया, एक सिक्योरिटी वाले ने रोक दिया। कहा- क्यों बना रहे हो वीडियो। जवाब दिया गया कि मीडिया से हैं तो बोला कि अपना आई कार्ड दिखाओ। उसे आई कार्ड दिखाने के बाद उसने कहा कि यहां वीडियो बनाना मना है। उससे बात करके ओपीडी पहुंचे। वहां हर विभाग की ओपीडी के बाहर लाइन थी। लोग सुबह से डॉक्टरों का इंतजार कर रहे थे, लेकिन डॉक्टर 10:30 बजे तक ओपीडी में नहीं पहुंचे थे। यह कैसा सरकारी अस्पताल हाथरस से आए रामवीर का पिछले 9 महीने से मेडिसिन विभाग में इलाज चल रहा है। वे सुबह 5 बजे अपने घर से निकल आए थे। 9 बजे से डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे। 10:30 बजे पूछवाया गया कि डॉक्टर कितने बजे आएंगे तो पता चला कि रास्ते में हैं, थोड़ी देर में पहुंच रहे हैं। रामवीर की पत्नी सुधा ने बताया कि 9 महीने में खांसी के इलाज में 15 हजार रुपए से ज्यादा खर्च कर चुके हैं। अभी तक ठीक से बता नहीं पाए हैं कि क्या दिक्कत है। दवाएं कभी भी नहीं मिलती हैं। एक-दो बार सिर्फ 5 दिन की दवा दी गई है। बाहर से दवा लेने को कहते हैं। महीने की 1500 रुपये की दवाई आती है। आने-जाने का खर्चा अलग है। सुबह 5 बजे घर से निकलते हैं, दोपहर दो बजे तक यहीं रहते हैं। उसके बाद शाम को घर पहुंचते हैं। एक महीने पहले जांच के लिए हर रोज बुलाया था। हाथरस से यहां रोज आने में बहुत परेशानी हुई। सुधा का कहना है कि नाम का सरकारी अस्पताल है। खून की जांच के लिए भी 500 रुपए दिए और एमआरआई के लिए भी 3 हजार रुपए लिए गए। मल्टी विटामिन दे दी है ओपीडी में अपनी कमर दर्द का इलाज कराने पहुंचे नालबंद से सुधीर ने बताया कि उन्हें एक्सरे के लिए एक पीली पर्ची दे दी है। जिस पर विजय एक्सरे सेंटर लिखा है। अंदर एक्सरे नहीं करा रहे हैं। दवा भी पूरी नहीं दी है। सिर्फ मल्टीविटामिन, ट्यूब और एक दवा और दे दी है। बाकी दवा के लिए बोला है कि बाहर से ले लो, यहां खत्म हो गई हैं। अलीगढ़ से आए श्यामवीर ने बताया कि वो एक घंटा लाइन में पर्चा बनवाने के लिए लगे रहे। इसके बाद भी पर्चा नहीं बना तो उन्होंने ऑनलाइन पर्चा बनवाया। 250 रुपए में कराया एक्सरे दयालबाग से आए मनोज कुमार ने बताया कि उनका एक्सीडेंट हो गया था। एक महीने पहले सर्जरी कराई। अब इलाज चल रहा है। एक एक्सरे मेडिकल कॉलेज में कराया गया, उसके बाद पीली पर्ची विजय एक्सरे सेंटर की दे दी। वहां 250 रुपए में एक्सरे कराया। दवाएं भी नहीं दी गईं। बाहर से दवाएं लीं। मनोज ने बताया कि मेडिकल स्टोर पर जो दवा 4 हजार रुपए की थी, वही दवा उन्होंने जुगाड़ से प्रधानमंत्री जन औषधि से 1400 रुपए में ली। कहने लगे कमीशन का खेल है।

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