अमावा राम मंदिर में अब भोजन के साथ अल्पाहर भी:राम विवाह के पावन पर्व से कचौड़ी और इमली की चटनी वाले आलूदम के साथ जलेबी भी मिलेगी

राम मंदिर के साथ सेवा का आयाम गढ़ रहे आचार्य किशोर कुणाल ने अब रामलला का दर्शन करने आने वाले भक्तों के लिए अल्पाहार की सुविधा देने का भी निर्णय लिया है। अब मंदिर की रसोई में रोज सुबह भक्तों को कचौड़ी और इमली की चटनी वाले आलू दम के साथ जलेबी भी मिलेगी।यह सुविधा मंदिर अमावा राज मंदिर ट्रस्ट आगामी 6 दिसंबर को राम विवाह के पावन अवसर के दिन से आरंभ करने जा रहा है। अब तक करीब 45 लाख से अधिक श्रद्धालु निशुल्क भोजन कर चुके हैं पूर्व आइपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल के संयोजन में रामलला के दर्शन मार्ग पर स्थित अमावा राम मंदिर की राम रसोई से पूरी भव्यता से चल रही है। 9 नवंबर 2019 को रामलला के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद से ही शुरू राम रसोई में अब तक करीब 45 लाख से अधिक श्रद्धालु निशुल्क भोजन कर चुके हैं। राम रसोई में पहले केवल एक समय भोजन कराया जाता था, किंतु इस वर्ष 16 मार्च से दोनों समय रामलला के दर्शनार्थियों को भोजन कराया जाता है। दोनों समय भोजन कराने का परिणाम यह हुआ कि अप्रैल से अक्टूबर माह तक ही राम रसोई में भोजन करने वालों की संख्या 20 लाख तक जा पहुंची। प्रथम पाली में भोजन का समय मध्याह्न 11:30 से 3:30 बजे तक तथा द्वितीय पाली में सायं 7:30 बजे से 9:30 बजे तक निर्धारित है। इन दिनों राम रसोई में प्रतिदिन औसतन 10 से 12 हजार तक भक्त भोजन करते हैंं। यह संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। राम रसोई की 5वीं वर्षगांठ के अवसर पर रामरसोई में श्रद्धालुओं के लिए प्रात:कालीन जलपान 6 दिसंबर यानी आगामी राम विवाहोत्सव के दिन राम रसोई की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर रामरसोई में श्रद्धालुओं के लिए प्रात:कालीन जलपान शुरू होगा। जलपान रामलला की आरती के बाद सुबह 8:15 से 10:15 तक मिलेगा। जलपान में श्रद्धालुओं को दो कचौड़ी, जलेबी, आलू दम और इमली की चटनी प्रदान की जाएगी। एक दिसंबर 2019 से शुरू राम रसोई में पहले महीने 23 हजार 342 भक्तों ने भोजन किया। 2020 में राम रसोई में भोजन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 1 लाख 77 हजार 502 ही रही सुप्रीमकोर्ट का निर्णय आने के बाद के कुछ महीनों में रामलला के दर्शनार्थियों और रामरसोई में भोजन करने वालों की संख्या में वृद्धि का अनुमान था, किंतु कोरोना संकट के चलते 2020 में राम रसोई में भोजन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख 77 हजार 502 तक ही पहुंच पाई। 2021 के पूर्वार्द्ध के बाद कोरोना संकट में कमी आनी शुरू हुई, तो रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि के साथ राम रसोई के भोजनार्थियों की संख्या में वृद्धि भी होनी शुरू हुई। इस वर्ष रामरसोई में तीन लाख 21 हजार 796 श्रद्धालुओं ने भोजन किया। कारोना संकट के बाद भक्तों की संख्या बढ़ी 2022 में कोरोना संकट पूरी तरह थमने और मंदिर निर्माण में प्रगति के साथ जहां रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि होने लगी, वहीं इस वर्ष राम रसोई में भोजन करने वालों की संख्या 7.50 लाख से ऊपर जा पहुंची। 2023 में यह संख्या 10 लाख 41 हजार 233 रिकार्ड की गई, तो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के साल के शुरुआती छह महीनों में ही रामरसोई में निश्शुल्क भोजन करने वालों की संख्या 10 लाख के पार जा पहुंची। राम रसोई में परोसे जाने वाले व्यंजनों की गुणवत्ता के साथ श्रद्धालुओं के सम्मान की पूरी चिंता की जाती है। उन्हें आसन पर पूरे सम्मान के साथ बैठा कर खिलाया जाता है।

Nov 23, 2024 - 10:30
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अमावा राम मंदिर में अब भोजन के साथ अल्पाहर भी:राम विवाह के पावन पर्व से कचौड़ी और इमली की चटनी वाले आलूदम के साथ जलेबी भी मिलेगी
राम मंदिर के साथ सेवा का आयाम गढ़ रहे आचार्य किशोर कुणाल ने अब रामलला का दर्शन करने आने वाले भक्तों के लिए अल्पाहार की सुविधा देने का भी निर्णय लिया है। अब मंदिर की रसोई में रोज सुबह भक्तों को कचौड़ी और इमली की चटनी वाले आलू दम के साथ जलेबी भी मिलेगी।यह सुविधा मंदिर अमावा राज मंदिर ट्रस्ट आगामी 6 दिसंबर को राम विवाह के पावन अवसर के दिन से आरंभ करने जा रहा है। अब तक करीब 45 लाख से अधिक श्रद्धालु निशुल्क भोजन कर चुके हैं पूर्व आइपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल के संयोजन में रामलला के दर्शन मार्ग पर स्थित अमावा राम मंदिर की राम रसोई से पूरी भव्यता से चल रही है। 9 नवंबर 2019 को रामलला के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद से ही शुरू राम रसोई में अब तक करीब 45 लाख से अधिक श्रद्धालु निशुल्क भोजन कर चुके हैं। राम रसोई में पहले केवल एक समय भोजन कराया जाता था, किंतु इस वर्ष 16 मार्च से दोनों समय रामलला के दर्शनार्थियों को भोजन कराया जाता है। दोनों समय भोजन कराने का परिणाम यह हुआ कि अप्रैल से अक्टूबर माह तक ही राम रसोई में भोजन करने वालों की संख्या 20 लाख तक जा पहुंची। प्रथम पाली में भोजन का समय मध्याह्न 11:30 से 3:30 बजे तक तथा द्वितीय पाली में सायं 7:30 बजे से 9:30 बजे तक निर्धारित है। इन दिनों राम रसोई में प्रतिदिन औसतन 10 से 12 हजार तक भक्त भोजन करते हैंं। यह संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। राम रसोई की 5वीं वर्षगांठ के अवसर पर रामरसोई में श्रद्धालुओं के लिए प्रात:कालीन जलपान 6 दिसंबर यानी आगामी राम विवाहोत्सव के दिन राम रसोई की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर रामरसोई में श्रद्धालुओं के लिए प्रात:कालीन जलपान शुरू होगा। जलपान रामलला की आरती के बाद सुबह 8:15 से 10:15 तक मिलेगा। जलपान में श्रद्धालुओं को दो कचौड़ी, जलेबी, आलू दम और इमली की चटनी प्रदान की जाएगी। एक दिसंबर 2019 से शुरू राम रसोई में पहले महीने 23 हजार 342 भक्तों ने भोजन किया। 2020 में राम रसोई में भोजन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 1 लाख 77 हजार 502 ही रही सुप्रीमकोर्ट का निर्णय आने के बाद के कुछ महीनों में रामलला के दर्शनार्थियों और रामरसोई में भोजन करने वालों की संख्या में वृद्धि का अनुमान था, किंतु कोरोना संकट के चलते 2020 में राम रसोई में भोजन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख 77 हजार 502 तक ही पहुंच पाई। 2021 के पूर्वार्द्ध के बाद कोरोना संकट में कमी आनी शुरू हुई, तो रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि के साथ राम रसोई के भोजनार्थियों की संख्या में वृद्धि भी होनी शुरू हुई। इस वर्ष रामरसोई में तीन लाख 21 हजार 796 श्रद्धालुओं ने भोजन किया। कारोना संकट के बाद भक्तों की संख्या बढ़ी 2022 में कोरोना संकट पूरी तरह थमने और मंदिर निर्माण में प्रगति के साथ जहां रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि होने लगी, वहीं इस वर्ष राम रसोई में भोजन करने वालों की संख्या 7.50 लाख से ऊपर जा पहुंची। 2023 में यह संख्या 10 लाख 41 हजार 233 रिकार्ड की गई, तो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के साल के शुरुआती छह महीनों में ही रामरसोई में निश्शुल्क भोजन करने वालों की संख्या 10 लाख के पार जा पहुंची। राम रसोई में परोसे जाने वाले व्यंजनों की गुणवत्ता के साथ श्रद्धालुओं के सम्मान की पूरी चिंता की जाती है। उन्हें आसन पर पूरे सम्मान के साथ बैठा कर खिलाया जाता है।

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