अयोध्या में कोहरे के साथ छाया धुंध:वायु गुणवत्ता में आई कमी, सीजन का सबसे घना कोहरा छाया

अयोध्या में सुबह घने कोहरे और धुंध ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गुरुवार को शहर का जनजीवन प्रभावित रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 177 पर पहुंच गया है, जो हवा की गुणवत्ता को खराब स्थिति में दर्शाता है। सुबह 10:00 के बाद कोहरे की चादर तो हटी, लेकिन आसमान में धुंध छाए रहा। सुबह लोगों नें आंखों में हल्की जलन भी महसूस किया। वहीं कोहरे ने दृश्यता इतनी कम कर दी है कि सड़क यातायात में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। लाइट जलाकर गुजरे वाहन चालक जिले में गुरुवार रात 3 बजे के बाद कोहरे छा गया। सबसे अधिक परेशान वाहन चालकों को उठानी पड़ी। क्यूंकि विजिबिलिटी घटकर 20 मीटर रही। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों और सुबह काम पर निकलने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को कोहरे की धुंध के कारण रास्ता पहचानने में मुश्किल हो रही है और फिसलन भरी सड़कों के कारण गिरने का भी खतरा बढ़ गया है। कोहरे और ठंड के कारण दिन में भी सर्दी का असर तेज हो गया है। फसलों पर गिरती ओस से किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ओस की नमी फसलों की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है और सड़न का खतरा बढ़ा देती है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 177 पर पंहुचा सूर्य की किरणों के साथ में कोहरे की चादर धीरे-धीरे छटने लगी। लेकिन धुंध का गुबार आसमान में छाया हुआ है। आसमान में हल्की धुंध बनी हुई है। सुबह शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 177 दर्ज किया गया। इससे मालूम होता है कि रामनगरी की हवा की गुणवत्ता को खराब स्थिति पहुंच गई है। यही कारण है लोगों की आंखों में हल्की जलन हो रही है।

Nov 14, 2024 - 12:50
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अयोध्या में कोहरे के साथ छाया धुंध:वायु गुणवत्ता में आई कमी, सीजन का सबसे घना कोहरा छाया
अयोध्या में सुबह घने कोहरे और धुंध ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गुरुवार को शहर का जनजीवन प्रभावित रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 177 पर पहुंच गया है, जो हवा की गुणवत्ता को खराब स्थिति में दर्शाता है। सुबह 10:00 के बाद कोहरे की चादर तो हटी, लेकिन आसमान में धुंध छाए रहा। सुबह लोगों नें आंखों में हल्की जलन भी महसूस किया। वहीं कोहरे ने दृश्यता इतनी कम कर दी है कि सड़क यातायात में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। लाइट जलाकर गुजरे वाहन चालक जिले में गुरुवार रात 3 बजे के बाद कोहरे छा गया। सबसे अधिक परेशान वाहन चालकों को उठानी पड़ी। क्यूंकि विजिबिलिटी घटकर 20 मीटर रही। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों और सुबह काम पर निकलने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को कोहरे की धुंध के कारण रास्ता पहचानने में मुश्किल हो रही है और फिसलन भरी सड़कों के कारण गिरने का भी खतरा बढ़ गया है। कोहरे और ठंड के कारण दिन में भी सर्दी का असर तेज हो गया है। फसलों पर गिरती ओस से किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ओस की नमी फसलों की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है और सड़न का खतरा बढ़ा देती है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 177 पर पंहुचा सूर्य की किरणों के साथ में कोहरे की चादर धीरे-धीरे छटने लगी। लेकिन धुंध का गुबार आसमान में छाया हुआ है। आसमान में हल्की धुंध बनी हुई है। सुबह शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 177 दर्ज किया गया। इससे मालूम होता है कि रामनगरी की हवा की गुणवत्ता को खराब स्थिति पहुंच गई है। यही कारण है लोगों की आंखों में हल्की जलन हो रही है।

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