आजमगढ़ में अवैध गांजे के साथ तीन गिरफ्तार:जौनपुर से आता था गांजा, पंखे और हीटर की दुकानों से होती थी बिक्री, SP सिटी बोले लगेगा गैंगस्टर
आजमगढ़ जिले के जीयनपुर थाने की पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में आजमगढ़ मऊ बॉर्डर पर चेकिंग के दौरान 48 किलोग्राम से अधिक गांजे के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बरामद गांजे की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में ₹500000 से अधिक बताई जा रही है। पुलिस की संयुक्त टीम को सूचना मिली थी कि बॉर्डर इलाके में गांजे की तस्करी हो रही है। इस सूचना पर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। इस अभियान के तहत एक सफेद रंग की मारुति कार आती दिखाई पड़ी। जब पुलिस ने कार को रोक कर चेक किया तो प्लास्टिक के झोले में चार पैकेट गांजे को बरामद किया गया। इसके साथ ही चार मोबाइल फोन और 4200 से अधिक रुपया भी बरामद किया गया। इस अभियान में स्वाट टीम के सब इंस्पेक्टर संजय सिंह और जीयनपुर प्रभारी जितेंद्र सिंह शामिल रहे। जौनपुर से आता था गांजा मामले का खुलासा करते हुए जिले के एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि यह गांजा जौनपुर से आता था और पंखे और हीटर की दुकानों में इसकी बिक्री की जाती थी। जौनपुर में 5000 के गांजे की कीमत आजमगढ़ में ₹10000 हो जाती है। इसके साथ ही जो भी मुनाफा होता है। उसे आपस में बांट लिया करते हैं। गिरफ्तार आरोपियों में रामचंद्र यादव कप्तानगंज थाना क्षेत्र आजमगढ़ अंकित जायसवाल रौनापार और अनिल गुप्ता दीदारगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार का न्यायालय भेजा जा रहा है जहां से जेल लगाना किया जाएगा। आजमगढ़ जिले में गांजे की तस्करी का यह कोई पहला मामला नहीं है। 10 दिन पूर्व कानपुर के जाज मऊ में एंटी नारकोटिक्स टीम ने छापेमारी करते हुए 18 कुंतल से अधिक गांजा बरामद किया था जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 9 करोड़ 15 लाख रुपए से अधिक थी। पुलिस ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। उनमें तीन आरोपी आजमगढ़ जिले के रहने वाले थे। इससे समझा जा सकता है कि आजमगढ़ जिले में गांजे की तस्करी की जड़े कितनी गहरी हैं। एसपी सिटी शैलेंद्र लाल का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट और प्रॉपर्टी जब्तीकरण की कारवाई भी की जाएगी।
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