आजमगढ़ में एमकाम की छात्रा बनी एक दिन की कुलपति:महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय में महिलाओं का हुआ सम्मान, कुलपति बोले बेहतर काम कर रही हैं महिलाएं

उत्तर प्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी योजना मिशन शक्ति फेज -5 के अधीन सांस्कृतिक परिषद ,महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ के तत्वावधान में, कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार शर्मा की अध्यक्षता में, नारी शक्ति सम्मान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ, विश्वविद्यालय में अध्यनरत परास्नातक की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अध्यक्ष सांस्कृतिक परिषद प्रोफेसर जूही शुक्ला के निर्देशन में विश्विद्यालय की अध्यापिकाओं ने जनपद के विविध क्षेत्रों में प्रख्यात नारी शक्तियों को माल्यार्पण कर स्वागत किया। इन महिलाओं का हुआ सम्मान महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप शर्मा ने नारी शक्तियों को अंगवस्त्रम भेंट कर उनका सम्मान किया गया।सम्मानित नारी शक्तियों में, अनीता द्विवेदी, पूनम सिंह, डॉक्टर अलका सिंह, शालिनी राय, शिखा रावत एवं अरुणिमा सिंह रही। मिशन शक्ति अभियान को साकार रूप देने के लिए माननीय कुलपति द्वारा प्रतीकात्मक रूप से, विश्वविद्यालय परिसर की एम काम की छात्रा अनन्या सिंह को एक दिन का आंशिक भाव से कुलपति भी बनाया गया जिसने कुलपति, महाराजा सुहेलदेव के रूप में प्रतीकात्मक रूप से कार्यों का संचालन किया। पुरुषों से बेहतर काम कर रही हैं नारियां कुलपति ने प्राचीन भारत से लेकर आधुनिक भारत में महिला शक्ति और नेतृत्व का उदाहरण देते हुए कहा कि नारियां समाज के प्रत्येक क्षेत्र में, पुरुषों से बेहतर सृजन करने की क्षमता धारण करती हैं। यदि एक पुरुष शिक्षित होता है तो वह केवल स्वयं शिक्षित होता है। वहीं अगर महिला शिक्षित होती है तो उसके माध्यम से पूरा परिवार शिक्षित होता है। महिला सशक्तिकरण की प्रज्वलित मशाल को लेकर आगे बढ़ते हुए हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि यह सशक्तिकरण समाज को सकारात्मक दिशा प्रदान करें एवं भारतीय मनीषा के अंतर्निहित सूत्र वसुधैव कुटुंबकम एवं सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया की भावना को समाज में चरितार्थ करें। सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष प्रोफेसर जूही शुक्ला ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए माननीय कुलपति को धन्यवाद देते हुए कहा की नारी सशक्तिकरण यद्यपि उत्तर प्रदेश शासन एवं माननीय नरेंद्र मोदी का एक स्वप्न है किंतु यह हमारे समाज का सदियों से एक आदर्श रहा है इस आदर्श प्राप्ति की धारा में महिलाओं को और समस्त नारी शक्तियों को यह ध्यान रखना होगा। इस अवसर पर सांस्कृतिक परिषद के सदस्य प्रोफेसर मदन मोहन पांडे डॉक्टर पंकज सिंह शाहिद बड़ी संख्या में शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित रही।

Nov 11, 2024 - 18:20
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आजमगढ़ में एमकाम की छात्रा बनी एक दिन की कुलपति:महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय में महिलाओं का हुआ सम्मान, कुलपति बोले बेहतर काम कर रही हैं महिलाएं
उत्तर प्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी योजना मिशन शक्ति फेज -5 के अधीन सांस्कृतिक परिषद ,महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ के तत्वावधान में, कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार शर्मा की अध्यक्षता में, नारी शक्ति सम्मान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ, विश्वविद्यालय में अध्यनरत परास्नातक की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अध्यक्ष सांस्कृतिक परिषद प्रोफेसर जूही शुक्ला के निर्देशन में विश्विद्यालय की अध्यापिकाओं ने जनपद के विविध क्षेत्रों में प्रख्यात नारी शक्तियों को माल्यार्पण कर स्वागत किया। इन महिलाओं का हुआ सम्मान महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप शर्मा ने नारी शक्तियों को अंगवस्त्रम भेंट कर उनका सम्मान किया गया।सम्मानित नारी शक्तियों में, अनीता द्विवेदी, पूनम सिंह, डॉक्टर अलका सिंह, शालिनी राय, शिखा रावत एवं अरुणिमा सिंह रही। मिशन शक्ति अभियान को साकार रूप देने के लिए माननीय कुलपति द्वारा प्रतीकात्मक रूप से, विश्वविद्यालय परिसर की एम काम की छात्रा अनन्या सिंह को एक दिन का आंशिक भाव से कुलपति भी बनाया गया जिसने कुलपति, महाराजा सुहेलदेव के रूप में प्रतीकात्मक रूप से कार्यों का संचालन किया। पुरुषों से बेहतर काम कर रही हैं नारियां कुलपति ने प्राचीन भारत से लेकर आधुनिक भारत में महिला शक्ति और नेतृत्व का उदाहरण देते हुए कहा कि नारियां समाज के प्रत्येक क्षेत्र में, पुरुषों से बेहतर सृजन करने की क्षमता धारण करती हैं। यदि एक पुरुष शिक्षित होता है तो वह केवल स्वयं शिक्षित होता है। वहीं अगर महिला शिक्षित होती है तो उसके माध्यम से पूरा परिवार शिक्षित होता है। महिला सशक्तिकरण की प्रज्वलित मशाल को लेकर आगे बढ़ते हुए हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि यह सशक्तिकरण समाज को सकारात्मक दिशा प्रदान करें एवं भारतीय मनीषा के अंतर्निहित सूत्र वसुधैव कुटुंबकम एवं सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया की भावना को समाज में चरितार्थ करें। सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष प्रोफेसर जूही शुक्ला ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए माननीय कुलपति को धन्यवाद देते हुए कहा की नारी सशक्तिकरण यद्यपि उत्तर प्रदेश शासन एवं माननीय नरेंद्र मोदी का एक स्वप्न है किंतु यह हमारे समाज का सदियों से एक आदर्श रहा है इस आदर्श प्राप्ति की धारा में महिलाओं को और समस्त नारी शक्तियों को यह ध्यान रखना होगा। इस अवसर पर सांस्कृतिक परिषद के सदस्य प्रोफेसर मदन मोहन पांडे डॉक्टर पंकज सिंह शाहिद बड़ी संख्या में शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित रही।

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