आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी के बाबू ने ठगे 42 लाख:नौकरी लगवाने का झांसा दिया, मैनपुरी में 17 लोगों को बनाया शिकार, FIR

मैनपुरी में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी के कार्यालय के बाबू पर 42 लाख रुपए की ठगी का गंभीर आरोप लगा है। बाबू प्रशांत शुक्ला पर आरोप है कि उसने सैफई मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 17 लोगों को ठगा। ठगे गए लोगों में वार्ड बॉय ओम बहादुर और उनके रिश्तेदार शामिल हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला... वार्ड बॉय ओम बहादुर ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत में बताया कि उसकी पहचान प्रशांत शुक्ला से हुई थी, जिसने आयुर्वेद विभाग में नौकरी लगवाने का दावा किया। ओम बहादुर ने अपनी पत्नी और 17 रिश्तेदारों से 42 लाख रुपए इकट्ठा कर प्रशांत शुक्ला को दिए। सभी को अधिकारियों के साइन और मोहर वाले फर्जी नियुक्ति पत्र दिए गए। जब जॉइनिंग के लिए पहुंचे, तो पत्र फर्जी निकले। पैसे वापस मांगने पर दी धमकी जब नौकरी नहीं लगी, तो पीड़ितों ने प्रशांत शुक्ला से पैसे वापस मांगे। वह टालमटोल करता रहा और अंततः गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देने लगा। मजबूर होकर ठगे गए लोग पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दर्ज किया केस पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सदर कोतवाली में प्रशांत शुक्ला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। कोतवाली प्रभारी फतेह सिंह भदौरिया ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही मामले का खुलासा होगा।

Nov 23, 2024 - 22:10
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आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी के बाबू ने ठगे 42 लाख:नौकरी लगवाने का झांसा दिया, मैनपुरी में 17 लोगों को बनाया शिकार, FIR
मैनपुरी में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी के कार्यालय के बाबू पर 42 लाख रुपए की ठगी का गंभीर आरोप लगा है। बाबू प्रशांत शुक्ला पर आरोप है कि उसने सैफई मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 17 लोगों को ठगा। ठगे गए लोगों में वार्ड बॉय ओम बहादुर और उनके रिश्तेदार शामिल हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला... वार्ड बॉय ओम बहादुर ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत में बताया कि उसकी पहचान प्रशांत शुक्ला से हुई थी, जिसने आयुर्वेद विभाग में नौकरी लगवाने का दावा किया। ओम बहादुर ने अपनी पत्नी और 17 रिश्तेदारों से 42 लाख रुपए इकट्ठा कर प्रशांत शुक्ला को दिए। सभी को अधिकारियों के साइन और मोहर वाले फर्जी नियुक्ति पत्र दिए गए। जब जॉइनिंग के लिए पहुंचे, तो पत्र फर्जी निकले। पैसे वापस मांगने पर दी धमकी जब नौकरी नहीं लगी, तो पीड़ितों ने प्रशांत शुक्ला से पैसे वापस मांगे। वह टालमटोल करता रहा और अंततः गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देने लगा। मजबूर होकर ठगे गए लोग पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दर्ज किया केस पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सदर कोतवाली में प्रशांत शुक्ला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। कोतवाली प्रभारी फतेह सिंह भदौरिया ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही मामले का खुलासा होगा।

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