इस्कॉन मंदिर के महंत की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन:शिवसेना ने बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा की मांग उठाई, कहा- महंत को रिहा किया जाए
मुजफ्फरनगर में शनिवार को बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के महंत चिन्मय दास जी की गिरफ्तारी के विरोध में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजा। शिवसेना के प्रदेशव्यापी कार्यक्रम के तहत दर्जनों कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने भारत सरकार से बांग्लादेश पर बल प्रयोग कर वहां के हिंदुओं की रक्षा करने और इस्कॉन मंदिर के महंत की रिहाई सुनिश्चित करने की मांग की। शिवसेना नेता मनोज सैनी और प्रदेश महासचिव डॉक्टर योगेंद्र शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है और वहां के मंदिरों में पुजारियों पर भी अत्याचार हो रहे हैं। इस्कॉन मंदिर के महंत चिन्मय दास जी की गिरफ्तारी इसी कड़ी का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भारत में मुस्लिम आतंकवादियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई होने पर विश्व के अनेक देश और भारत के भी बहुत से नेता मानवाधिकार हनन का शोर मचाने लगते हैं, परंतु बांग्लादेश के हिंदुओं के समर्थन में कोई नहीं बोलता। यहां तक कि भारत की केंद्र सरकार भी कोई कठोर कदम नहीं उठा रही है। शिवसेना नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि बांग्लादेश के खिलाफ सभी बल प्रयोग करके वहां के हिंदुओं की रक्षा की जाए और इस्कॉन मंदिर के महंत जी को रिहा कराया जाए। साथ ही, देश में रहने वाले बांग्लादेश के घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाए। प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से मंडल अध्यक्ष लोकेश सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल, मंडल महासचिव राजेश कश्यप, किसान सेना अध्यक्ष अवनीश चौहान, मंडल उपाध्यक्ष संजय गोयल, नगर अध्यक्ष आशीष शर्मा, अमरीश त्यागी, सचिन जोगी, मोनू चौधरी, सनी वर्मा, मोनू प्रेस, भारत राजपूत, खोकर पुष्पेंद्र सैनी, संजीव शास्त्री, अर्जुन पंडित, संजीव सैनी और अमर दीप काकरान आदि उपस्थित रहे।
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