उत्तर भारत में बढ़ने लगा ठंड का प्रकोप:दिसंबर की शुरुआत तक और गिरेगा पारा, पश्चिमी विक्षोभ के असर से बदलेगा मौसम
नवंबर महीने के समाप्त होते ही उत्तर भारत में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि दिसंबर की शुरुआत में ठंड और बढ़ेगी। इस संबंध में बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। पश्चिमी विक्षोभ का असर अगले सप्ताह से प्रो. मनोज श्रीवास्तव के अनुसार, वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आगे बढ़ रहा है और जल्द ही पाकिस्तान के रास्ते भारत में प्रवेश करेगा। इसका प्रभाव अगले सप्ताह उत्तर भारत के मौसम पर साफ दिखाई देगा। इसके चलते उत्तर प्रदेश में पारा 6 से 7 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड, पूर्वांचल में धीमा असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ का व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा, जिसके कारण वहां कड़ाके की ठंड पड़ सकती है। हालांकि, पूर्वांचल के क्षेत्रों में इसका असर धीरे-धीरे महसूस होगा। पूर्वांचल में यह प्रभाव हवाओं के जरिए सतह के ऊपर दिखाई देगा, लेकिन ठंड ज्यादा तीव्र नहीं होगी। बारिश की उम्मीद नहीं, स्मॉग से राहत मुश्किल मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है। इसके चलते प्रदूषित स्मॉग (प्रदूषण और ओस का मिश्रण) पूरे क्षेत्र में बना रहेगा। स्मॉग तब तक खत्म नहीं होगा जब तक आसमान पूरी तरह साफ नहीं होता। जनता को सतर्क रहने की सलाह विशेषज्ञों ने प्रदेशवासियों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों का उपयोग करने और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बरतने की सलाह दी है। स्मॉग से बचने के लिए मास्क का उपयोग करना और खुले में शारीरिक श्रम से बचना भी जरूरी है। ठंड और स्मॉग के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रशासन को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
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