एंटी-करप्शन ने प्रदूषण बोर्ड के लिपिक को 75 हजार रिश्वत:केजीएन कंपनी की वाशिंग पाउडर कारखाना की रिपोर्ट लगाने पर मांगे थे रुपये
वाराणसी की एंटी-करप्शन टीम ने गुरुवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय के लिपिक को 75 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लिपिक ने एक वाशिंग पाउडर कंपनी की रिपोर्ट बनाने के लिए 75 हजार रुपये की मांग की थी। लिपिक ने कार्यालय से भागने की कोशिश की लेकिन गेट पर मौजूद टीम ने उसे दबोच लिया। हालांकि इसके बाद उसे भेलूपुर थाने लाया गया, जहां पूछताछ के बाद टीम ने तहरीर देकर केस दर्ज कराया। आरोपी को गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। केजीएन वाशिंग पाउडर की कंपनी वाराणसी में नया कारखाना लगा रही है। इसके मालिक शब्बीर अहमद ने कारखाने के निर्माण और सभी कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी। खागा जनपद फतेहपुर निवासी दीपक कुमार को मैनेजर बनाकर काम तेज करवा दिया। कंपनी की कार्रवाई में प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट अनिवार्य थी, जिसके लिए दीपक कुमार ने पिछले दिनों प्रदूषण बोर्ड के अनुश्रवण सहायक रंजीत कुमार से मुलाकात की। रंजीत कुमार ने जांच के बाद रिपोर्ट लगाने के लिए 75 हजार रुपये की मांग की, इसके बाद दीपक ने कम रुपये की बात कही लेकिन रंजीत नहीं माना। दीपक ने मामले की शिकायत एसपी सतर्कता अधिष्ठान वाराणसी में की तो टीम को लगा दिया गया। गुरुवार को टीम के साथ दीपक भेलूपुर स्थित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय में गया और लिपिक के हाथ में 75 हजार रुपये रख दिए। लिपिक रुपये गिन रहा था तभी टीम ने दबाेच लिया । एंटी-करप्शन वाराणसी टीम के इंस्पेक्टर रविंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में टीम आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
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