एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का शेयर 48.65% ऊपर ₹220 लिस्ट:इश्यू प्राइस ₹148 था, पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से जुड़े काम करती है कंपनी

एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड का शेयर आज (29 नवंबर) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर इश्यू प्राइस से 48.65% ऊपर 220 रुपए पर लिस्ट हुआ। वहीं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर शेयर इश्यू प्राइस से 47.30% ऊपर 218 रुपए पर लिस्ट हुआ। एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने IPO का इश्यू प्राइस ₹148 प्रति शेयर था। यह IPO 22 नवंबर से 26 नवंबर तक बोली लगाने के लिए ओपन था, जो टोटल 89.90 गुना सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल कैटेगरी में 24.48 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) में 157.05 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 153.80 गुना सब्सक्राइब हुआ था। ₹650.43 करोड़ का था एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का इश्यू एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का ये इश्यू टोटल ₹650.43 करोड़ का था। इसके लिए कंपनी ₹572.46 करोड़ के 38,680,000 फ्रेश शेयर इश्यू किए। कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए ₹77.97 करोड़ के 5,268,000 शेयर बेचे। मैक्सिमम 1313 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते थे रिटेल निवेशक इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने IPO का प्राइस बैंड ₹140 से ₹148 प्रति शेयर तय किया था। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 101 शेयर्स के लिए बोली लगा सकते थे। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹148 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते, तो इसके लिए ₹14,948 लगाने होते। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 1313 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते थे। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹194,324 इन्वेस्ट करने होते। फंड का इस्तेमाल करेगी कंपनी? कंपनी इस IPO से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कई जरूरी कामों में करेगी। इनमें अपनी रोज़ाना की जरूरतें पूरी करना, ईआईईएल मथुरा इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड में इन्वेस्ट करना और मथुरा में 60 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाना शामिल है। इसके साथ ही, कंपनी अपने कुछ पुराने कर्ज उतारेगी और आम कारोबारी कामों के लिए पैसा लगाएगी। कैसा रहा है कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन? इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर डालें तो कंपनी ने पिछले तीन वित्तीय सालों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। FY22 में कंपनी की कंसॉलिडेटेड कुल आय ₹225.62 करोड़ और शुद्ध लाभ ₹34.55 करोड़ था। FY23 में यह बढ़कर ₹341.66 करोड़ और ₹55.34 करोड़ हो गया। FY24 में कंपनी ने ₹738.00 करोड़ की आय और ₹108.57 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। FY25 के पहले तिमाही में, कंपनी को ₹207.46 करोड़ की आय और ₹29.97 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ। पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से जुड़े काम करती है कंपनी इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड (EIEL) पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स (WWTPs) और पानी सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स (WSSPs) के डिज़ाइन, निर्माण, ऑपरेशन और मेंटेनेंस का काम करती है। यह काम ज़्यादातर सरकारी संस्थानों के लिए किया जाता है। कंपनी के WWTP में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STP), सीवरेज स्कीम्स (SS) और कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (CETP) शामिल हैं, जबकि WSSP में पानी के ट्रीटमेंट प्लांट्स (WTP), पंपिंग स्टेशन्स और पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम शामिल है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

Nov 29, 2024 - 12:20
 0  5.1k
एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का शेयर 48.65% ऊपर ₹220 लिस्ट:इश्यू प्राइस ₹148 था, पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से जुड़े काम करती है कंपनी
एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड का शेयर आज (29 नवंबर) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर इश्यू प्राइस से 48.65% ऊपर 220 रुपए पर लिस्ट हुआ। वहीं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर शेयर इश्यू प्राइस से 47.30% ऊपर 218 रुपए पर लिस्ट हुआ। एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने IPO का इश्यू प्राइस ₹148 प्रति शेयर था। यह IPO 22 नवंबर से 26 नवंबर तक बोली लगाने के लिए ओपन था, जो टोटल 89.90 गुना सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल कैटेगरी में 24.48 गुना, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) में 157.05 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) कैटगरी में 153.80 गुना सब्सक्राइब हुआ था। ₹650.43 करोड़ का था एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का इश्यू एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का ये इश्यू टोटल ₹650.43 करोड़ का था। इसके लिए कंपनी ₹572.46 करोड़ के 38,680,000 फ्रेश शेयर इश्यू किए। कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए ₹77.97 करोड़ के 5,268,000 शेयर बेचे। मैक्सिमम 1313 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते थे रिटेल निवेशक इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने IPO का प्राइस बैंड ₹140 से ₹148 प्रति शेयर तय किया था। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 101 शेयर्स के लिए बोली लगा सकते थे। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹148 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते, तो इसके लिए ₹14,948 लगाने होते। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 1313 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते थे। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹194,324 इन्वेस्ट करने होते। फंड का इस्तेमाल करेगी कंपनी? कंपनी इस IPO से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कई जरूरी कामों में करेगी। इनमें अपनी रोज़ाना की जरूरतें पूरी करना, ईआईईएल मथुरा इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड में इन्वेस्ट करना और मथुरा में 60 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाना शामिल है। इसके साथ ही, कंपनी अपने कुछ पुराने कर्ज उतारेगी और आम कारोबारी कामों के लिए पैसा लगाएगी। कैसा रहा है कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन? इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर डालें तो कंपनी ने पिछले तीन वित्तीय सालों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। FY22 में कंपनी की कंसॉलिडेटेड कुल आय ₹225.62 करोड़ और शुद्ध लाभ ₹34.55 करोड़ था। FY23 में यह बढ़कर ₹341.66 करोड़ और ₹55.34 करोड़ हो गया। FY24 में कंपनी ने ₹738.00 करोड़ की आय और ₹108.57 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। FY25 के पहले तिमाही में, कंपनी को ₹207.46 करोड़ की आय और ₹29.97 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ। पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स से जुड़े काम करती है कंपनी इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड (EIEL) पानी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स (WWTPs) और पानी सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स (WSSPs) के डिज़ाइन, निर्माण, ऑपरेशन और मेंटेनेंस का काम करती है। यह काम ज़्यादातर सरकारी संस्थानों के लिए किया जाता है। कंपनी के WWTP में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (STP), सीवरेज स्कीम्स (SS) और कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (CETP) शामिल हैं, जबकि WSSP में पानी के ट्रीटमेंट प्लांट्स (WTP), पंपिंग स्टेशन्स और पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम शामिल है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow