कानपुर में 15 बेटियों का हुआ सामूहिक विवाह:अग्नि को साक्षी मान एक दूजे संग साथ निभाने की खाई कसम

जय बाबा श्री आनन्देश्वर मानव सेवा समिति, कानपुर उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में छठवां सामूहिक विवाह का आयोजन आवास विकास में किया गया। इसमें हिंदु सर्वजातीय की 15 बेटियों का विवाह संपन्न कराया गया। भारत में चल रही धर्म परिवर्तन, लव जेहाद, दहेज कुप्रथा की आंधी को विराम देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गाजे-बाजे के साथ पहुंची बारात दुल्हा निकासी कराने के बाद कार्यस्थल पर परिवार के साथ पहुंचा। इसके बाद गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से बारात उठाई गई। अगवानी के बाद जैसे ही बारात दरवाजे पर पहुंची तो लड़की के घर वालों ने लड़के के घर वालों का स्वागत किया। मंत्रोचारण के साथ द्वारचार की परंपरा पूरी गई। इसके बाद सभी जोड़ों ने एक साथ एक दूसरे को वर माला पहनाई। इस दौरान पूरी प्रांगड़ ‘रघुवर कोमल कमल नयन को पहनाओं जयमाला’ गीत से गूंज उठा। फिर मंडप के नीचे अग्नि को साक्षी मानकर वर-वधु ने सात जन्मों का साथ निभाने की कसम खाई। शाम को लड़की के घर वालों ने नम आंखों से अपनी बेटी को उसके घर के लिए विदा किया। आचार्यों द्वारा मंत्रोचारण किया गया आचार्यों द्वारा मंत्रोचारण कर प्रतिभोज के भोजन का पूजन कर किया गया। आये हुए जोड़ों के सभी अतिथियों ने भोजन ग्रहण किया। सभी जोड़ो का समिति के आचार्यों ने हिन्दू विधि विधान से पाणिग्रहण संस्कार के अनुसार मण्डप, हल्दी, कन्यादान, भावर, फेरे, सिन्दूर रश्म सहित सभी जोड़ों को आर्शीवाद देकर विवाह सम्पन्न कराया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी हुआ आयोजन कार्यक्रम में शिव पार्वती, राधा कृष्ण झांकी, आर्केस्ट्रा, शहनाई की धुन ने सभी का मन मोह लिया। समिति द्वारा सभी 15 जोड़ों को उपहार में कपडे, साड़ियां, मैकप बॉक्स, बिछिया, मंगलसूत्र, बक्सा, पचहढ बरतन, लेमन सेट, डिनर सेट व अन्य उपहार आइटम के साथ लड्डू पूड़ी बैना की डालिया दिया गया। कार्यकम में डॉ. ओपी सिंह, विनोद बाजपेई, अजय कुमार, राजेश गुप्ता, रामसजीवन, दिव्य प्रताप सिंह, अजय सिंह, रश्मी सिंह, नवीन कुमार आदि लोग मौजूद रहे।

Nov 24, 2024 - 18:25
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कानपुर में 15 बेटियों का हुआ सामूहिक विवाह:अग्नि को साक्षी मान एक दूजे संग साथ निभाने की खाई कसम
जय बाबा श्री आनन्देश्वर मानव सेवा समिति, कानपुर उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में छठवां सामूहिक विवाह का आयोजन आवास विकास में किया गया। इसमें हिंदु सर्वजातीय की 15 बेटियों का विवाह संपन्न कराया गया। भारत में चल रही धर्म परिवर्तन, लव जेहाद, दहेज कुप्रथा की आंधी को विराम देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गाजे-बाजे के साथ पहुंची बारात दुल्हा निकासी कराने के बाद कार्यस्थल पर परिवार के साथ पहुंचा। इसके बाद गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से बारात उठाई गई। अगवानी के बाद जैसे ही बारात दरवाजे पर पहुंची तो लड़की के घर वालों ने लड़के के घर वालों का स्वागत किया। मंत्रोचारण के साथ द्वारचार की परंपरा पूरी गई। इसके बाद सभी जोड़ों ने एक साथ एक दूसरे को वर माला पहनाई। इस दौरान पूरी प्रांगड़ ‘रघुवर कोमल कमल नयन को पहनाओं जयमाला’ गीत से गूंज उठा। फिर मंडप के नीचे अग्नि को साक्षी मानकर वर-वधु ने सात जन्मों का साथ निभाने की कसम खाई। शाम को लड़की के घर वालों ने नम आंखों से अपनी बेटी को उसके घर के लिए विदा किया। आचार्यों द्वारा मंत्रोचारण किया गया आचार्यों द्वारा मंत्रोचारण कर प्रतिभोज के भोजन का पूजन कर किया गया। आये हुए जोड़ों के सभी अतिथियों ने भोजन ग्रहण किया। सभी जोड़ो का समिति के आचार्यों ने हिन्दू विधि विधान से पाणिग्रहण संस्कार के अनुसार मण्डप, हल्दी, कन्यादान, भावर, फेरे, सिन्दूर रश्म सहित सभी जोड़ों को आर्शीवाद देकर विवाह सम्पन्न कराया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी हुआ आयोजन कार्यक्रम में शिव पार्वती, राधा कृष्ण झांकी, आर्केस्ट्रा, शहनाई की धुन ने सभी का मन मोह लिया। समिति द्वारा सभी 15 जोड़ों को उपहार में कपडे, साड़ियां, मैकप बॉक्स, बिछिया, मंगलसूत्र, बक्सा, पचहढ बरतन, लेमन सेट, डिनर सेट व अन्य उपहार आइटम के साथ लड्डू पूड़ी बैना की डालिया दिया गया। कार्यकम में डॉ. ओपी सिंह, विनोद बाजपेई, अजय कुमार, राजेश गुप्ता, रामसजीवन, दिव्य प्रताप सिंह, अजय सिंह, रश्मी सिंह, नवीन कुमार आदि लोग मौजूद रहे।

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