किन्नौर के रिकांगपिओ में हुआ पैरा-सर्जिकल प्रशिक्षण:शिमला के विशेषज्ञ टीम ने आयुर्वेदिक डॉक्टर्स को दी महत्वपूर्ण जानकारी, मर्म चिकित्सा के बारे में बताया

किन्नौर जिले के जिला आयुर्वेद अस्पताल रिकांगपिओ में 23 से 25 नवम्बर तक 3 दिवसीय पैरा-सर्जिकल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का नेतृत्व जिला आयुष अधिकारी डॉ. इन्दु शर्मा की मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय आयुर्वेदिक चिकित्सकों को पैरा-सर्जिकल तकनीकों से अवगत कराना था। इस प्रशिक्षण में विशेषज्ञ प्रशिक्षक डॉ. नितिन कश्यप, जिला अस्पताल छोटा शिमला उपस्थित थे। डॉ. नितिन ने उपस्थित चिकित्सकों को मर्म चिकित्सा के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ. गगन गौतम, डॉ. ईश्वर दत्त व डॉ. कनिका नेगी ने प्रशिक्षण में सहयोग दिया। शिविर में 13 डॉक्टरों ने इस प्रशिक्षण का लाभ लिया। जिला आयुष अधिकारी डॉ इंदु शर्मा ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान डॉ. नितिन कश्यप ने एक मरीज पर मर्म चिकित्सा का लाइव प्रदर्शन किया। इलाज के पहले सत्र के दौरान ही मरीज, जो पेरिफॉर्माइटिस और सायटिका से ग्रसित था, को 70 प्रतिशत तक राहत मिली। यह घटनाक्रम एक चमत्कार जैसा था और चिकित्सकों को पारा-सर्जिकल तकनीकों के प्रभावी परिणामों से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण न केवल चिकित्सकों के ज्ञान में वृद्धि लाया, बल्कि आयुर्वेद चिकित्सा के महत्व को भी उजागर किया। गंभीर साइटिका दर्द और पिरिफोर्मिस से पीड़ित रोगी को पहली सिटिंग में 70% राहत मिली।

Nov 23, 2024 - 17:35
 0  5.4k
किन्नौर के रिकांगपिओ में हुआ पैरा-सर्जिकल प्रशिक्षण:शिमला के विशेषज्ञ टीम ने आयुर्वेदिक डॉक्टर्स को दी महत्वपूर्ण जानकारी, मर्म चिकित्सा के बारे में बताया
किन्नौर जिले के जिला आयुर्वेद अस्पताल रिकांगपिओ में 23 से 25 नवम्बर तक 3 दिवसीय पैरा-सर्जिकल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का नेतृत्व जिला आयुष अधिकारी डॉ. इन्दु शर्मा की मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय आयुर्वेदिक चिकित्सकों को पैरा-सर्जिकल तकनीकों से अवगत कराना था। इस प्रशिक्षण में विशेषज्ञ प्रशिक्षक डॉ. नितिन कश्यप, जिला अस्पताल छोटा शिमला उपस्थित थे। डॉ. नितिन ने उपस्थित चिकित्सकों को मर्म चिकित्सा के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ. गगन गौतम, डॉ. ईश्वर दत्त व डॉ. कनिका नेगी ने प्रशिक्षण में सहयोग दिया। शिविर में 13 डॉक्टरों ने इस प्रशिक्षण का लाभ लिया। जिला आयुष अधिकारी डॉ इंदु शर्मा ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान डॉ. नितिन कश्यप ने एक मरीज पर मर्म चिकित्सा का लाइव प्रदर्शन किया। इलाज के पहले सत्र के दौरान ही मरीज, जो पेरिफॉर्माइटिस और सायटिका से ग्रसित था, को 70 प्रतिशत तक राहत मिली। यह घटनाक्रम एक चमत्कार जैसा था और चिकित्सकों को पारा-सर्जिकल तकनीकों के प्रभावी परिणामों से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण न केवल चिकित्सकों के ज्ञान में वृद्धि लाया, बल्कि आयुर्वेद चिकित्सा के महत्व को भी उजागर किया। गंभीर साइटिका दर्द और पिरिफोर्मिस से पीड़ित रोगी को पहली सिटिंग में 70% राहत मिली।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow