गाजियाबाद में आतिशबाजी को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष:गंधक पोटाश के मिश्रण से तेज धमाका करने से ग्राम प्रधान ने मना किया तो हुआ विवाद
मोदीनगर के एक गांव में देर रात आतिशबाजी को लेकर ग्राम प्रधान और पड़ोसी के बीच खूनी संघर्ष हो गया। दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई और पत्थर चले। बलवाइयों ने एक- दूसरे पर लोहे की रॉड से हमला किया। हमले में ग्राम प्रधान और उसका भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। दूसरे पक्ष के लोग भी घायल हुए। फायरिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गांव पैंगा निवासी उपदेश चौधरी ग्राम प्रधान है। पड़ोस में उनके खानदान के ही जितेन्द्र का परिवार रहता है। पुलिस के अनुसार दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश है। रात करीब 10 बजे जितेन्द्र का परिवार आतिशबाजी कर रहा था। बच्चे लोहे की रॉड से गंधक पोटाश के मिश्रण से तेज धमाका कर रहे थे। काफी देर तक धमाका और आतिशबाजी होती रही। ग्राम प्रधान उपदेश और उनके भाई ऋषिपाल ने आतिशबाजी का विरोध किया। इस बात को लेकर ग्राम प्रधान उपदेश की जितेन्द्र पक्ष से कहासुनी हो गई। दोनों पक्ष एक दूसरे को गाली गलौज करते हुए आक्रामक हो गए। इसके बाद दोनों पक्ष हथियारों से लैस होकर आमने सामने आ गए और जमकर फायरिंग व पथराव किया और एक दूसरे पर लोहे की रॉड से हमला किया। बलवे से गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। किसी ने इस मामले की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। थानाध्यक्ष गजेन्द्र भाटी भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने बलवाइयों को लठियाकर मामला शांत कराया। लहूलुहान प्रधान उपदेश और उनके भाई ऋषिपाल को उपचार के लिए मोदीनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जितेन्द्र पक्ष के घायलों को भी उपचार के लिए भेजा गया। एसीपी ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि उपनिरीक्षक ब्रह्मपाल की ओर से ग्राम प्रधान उपदेश उनके भाई ऋषिपाल और दूसरे पक्ष की ओर से सुरेन्द्र, जितेन्द्र, दीप, पुष्पेन्द्र व एक किशोर के अलावा छह से सात अज्ञात के खिलाफ बलवा और जानलेवा हमले सहित कई अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट कर पांच को हिरासत में ले लिया गया है।
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