गोंडा में 17 लोगों पर सरकारी धन गबन का आरोप:ब्लॉक मिशन प्रबंधक भी शामिल, 64.39 लाख रुपए के गबन में एफआईआर
गोंडा जिले के रुपईडीह विकासखंड में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत दी गई सरकारी सहायता में गबन का बड़ा मामला सामने आया है। लोनवादरगाह और बल्हीजोत ग्राम पंचायत के दो स्वयं सहायता समूहों में 64 लाख 39 हजार 798 रुपये के सरकारी धन के गबन का आरोप लगा है। इस मामले में 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जांच में उजाला केजीएन प्रेरणा ग्राम संगठन की अध्यक्ष तबस्सुम, सचिव शहरबानो और कोषाध्यक्ष रफीकुनिशा पर 30 लाख 25 हजार रुपये के गबन का आरोप पाया गया है। इसके अलावा, बाहरी व्यक्तियों और फर्मों को अनियमित तरीके से बड़ी धनराशि का भुगतान किया गया। अनियमित भुगतान की सूची: इब्ने अरबी- ₹2,20,000 वरदान पांडेय- ₹1,10,000 अमरजीत- ₹1,10,000 अकबर राजा- ₹1,10,000 सिंह इंटरप्राइजेज- ₹24,786 अंबर राजा- ₹55,000 अमित ट्रेडर्स- ₹3,30,000 महाकालेश्वर फॉर्म- ₹1,98,000 दूसरे संगठन में भी गबन के आरोप प्रगति महिला ग्राम संगठन, बल्हीजोत की अध्यक्ष प्रतिभा पांडेय, सचिव कुमुद और कोषाध्यक्ष नेहा पर ₹70,006 के गबन का आरोप है। इसके अलावा, पद्मजा ट्रेडर्स के प्रोपराइटर विकास पांडेय पर 18 लाख 10 हजार रुपये के गबन का आरोप है। खंड विकास अधिकारी रुपईडीह की तहरीर पर ब्लॉक मिशन प्रबंधक कुलदीप तिवारी, स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारियों और अन्य फर्मों के खिलाफ खरगूपुर थाने में मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों पर होगी सख्त कार्रवाई थाना अध्यक्ष कमलाकांत त्रिपाठी ने बताया, "एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच उपनिरीक्षक अखिलेश यादव को सौंपी गई है। जल्द ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" सरकार द्वारा यह मिशन ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू किया गया था। लेकिन गबन की यह घटना सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता और निगरानी पर सवाल खड़े करती है।
What's Your Reaction?