गोरखपुर में 55 की उम्र में दूल्हा बनने की खवाहिश:मोहब्बत के लिए बेटों को जेल भेजने की साजिश रच दिया पिता, जांच में खुली पोल
गोरखपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसने यह दिखा दिया कि उम्र के साथ रिश्तों की जिम्मेदारियां निभाने की बजाय, कभी-कभी इंसान अपनी मोहब्बत को प्राथमिकता दे बैठता है। 55 वर्षीय शख्स की मोहब्बत ने परिवार की जड़ों को हिलाकर रख दिया। पत्नी और बेटों के खिलाफ साजिश रचते हुए झूठे केस दर्ज कराने की कोशिश की गई, लेकिन समय रहते पुलिस ने साजिश को बेनकाब कर दिया। मोहब्बत और साजिश का खेल चिलुआताल इलाके में रहने वाले इस शख्स के दो बेटे हैं। एक बेटा बीफार्म की अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है, जबकि दूसरा कॉलेज में है। घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के बावजूद, मां मेहनत-मजदूरी करके बेटों की पढ़ाई का खर्च उठा रही थी। इस बीच, पिता को 38 साल की महिला से प्यार हो गया। उन्होंने उसके साथ किराए के मकान में रहना शुरू कर दिया। जब बेटों और पत्नी ने इस रिश्ते पर सवाल उठाए, तो पिता ने चौंकाने वाली साजिश रच दी। उन्होंने एक कार में आग लगाई और अपनी प्रेमिका से बेटों पर झूठा केस दर्ज करवा दिया। चिलुआताल पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की, लेकिन मां हार मानने वालों में से नहीं थी। वह अपने बेटे के साथ सबूतों के साथ SP नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव के पास पहुंच गई। पुलिस जांच में हुआ खुलासा मां द्वारा पेश किए गए फोटो और सबूतों ने सच्चाई सामने ला दी। जांच में पता चला कि पिता का अपनी प्रेमिका के साथ अवैध संबंध है, और बेटों को फंसाने की यह साजिश उसी मोहब्बत को बचाने के लिए रची गई थी। SP नार्थ ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच सीओ कैंपियरगंज को सौंप दी। उन्होंने परिवार को निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया। गोरखनाथ में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना ऐसा मामला गोरखपुर में पहली बार नहीं हुआ। छह महीने पहले गोरखनाथ इलाके में एक 56 वर्षीय बुजुर्ग ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसका बेटा उसे घर में रहने नहीं दे रहा। जब जांच हुई, तो पता चला कि बुजुर्ग अपनी प्रेमिका को घर में पत्नी के साथ रखने की जिद कर रहा था। बेटे की आपत्ति के बाद उसने उसे फंसाने की कोशिश की। पुलिस ने साजिश का पर्दाफाश कर मामले को रफा-दफा कर दिया। बेटों को फंसाने के लिए किया झूठा केस दर्ज SP नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया पीड़िता अपने बेटे के साथ शिकायत लेकर आई थी। जांच में साफ हुआ कि आरोपी पति का किसी महिला के साथ संबंध है और उसने अपने बेटों को फंसाने के लिए झूठा केस दर्ज कराया। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। ऐसी घटनाएं न केवल परिवार की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि बेटों के भविष्य को भी खतरे में डाल देती हैं। पुलिस जांच के बाद साजिश का पर्दाफाश तो हो गया, लेकिन यदि मामलों में चार्जशीट दाखिल होती है, तो यह बेटों के करियर को बर्बाद कर सकती है।
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