गोरखपुर में NIA की दस्तक:विदेश रह रहे युवक के परिवार का किया वेरिफिकेशन, इंटरनेशनल मानव तस्करी गैंग से जुड़ा है मामला

गोरखपुर में शुक्रवार की सुबह NIA (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) पटना की टीम ने भी दस्तक दी है। इंटरनेशनल मानव तस्करी गैंग के खिलाफ जांच में NIA टीम सुबह खजनी इलाके के सतुआ भार गांव पहुंची। टीम ने यहां एक परिवार का सत्यापन किया। पूरे परिवार के आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेने के साथ ही परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर टीम वापस लौट गई। NIA पटना की टीम के पास जो सूची थी, उसमें कई नाम थे। रुपए की लेनदेन और मानव तस्करी के मामले की जांच में NIA पटना की टीम गोरखपुर पहुंची थी। तहसील प्रशासन और खजनी पुलिस को साथ लेकर टीम सतुआ भार गांव पहुंची। NIA सूत्रों का कहना है कि यह गिराेह नाैकरी दिलाने के नाम पर लोगों विदेश भेजता है। फिर उसे पाकिस्तानी एजेंट के हवाले कर देता है। एजेंट जाल में फंसे भारतीय नागरिकों से मानव तस्करी और साइबर फ्राॅड का काम कराता है। शक है कि गैंग में शामिल लोगों का संबंध विदेशी तस्करों से भी है। पुलिस संग भोर में पहुंची थी NIA सबसे पहले सुबह पांच बजे NIA के अधिकारी खजनी थाने पहुंचे। यहां थानेदार को साथ लेकर तहसील परिसर में पहुंचे। यहां से टीम सुबह छह बजे सतुआ भार परिवार के घर पहुंची। परिवार के मुखिया से पूछताछ कर परिवार के सदस्यों का सत्यापन किया और सभी के फोटो लिए। आधार कार्ड और सभी दस्तावेज का सत्यापन कराया। बताया जाता है कि परिवार का एक युवक विदेश में रहता है, उसके खाते में रुपये की लेनदेन होने के साथ ही आरोप है कि कई लोगों को गलत तरीके से विदेश भिजवाया है। तीन घंटे टीम गांव में रही। आसपास के लोगों से भी परिवार के बारे में जानकारी एकत्र कर अयोध्या रवाना हो गई। लिस्ट में थे कई नाम NIA पटना की टीम के पास जो सूची थी उसमें खजनी के युवक के अलावा प्रदेश के अन्य जिले के भी लोगों के नाम थे, जिनके खाते में विदेश से बड़े पैमाने पर लेनदेन हुई है। NIA की टीम इन लोगों का भी सत्यापन कर रही है। यूपी-बिहार सहित कई राज्यों में छापामारी NIA टीम ने ​इस मामले में बिहार, पंजाब, हरियाणा, यूपी और अन्य राज्यों में दबिश दी। टीम ने गोपालगंज से अशोक कुमार और दिवाकर कुमार को हिरासत में लिया है। NIA ने गुरुवार की सुबह ऑपरेशन शुरू किया। NIA ने पहले भी इसी मामले में गोपालगंज में छापेमारी कर हाेटल संचालक प्रह्लाद यादव काे गिरफ्तार किया था। गोपालगंज में NIA की छापेमारी इसी से जुड़ी कड़ी है। अरेबियन टूर एंड ट्रैवल में रेड, घर में भी छापेमारी अरेबियन टूर एंड ट्रेवल ने कंबोडिया जाने के लिए एयर टिकट बना कर मुन्ना नाम के एजेंट काे दिया था। गिरोह टूरिस्ट वीजा पर युवकाें काे विदेश भेजता था मानव तस्कराें का यह गिराेह विदेश में नाैकरी देने के नाम पर टूरिस्ट वीजा देता है। यह वीजा दाे से तीन माह तक मान्य हाेता है। वीजा की अवधि खत्म हाेने के बाद विदेश गए युवक फंस जाते हैं। टूरिस्ट वीजा पर विदेश जाने के बाद एजेंट युवकाें काे अपने कब्जे में ले लेते हैं और उनसे मानव तस्करी और साइबर फ्राॅड कराते हैं। गोपालगंज में दर्ज हुआ था केस, उसी पर कार्रवाई गोपालगंज के कुचायाकाेट थाना के करमैनी माेहब्बत टाेला के रहने वाले संजीत कुमार यादव से एमके ट्रेनिंग सेंटर चलाने वाले प्रह्लाद यादव ने कम्बोडिया में सेफ्टी इंचार्ज के पद पर भेजने के लिए 1.40 लख लिया था। प्रह्लाद ने वीजा मंगवाया और संजीत काे 24 अगस्त 2023 काे कम्बोडिया भेज दिया। संजीत काे कम्बोडिया में पाकिस्तानी एजेंट आनंद के हवाले कर दिया गया। फिर संजीत आनंद के डेक्सी गैंग नामक कंपनी में गया। वहां संजीत काे पता चला कि कंपनी में गलत काम कराया जाता है। वहां से संजीत ने निकलने की काेशिश की ताे कहा गया कि तुम्हारे एजेंट काे 2 हजार यूएस डाॅलर दिया गया है। यह वापस हाेगा तब जाने देंगे।

Nov 29, 2024 - 16:15
 0  3.4k
गोरखपुर में NIA की दस्तक:विदेश रह रहे युवक के परिवार का किया वेरिफिकेशन, इंटरनेशनल मानव तस्करी गैंग से जुड़ा है मामला
गोरखपुर में शुक्रवार की सुबह NIA (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) पटना की टीम ने भी दस्तक दी है। इंटरनेशनल मानव तस्करी गैंग के खिलाफ जांच में NIA टीम सुबह खजनी इलाके के सतुआ भार गांव पहुंची। टीम ने यहां एक परिवार का सत्यापन किया। पूरे परिवार के आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेने के साथ ही परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर टीम वापस लौट गई। NIA पटना की टीम के पास जो सूची थी, उसमें कई नाम थे। रुपए की लेनदेन और मानव तस्करी के मामले की जांच में NIA पटना की टीम गोरखपुर पहुंची थी। तहसील प्रशासन और खजनी पुलिस को साथ लेकर टीम सतुआ भार गांव पहुंची। NIA सूत्रों का कहना है कि यह गिराेह नाैकरी दिलाने के नाम पर लोगों विदेश भेजता है। फिर उसे पाकिस्तानी एजेंट के हवाले कर देता है। एजेंट जाल में फंसे भारतीय नागरिकों से मानव तस्करी और साइबर फ्राॅड का काम कराता है। शक है कि गैंग में शामिल लोगों का संबंध विदेशी तस्करों से भी है। पुलिस संग भोर में पहुंची थी NIA सबसे पहले सुबह पांच बजे NIA के अधिकारी खजनी थाने पहुंचे। यहां थानेदार को साथ लेकर तहसील परिसर में पहुंचे। यहां से टीम सुबह छह बजे सतुआ भार परिवार के घर पहुंची। परिवार के मुखिया से पूछताछ कर परिवार के सदस्यों का सत्यापन किया और सभी के फोटो लिए। आधार कार्ड और सभी दस्तावेज का सत्यापन कराया। बताया जाता है कि परिवार का एक युवक विदेश में रहता है, उसके खाते में रुपये की लेनदेन होने के साथ ही आरोप है कि कई लोगों को गलत तरीके से विदेश भिजवाया है। तीन घंटे टीम गांव में रही। आसपास के लोगों से भी परिवार के बारे में जानकारी एकत्र कर अयोध्या रवाना हो गई। लिस्ट में थे कई नाम NIA पटना की टीम के पास जो सूची थी उसमें खजनी के युवक के अलावा प्रदेश के अन्य जिले के भी लोगों के नाम थे, जिनके खाते में विदेश से बड़े पैमाने पर लेनदेन हुई है। NIA की टीम इन लोगों का भी सत्यापन कर रही है। यूपी-बिहार सहित कई राज्यों में छापामारी NIA टीम ने ​इस मामले में बिहार, पंजाब, हरियाणा, यूपी और अन्य राज्यों में दबिश दी। टीम ने गोपालगंज से अशोक कुमार और दिवाकर कुमार को हिरासत में लिया है। NIA ने गुरुवार की सुबह ऑपरेशन शुरू किया। NIA ने पहले भी इसी मामले में गोपालगंज में छापेमारी कर हाेटल संचालक प्रह्लाद यादव काे गिरफ्तार किया था। गोपालगंज में NIA की छापेमारी इसी से जुड़ी कड़ी है। अरेबियन टूर एंड ट्रैवल में रेड, घर में भी छापेमारी अरेबियन टूर एंड ट्रेवल ने कंबोडिया जाने के लिए एयर टिकट बना कर मुन्ना नाम के एजेंट काे दिया था। गिरोह टूरिस्ट वीजा पर युवकाें काे विदेश भेजता था मानव तस्कराें का यह गिराेह विदेश में नाैकरी देने के नाम पर टूरिस्ट वीजा देता है। यह वीजा दाे से तीन माह तक मान्य हाेता है। वीजा की अवधि खत्म हाेने के बाद विदेश गए युवक फंस जाते हैं। टूरिस्ट वीजा पर विदेश जाने के बाद एजेंट युवकाें काे अपने कब्जे में ले लेते हैं और उनसे मानव तस्करी और साइबर फ्राॅड कराते हैं। गोपालगंज में दर्ज हुआ था केस, उसी पर कार्रवाई गोपालगंज के कुचायाकाेट थाना के करमैनी माेहब्बत टाेला के रहने वाले संजीत कुमार यादव से एमके ट्रेनिंग सेंटर चलाने वाले प्रह्लाद यादव ने कम्बोडिया में सेफ्टी इंचार्ज के पद पर भेजने के लिए 1.40 लख लिया था। प्रह्लाद ने वीजा मंगवाया और संजीत काे 24 अगस्त 2023 काे कम्बोडिया भेज दिया। संजीत काे कम्बोडिया में पाकिस्तानी एजेंट आनंद के हवाले कर दिया गया। फिर संजीत आनंद के डेक्सी गैंग नामक कंपनी में गया। वहां संजीत काे पता चला कि कंपनी में गलत काम कराया जाता है। वहां से संजीत ने निकलने की काेशिश की ताे कहा गया कि तुम्हारे एजेंट काे 2 हजार यूएस डाॅलर दिया गया है। यह वापस हाेगा तब जाने देंगे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow