थैले में बंद कर खेत में फेंका नवजात:मुरादाबाद में धान के खेत में मिला बच्चा, नीले पड़ गए थे हाथ पैर

मुरादाबाद में एक नवजात को किसी ने थैले में बंद करके धान के खेत में फेंक दिया। खेत मालिक ने बच्चे का नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया है। बच्चे के हाथ पैर नीले पड़ चुके थे। ग्रामीण ने नवजात को नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। नवजात को जन्म देने वाली मां और उसके खेत में फेंकने वाले के बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है। बंद था थैले का मुंह, हलचल देख ग्रामीण ने खोला मामला बिलारी थाना क्षेत्र के गांव बिचौला कुंदरकी का है। यहां रहने वाले कृपाल ने बताया कि उसके धान के खेत में एक थैला पड़ा था। इसमें हलचल हो रही थी। उसके चाचा की नजर थैले पर पड़ी तो उन्होंने उसे खोलकर देखा। इस थैले के अंदर एक नवजात था। जिसकी सांसें चल रही थीं। थैले में बंद होने की वजह से उसके हाथ पैर नीले पड़ चुके थे। थैला बंद होने से नीले पड़े नवजात के हाथ पैर कृपाल ने बताया कि उसके चाचा ने उसके इसके बारे में जानकारी दी। सूचना मिलते ही वो तुरंत खेत पर दौड़ा। उसने जाकर देखा तो नवजात के हाथ पैर एकदम नीले पड़ चुके थे। शायद थैले का मुंह बंद होने की वजह से उसका दम घुट रहा था। थैले का मुंह बंद करके उसे फेंकने वाले का भी शायद यही इरादा रहा होगा कि किसी तरह दम घुटकर नवजात की मौत हो जाए। कृपाल ने बताया कि नवजात की हालत देखते ही वो तुरंत उसे लेकर सीएचसी बिलारी आया। यहां उसे इलाज के लिए एडमिट कराया गया है। कृपाल ने खेत में नवजात मिलने की सूचना पुलिस को भी दी है। अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि ये नवजात किसका है और किसने उसे धान के खेत में फेंक दिया।

Nov 13, 2024 - 07:00
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थैले में बंद कर खेत में फेंका नवजात:मुरादाबाद में धान के खेत में मिला बच्चा, नीले पड़ गए थे हाथ पैर
मुरादाबाद में एक नवजात को किसी ने थैले में बंद करके धान के खेत में फेंक दिया। खेत मालिक ने बच्चे का नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया है। बच्चे के हाथ पैर नीले पड़ चुके थे। ग्रामीण ने नवजात को नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। नवजात को जन्म देने वाली मां और उसके खेत में फेंकने वाले के बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है। बंद था थैले का मुंह, हलचल देख ग्रामीण ने खोला मामला बिलारी थाना क्षेत्र के गांव बिचौला कुंदरकी का है। यहां रहने वाले कृपाल ने बताया कि उसके धान के खेत में एक थैला पड़ा था। इसमें हलचल हो रही थी। उसके चाचा की नजर थैले पर पड़ी तो उन्होंने उसे खोलकर देखा। इस थैले के अंदर एक नवजात था। जिसकी सांसें चल रही थीं। थैले में बंद होने की वजह से उसके हाथ पैर नीले पड़ चुके थे। थैला बंद होने से नीले पड़े नवजात के हाथ पैर कृपाल ने बताया कि उसके चाचा ने उसके इसके बारे में जानकारी दी। सूचना मिलते ही वो तुरंत खेत पर दौड़ा। उसने जाकर देखा तो नवजात के हाथ पैर एकदम नीले पड़ चुके थे। शायद थैले का मुंह बंद होने की वजह से उसका दम घुट रहा था। थैले का मुंह बंद करके उसे फेंकने वाले का भी शायद यही इरादा रहा होगा कि किसी तरह दम घुटकर नवजात की मौत हो जाए। कृपाल ने बताया कि नवजात की हालत देखते ही वो तुरंत उसे लेकर सीएचसी बिलारी आया। यहां उसे इलाज के लिए एडमिट कराया गया है। कृपाल ने खेत में नवजात मिलने की सूचना पुलिस को भी दी है। अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि ये नवजात किसका है और किसने उसे धान के खेत में फेंक दिया।

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