दंगा और बलवा नियंत्रण के लिए पुलिस तैयार:अलीगढ़ में प्रशिक्षु एसआई नहीं लोड कर पाई बंदूक; SSP बोले, खाती पीती नहीं हो क्या
अलीगढ़ सूबे के संवेदनशील जिलों में शामिल है। संभल में बिगड़े हालात को देखते हुए जिले में भी पुलिस फोर्स पूरी तरह से तैयार है। दंगा और बलवे से निपटने के लिए शुक्रवार को पुलिस लाइन में अधिकारयों और पुलिस कर्मियों ने हथियार चलाने और दंगे से निपटने का अभ्यास किया। एसएसपी की निगरानी में सारी प्रक्रिया पूरी की गई। पुलिस कर्मियों से हथियार चलाए गए। इस दौरान एक महिला एसआई बंदूक लोड नहीं कर पाई। जिसके बाद एसएसपी ने उनसे पूछा कि खाती पीती नहीं हो, कितनी कमजोर हो। किस थाने में पोस्टिंग है तुम्हारी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस कर्मियों को हथियार चलाने की बारीकी भी बताई। प्रशिक्षु पुलिस कर्मियों को दी गई ट्रेनिंग पुलिस लाइन में एसएसपी ने प्रशिक्षु पुलिस कर्मियों की परेड ली और उन्हें दंगे और बलवे से निपटने की बारीकी बताई। उन्हें यह भी बताया कि दंगे के समय प्लास्टिक बुलट को फायर करना है और इसे सीधे चलाने के बजाय जमीन पर चलाना है। जिससे किसी को नुकसान न हो। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस कर्मियों को विभिन्न तरीके बताए गए। जिसमें फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पानी की बौछार, लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले और दंगाईयों पर रबर के गोले, एंटी राइट गन, रबर बुलेट गन, टीयर गैस गन, हैंड ग्रेनेड, मिर्ची बम चलाने का प्रशिक्षण दिया गया। बड़े बाल दिखे तो लगवाई दौड़ एसएसपी ने अभ्यास सत्र के दौरान पुलिस कर्मियों का रहन सहन और उनक चाल ढ़ाल का भी मुआयना किया। पुलिस कर्मियों को निर्देश दिए गए कि उनके बाल और दाढ़ी विभाग की गरिमा के अनुरूप होनी चाहिए और हर दिन शेविंग की जानी चाहिए। महिलाएं जाली लगाकर अनिवार्य रूप से अपने बाल बांधेंगी। इस दौरान कुछ पुलिस कर्मियों के बाल बड़े ओर स्टाइलिश नजर आए, जिसके बाद उन्हें सजा के तौर पर हथियार लेकर परेड ग्राउंड में दौड़ भी लगवाई गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान विभिन्न थानों में तैनात 200 से ज्यादा प्रशिक्षु पुलिस कर्मी शामिल हुए, जिन्हें संवेदनशील माहौल को हैंडल करने का प्रशिक्षण दिया गया।
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