दिल्ली के 'सनातन संसद' में उठेगा तिरुपति मंदिर का मुद्दा:लखनऊ में देवकीनंदन बोले- मंदिरों पर बाहरी नियंत्रण बर्दाश्त नहीं, सरकार उठाए कदम
लखनऊ पहुंचे धर्मगुरु देवकीनंदन महाराज ने सनातन धर्म और मंदिरों से जुड़े मुद्दों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा- 100 करोड़ सनातनियों का यह विषय है। यह ऐसा मुद्दा है, जिसके बिना हम नहीं रह सकते। जिस तरह से मीडिया रिपोर्ट्स में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में पशु चर्बी की मिलावट की खबर सामने आई, वह चिंता का विषय है। देवकीनंदन महाराज ने इसे एक बड़ी चिंता का विषय बताते हुए आरोप लगाया कि कई मंदिरों में ऐसे लोग काम कर रहे हैं, जो हिंदू आस्था में विश्वास नहीं रखते। उन्होंने कहा कि 16 नवंबर को दिल्ली में 'सनातन संसद' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। उनका कहना है कि मंदिरों को बाहरी नियंत्रण में रखने और उनसे होने वाली आय के दुरुपयोग पर भी विचार होगा। उन्होंने मांग की है कि कृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण किया जाए। तिरुपति बालाजी मंदिर में मिलावट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि सनातन धर्म बोर्ड का गठन किया जाए ताकि सनातन धर्म और देश की धार्मिक धरोहर को सुरक्षित रखा जा सके। उन्होंने कहा- मेरा देश, मेरा धर्म सुरक्षित रहना चाहिए और सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए।
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