देवरिया में प्रशासन और करणी सेना आमने-सामने:निहाल और विशाल की हत्या के विरोध में होनी थी श्रद्धांजलि सभा, नहीं मिली अनुमति
देवरिया में छात्र नेता विशाल सिंह और निहाल सिंह की हत्या के विरोध में करणी सेना द्वारा रविवार को होने श्रद्धांजलि सभा के लिए जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। इसको लेकर जिला प्रशासन और करणी सेना में रार छिड़ गई। एक तरफ जहां करणी सेना के कार्यकर्ता किसी भी कीमत पर कार्यक्रम करने की बात कह रहे हैं। वहीं प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल पर मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने बिना अनुमति कार्यक्रम किए जाने से मना कर दिया। आइए बताते हैं क्या है पूरा मामला शहर के मुंसफ कॉलोनी निवासी निहाल सिंह की छठ पूजा के दिन पैतृक गांव समोगर से लौटते समय जड्डू परसिया में गोली मारकर दिन दहाड़े हत्या कर दी गई। वहीं हौली बलिया गांव निवासी छात्र नेता विशाल सिंह की हत्या 16 नवंबर को घर से बुलाकर कार दी गई थी। दोनों हत्याओं से जिले में सनसनी फैल गई थी। करणी सेना के वीरू सिंह ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होने पर बड़े प्रदर्शन की धमकी दी थी। वहीं पुलिस ने तेजी दिखाते हुए दोनों हत्याकांडों में शामिल अधिकतर अभियुक्तों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। करणी सेना ने एक दिसंबर को श्रद्धांजलि सभा शहर के महारानी चंडिका छात्रावास में करने का निश्चय किया था। इसकी तैयारियां भी ज़ोर शोर हो रही थीं। शनिवार को अचानक महारानी चंडिका छात्रावास पहुंचे सदर कोतवाल दिलीप सिंह ने बिना अनुमति कार्यक्रम किए जाने से रोक दिया। मौके पर पहुंचे सीओ सदर संजय रेड्डी ने मंच इत्यादि के सामान को टेंट वाले से ले जाने के लिए बोल दिया। इसको लेकर करणी सेना कार्यकर्ता और पुलिस अधिकारी आमने सामने आ गए। कुछ ही देर में एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने पहुंचकर प्रशासन की मंशा से अवगत कराया। लगभग आधा घंटा रुकने के बाद चलते बने। तब से कार्यक्रम स्थल पर दो कॉन्स्टेबल की तैनाती कर दी गई है। वहीं करणी सेना के मंडल अध्यक्ष पवन शाही ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों जैसे गुजरात,राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से कार्यकर्ता शामिल होने के लिए निकल चुके हैं। हमने प्रशासन से शांतिपूर्ण आयोजन की अनुमति मांगी थी नहीं मिली है। आयोजन के लिए हमारा प्रयास जारी है।
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