'देश में सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए':शांतनु महाराज बोले- भगवान राम 500 साल बाद अयोध्या मंदिर में विराजमान हुए
अमेठी में तिलोई स्थित आरबीएस इंटर कॉलेज में आयोजित 9 दिवसीय श्रीराम कथा के दौरान अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक शांतनु महाराज ने सनातन धर्म के पुनर्जागरण की बात करते हुए देश में सनातन बोर्ड के गठन की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जैसे अन्य बोर्ड बने हैं, वैसे ही सनातन धर्म के प्रचार और संरक्षण के लिए भी एक बोर्ड का गठन होना चाहिए। कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के नेतृत्व में किया जा रहा है। इस दौरान कथा वाचक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान "बंटोगे तो कटोगे" का समर्थन करते हुए कहा, "जब भी हिंदू धर्म को क्षति पहुंचेगी, उसका असर संपूर्ण मानवता पर पड़ेगा। इसलिए हिंदुओं और सनातनियों को एकजुट रहना होगा।" सनातन धर्म के पुनर्जागरण का उत्सव शांतनु महाराज ने कहा, "भगवान रामलला 500 वर्षों बाद अयोध्या के मंदिर में विराजमान हुए हैं। यह सनातन धर्म के पुनर्जागरण का समय है, जो दिव्य काल तक चलता रहेगा।" उन्होंने सनातन धर्म को संपूर्ण मानवता के लिए कल्याणकारी बताते हुए इसे मजबूत करने पर जोर दिया। राज्यमंत्री के नेतृत्व में भव्य आयोजन कार्यक्रम के आयोजक मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि यह श्रीराम कथा सनातन धर्म के गौरव को पुनर्जीवित करने का एक प्रयास है। कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और शांतनु महाराज के प्रवचनों का लाभ लिया। सनातनियों के लिए एकजुटता का संदेश महाराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "यदि हम विभाजित होंगे, तो न केवल हमारा धर्म कमजोर होगा, बल्कि देश का भी विभाजन हो सकता है। यह समय है कि सनातन धर्म के अनुयायी एकजुट होकर अपने धर्म और संस्कृति को मजबूत करें।"
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