पृथक पूर्वांचल राज्य की मांग, पदयात्रा पहुंची विंध्याचल:मिर्जापुर में आंदोलनकारी बोले- विकास के लिए अलग होना जरूरी

पृथक पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर पूर्वांचल राज्य जनांदोलन की पदयात्रा 23वें दिन मिर्जापुर के विंध्याचल धाम पहुंची। यह यात्रा गुजरात के सूरत से शुरू होकर वाराणसी में समाप्त होगी। आंदोलन का उद्देश्य पूर्वांचल क्षेत्र के 28 जिलों को उत्तर प्रदेश से अलग कर पृथक राज्य का गठन करना है। गुजरात से शुरू हुई ऐतिहासिक यात्रा यात्रा का नेतृत्व गुजरात प्रभारी अमित तिवारी और सूरत प्रभारी सुनील मौर्य कर रहे हैं। 7 नवंबर को सूरत से शुरू हुई इस पदयात्रा ने मध्य प्रदेश के झाबुआ, उज्जैन, भोपाल, सागर, मैहर, रीवा जैसे शहरों को पार करते हुए अब तक 1250 किमी की दूरी तय की है। मिर्जापुर में यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। पूर्वांचल की उपेक्षा पर सवाल अमित तिवारी ने बताया कि पूर्वांचल के 28 जिले प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध होने के बावजूद बेरोजगारी और पिछड़ेपन की समस्या से जूझ रहे हैं। स्थानीय युवा पश्चिमी राज्यों में रोजगार की तलाश में पलायन को मजबूर हैं। उन्होंने कहा, "पूर्वांचल में उद्योगों और ढांचागत विकास की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन सरकारी उपेक्षा के चलते यह क्षेत्र पिछड़ रहा है।" राष्ट्रीय नेतृत्व का समर्थन मध्य प्रदेश की सीमा पर आंदोलन को और मजबूती मिली, जब जनांदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज राही हिंदुस्तानी और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश पांडेय पदयात्रा में शामिल हुए। मिर्जापुर प्रभारी विजय मौर्य ने बताया कि यात्रा अगले तीन दिनों में 70 किमी की दूरी तय कर 2 दिसंबर को वाराणसी पहुंचेगी, जहां बाबा काल भैरव और काशी विश्वनाथ के दर्शन के साथ इसका समापन होगा। भव्य स्वागत और बड़ी भागीदारी यात्रा के स्वागत में जिले के सह प्रभारी इम्तियाज अहमद, महासचिव वंदना रघुवंशी, शैलेश वर्मा, उमेश मिश्रा, सूबी बानो और हरवंश पटेल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

Nov 30, 2024 - 12:50
 0  6.4k
पृथक पूर्वांचल राज्य की मांग, पदयात्रा पहुंची विंध्याचल:मिर्जापुर में आंदोलनकारी बोले- विकास के लिए अलग होना जरूरी
पृथक पूर्वांचल राज्य की मांग को लेकर पूर्वांचल राज्य जनांदोलन की पदयात्रा 23वें दिन मिर्जापुर के विंध्याचल धाम पहुंची। यह यात्रा गुजरात के सूरत से शुरू होकर वाराणसी में समाप्त होगी। आंदोलन का उद्देश्य पूर्वांचल क्षेत्र के 28 जिलों को उत्तर प्रदेश से अलग कर पृथक राज्य का गठन करना है। गुजरात से शुरू हुई ऐतिहासिक यात्रा यात्रा का नेतृत्व गुजरात प्रभारी अमित तिवारी और सूरत प्रभारी सुनील मौर्य कर रहे हैं। 7 नवंबर को सूरत से शुरू हुई इस पदयात्रा ने मध्य प्रदेश के झाबुआ, उज्जैन, भोपाल, सागर, मैहर, रीवा जैसे शहरों को पार करते हुए अब तक 1250 किमी की दूरी तय की है। मिर्जापुर में यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। पूर्वांचल की उपेक्षा पर सवाल अमित तिवारी ने बताया कि पूर्वांचल के 28 जिले प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध होने के बावजूद बेरोजगारी और पिछड़ेपन की समस्या से जूझ रहे हैं। स्थानीय युवा पश्चिमी राज्यों में रोजगार की तलाश में पलायन को मजबूर हैं। उन्होंने कहा, "पूर्वांचल में उद्योगों और ढांचागत विकास की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन सरकारी उपेक्षा के चलते यह क्षेत्र पिछड़ रहा है।" राष्ट्रीय नेतृत्व का समर्थन मध्य प्रदेश की सीमा पर आंदोलन को और मजबूती मिली, जब जनांदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज राही हिंदुस्तानी और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश पांडेय पदयात्रा में शामिल हुए। मिर्जापुर प्रभारी विजय मौर्य ने बताया कि यात्रा अगले तीन दिनों में 70 किमी की दूरी तय कर 2 दिसंबर को वाराणसी पहुंचेगी, जहां बाबा काल भैरव और काशी विश्वनाथ के दर्शन के साथ इसका समापन होगा। भव्य स्वागत और बड़ी भागीदारी यात्रा के स्वागत में जिले के सह प्रभारी इम्तियाज अहमद, महासचिव वंदना रघुवंशी, शैलेश वर्मा, उमेश मिश्रा, सूबी बानो और हरवंश पटेल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow