प्रतापगढ़ डीएम अचानक पहुंचे धान क्रय केंद्र:समय पर तौल और भुगतान सुनिश्चित करने के आदेश, खरीद प्रक्रिया पारदर्शी रखें
प्रतापगढ़ में किसानों के धान की खरीद को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को जिलाधिकारी संजीव रंजन और पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने महुली मंडी स्थित धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए। धान क्रय केंद्रों पर लापरवाही उजागर जिले में 1 नवंबर से 52 धान क्रय केंद्र शुरू किए गए थे, लेकिन दीवाली की छुट्टियों के चलते 4 नवंबर से खरीदारी प्रक्रिया आरंभ हो सकी। किसानों की मांग को देखते हुए डीएम ने 19 नवंबर को 23 नए केंद्र खोलने की अनुमति दी। इसके तहत 20 नवंबर से कुल 75 केंद्रों पर खरीदारी शुरू करने के निर्देश जारी किए गए। हालांकि, कुछ केंद्रों पर व्यवस्थागत खामियां उजागर हुईं। डीएम को मिलीं यह खामियां प्रशासन ने लापरवाही पर दिखाई सख्ती महुली मंडी के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी और एसपी ने केंद्र प्रभारियों को चेतावनी दी और कहा कि किसानों के धान की खरीद प्रक्रिया में कोई बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समय पर तौल और भुगतान सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए। खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने पर जोर दिया गया। प्रशासन की सक्रियता से किसानों को राहत मिलने की संभावना है। हालांकि, धान क्रय केंद्रों की अव्यवस्थाओं को सुधारने की जरूरत अब भी बनी हुई है। महुली मंडी के एक किसान ने बताया, "धान बेचने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। कुछ केंद्रों पर तौल प्रक्रिया धीमी है। प्रशासन के इस कदम से उम्मीद है कि समस्याएं जल्द खत्म होंगी।" जिले के 75 धान क्रय केंद्रों पर सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण और कड़ी निगरानी जरूरी है। प्रशासन की सक्रियता से किसानों के लिए एक पारदर्शी और सुविधाजनक तंत्र विकसित होने की उम्मीद की जा रही है।
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