फेंफड़े के मरीज दीवाली में धुएं से बनाएं दूरी:जहरीला धुआं बन जाएगा आपके लिए घातक, हार्ट आटैक तक का बढ़ जाता है खतरा
यदि आप सांस से फेफड़े से संबंधित दिक्कतों से परेशान है तो ध्यान रखिए इस दीवाली आपको पटाखे से निकलने वाला जहरीला धुआं काफी नुकसान पहुंचा सकता है। इस लिए आपको अपना ख्याल खुद ही रखना होगा और अपने वातावरण को शुद्ध बनाने में मदद करनी होगी। मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. संजय वर्मा ने धुआं से बचने के लिए कई टिप्स दिए है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के फेफड़े अधिक खराब उनके लिए ये धुआं जानलेवा भी साबित हो सकता है। ऐसे लोगों में हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। धुएं के साथ ठंड का भी पड़ेगा असर डॉ. संजय वर्मा ने बताया कि जब-जब ठंड बढ़ती है तो फेफड़े की समस्या भी बढ़ जाती है। इसके साथ यदि प्रदूषण का प्रभाव भी बढ़ा तो और समस्या हो सकती है। ये वहीं माहौल है। सुबह व शाम को वातावरण में ठंडक है और फिर पटाखों से निकलने वाला धुआं सबसे ज्यादा खतरनाक है। सांस नली में सूजन आ जाती है इस जहरीले धुएं से सांस नली में सूजन आ जाती है। ऐसे में मरीजों को खांसी, बलगम आना स्वाभाविक हो जाता है, जिन मरीजों को टीबी की बीमारी पहले से होती है उनके लिए ज्यादा समस्या बन जाती है। कभी-कभी बुखार भी आ जाता है। जिनके फेफड़े ज्यादा खराब उनको अटैक का खतरा डॉ. वर्मा ने बताया कि जिन लोगों के फेफड़े ज्यादा कमजोर है उन्हें अटैक पड़ने का भी खतरा होता है। ऐसे मरीजों को ये पटाखे का धुआं बहुत तेजी से अंदर के हिस्सों को और कमजोर कर देता है। मास्क का करे प्रयोग, गुनगुने पानी का गरारा है बेस्ट इस मौसम में सभी लोगों को, खास कर सांस वाले मरीजों को मास्क का प्रयोग ज्यादा करना चाहिए। इसके दिन में दो से चार बार गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए। यदि आपको गले में जरा सी भी एलर्जी महसूस हो रही है तो सबसे पहले गुनगुने पानी से गरारा करना चाहिए। यदि हल्का फुल्का कोई संक्रमण होगा तो वह आगे नहीं बढ़ पाएगे। विटामिन C का सेवन करें अधिक इस मौसम में मौसमी फलों का सेवन अधिक करना चाहिए और खास कर के विटामिन C वाले फलों का सेवन जरूर करें। इससे आपकी शारीरिक क्षमता मजबूत रहेगी तो कोई भी संक्रमण शरीर पर जल्दी अटैक नहीं कर पाएगा।
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