बदायूं में शांतिपूर्ण तरीके से हुई जुमे की नमाज:संभल हिंसा के बाद था पहला जुमा, संवेदनशील जगहों पर एसएसपी ने किया मार्च

बदायूं में जुमा की नमाज शुक्रवार को शांतिपूर्ण ढंग से पढ़ी गई। शहर की जामा मस्जिद पर पुलिस तैनात रही। हालांकि किसी ने कोई हरकत नहीं की और माहौल सामान्य बना रहा। नमाज पढ़ने के बाद लोग शांति से अपने घरों को लौट गए। इधर, एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने भी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल के साथ पैदल मार्च किया। पड़ोसी जिला संभल में हुई हिंसा के बाद यह पहला जुमा था। हालांकि इस हिंसा के बाद से ही पुलिस लगातार संवेदनशील स्थानों और मिश्रित आबादी वाले इलाकों में लगातार पुलिस ड्रोन के जरिए निगरानी करते हुए पैदल गश्त कर रही थी। थानों में पीस कमेटियों की बैठकें भी ली गईं। खुराफाती तत्वों को भी इस दौरान चेताया गया कि उनके इलाके में कहीं भी गड़बड़ी हुई तो जिम्मेदारी सीधे तौर पर उनकी ठहराई जाएगी। नतीजतन शहर समेत जिलेभर में शांति बनी रही। अफसर भी लगातार अधीनस्थों के संपर्क में रहकर हालत का जायजा लेते रहे। आम दिनों की तरह रही बाजार वहीं, खुफिया तंत्र भी बाजार से लेकर मिश्रित आबादी वाले इलाकों में चल रहीं गतिविधियों का इनपुट सीधे अधिकारियों को भेजते रहे, ताकि आगे की प्लानिंग की जा सके। शहर के बाजार में भी रोजाना की तरह रौनक रही न तो किसी को किसी विवाद की आशंका थी और न ही किसी विरोध की उम्मीद। आम दिनों की तरह दुकानों पर ग्राहक पहुंचे और खरीददारी की।

Nov 29, 2024 - 15:15
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बदायूं में शांतिपूर्ण तरीके से हुई जुमे की नमाज:संभल हिंसा के बाद था पहला जुमा, संवेदनशील जगहों पर एसएसपी ने किया मार्च
बदायूं में जुमा की नमाज शुक्रवार को शांतिपूर्ण ढंग से पढ़ी गई। शहर की जामा मस्जिद पर पुलिस तैनात रही। हालांकि किसी ने कोई हरकत नहीं की और माहौल सामान्य बना रहा। नमाज पढ़ने के बाद लोग शांति से अपने घरों को लौट गए। इधर, एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने भी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल के साथ पैदल मार्च किया। पड़ोसी जिला संभल में हुई हिंसा के बाद यह पहला जुमा था। हालांकि इस हिंसा के बाद से ही पुलिस लगातार संवेदनशील स्थानों और मिश्रित आबादी वाले इलाकों में लगातार पुलिस ड्रोन के जरिए निगरानी करते हुए पैदल गश्त कर रही थी। थानों में पीस कमेटियों की बैठकें भी ली गईं। खुराफाती तत्वों को भी इस दौरान चेताया गया कि उनके इलाके में कहीं भी गड़बड़ी हुई तो जिम्मेदारी सीधे तौर पर उनकी ठहराई जाएगी। नतीजतन शहर समेत जिलेभर में शांति बनी रही। अफसर भी लगातार अधीनस्थों के संपर्क में रहकर हालत का जायजा लेते रहे। आम दिनों की तरह रही बाजार वहीं, खुफिया तंत्र भी बाजार से लेकर मिश्रित आबादी वाले इलाकों में चल रहीं गतिविधियों का इनपुट सीधे अधिकारियों को भेजते रहे, ताकि आगे की प्लानिंग की जा सके। शहर के बाजार में भी रोजाना की तरह रौनक रही न तो किसी को किसी विवाद की आशंका थी और न ही किसी विरोध की उम्मीद। आम दिनों की तरह दुकानों पर ग्राहक पहुंचे और खरीददारी की।

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