बनारस स्टेडियम का नाम बदलने पर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन:राष्ट्रपति के नाम SDM को सौंपा ज्ञापन, पुराना नाम "संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम" बहाल करने की मांग
कासगंज में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बनारस के प्रतिष्ठित स्टेडियम का नाम बदलने पर जोरदार विरोध किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्टेडियम का पुराना नाम "संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम" बहाल करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम SDM को ज्ञापन सौंपा। मंगलवार को कासगंज जनपद की तहसील में जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने बनारस के प्रतिष्ठित स्टेडियम "बाबू संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम" का नाम बदलने पर अपना विरोध जताया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन SDM सदर कोमल पंवार को सौंपा और स्टेडियम का पुराना नाम फिर से बहाल करने की मांग की। जिला कांग्रेस महासचिव अमित पाठक ने इस दौरान बताया कि बनारस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पुराने प्रतिष्ठित स्टेडियम के आधुनिक निर्माण का उद्घाटन किया गया था, लेकिन इसके साथ ही स्टेडियम से बाबू संपूर्णानंद का नाम हटा दिया गया। कांग्रेस का मानना है कि यह केवल काशी की गौरवशाली विरासत का अपमान नहीं है, बल्कि संपूर्णानंद जैसे लोकप्रिय राजनेता के सम्मान का भी हनन है। आहत हुए काशीवासी अमित पाठक ने कहा कि स्टेडियम का नाम बदलना काशी और उसके निवासियों की भावनाओं का अपमान है। उन्होंने सरकार की इस कार्रवाई को "घृणित" बताया और कहा कि काशी के लाखों लोग इससे आहत हुए हैं। कांग्रेस पार्टी ने इस कृत्य की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री से मांग की है कि स्टेडियम का नाम पुनः "संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम" रखा जाए। कार्यक्रम में शामिल कार्यकर्ता कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह महापुरुषों का लगातार अपमान करती आई है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि वह इस प्रकार के निर्णयों का पुरजोर विरोध करती रहेगी। प्रदर्शन में कांग्रेस के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे, जिन्होंने एक स्वर में स्टेडियम का नाम बदलने की निंदा की और इसे तत्काल बहाल करने की मांग की।
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