बलरामपुर में छाए बादल:किसान बोले- बारिश हुई तो खराब हो जाएगी फसल, 50 प्रतिशत कटी धान की फसल

बलरामपुर जनपद में अचानक मौसम में आए बदलाव ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। शनिवार सुबह से जिले में छाए बादलों ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी हैं। किसानों को डर सता रहा है कि यदि बारिश हुई, तो उनकी धान की फसलें खराब हो सकती हैं। जिले में धान की फसल पक चुकी है और लगभग 50% फसलों की कटाई भी की जा चुकी है, लेकिन किसान अभी तक अपनी फसल को घर नहीं ले जा पाए हैं। यह स्थिति किसानों के लिए बेहद चिंताजनक है, क्योंकि मौसम की अनिश्चितता से उनकी मेहनत पर संकट मंडरा रहा है। बलरामपुर के स्थानीय किसान दिलीप और रमेश कुमार का कहना है कि यदि हल्की सी भी बारिश होती है, तो उनकी फसल को गंभीर नुकसान हो सकता है। उन्होंने बताया कि धान की फसलें पूरी तरह से पक गई हैं, लेकिन कटाई के बाद भी उन्हें घर नहीं लाया जा सका है। अगर मौसम में बदलाव नहीं हुआ, तो वे अपनी फसलों को सुरक्षित रूप से घर तक पहुंचा पाएंगे। किसानों की चिंता इस बात को लेकर भी है कि जिले में अभी भी कई फसलें खेतों में लगी हुई हैं। सभी फसलें पक चुकी हैं, लेकिन उनमें से अधिकतर की कटाई अभी बाकी है। अब किसान बादलों के घेरने और मौसम में बदलाव के कारण चिंतित हैं। इस बदलते मौसम के चलते किसान अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। वे उम्मीद कर रहे हैं कि अगले 15 दिनों तक मौसम स्थिर रहे, ताकि वे अपनी फसल को घर तक पहुंचा सकें और उसे सुरक्षित रख सकें।

Nov 2, 2024 - 10:45
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बलरामपुर में छाए बादल:किसान बोले- बारिश हुई तो खराब हो जाएगी फसल, 50 प्रतिशत कटी धान की फसल
बलरामपुर जनपद में अचानक मौसम में आए बदलाव ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। शनिवार सुबह से जिले में छाए बादलों ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी हैं। किसानों को डर सता रहा है कि यदि बारिश हुई, तो उनकी धान की फसलें खराब हो सकती हैं। जिले में धान की फसल पक चुकी है और लगभग 50% फसलों की कटाई भी की जा चुकी है, लेकिन किसान अभी तक अपनी फसल को घर नहीं ले जा पाए हैं। यह स्थिति किसानों के लिए बेहद चिंताजनक है, क्योंकि मौसम की अनिश्चितता से उनकी मेहनत पर संकट मंडरा रहा है। बलरामपुर के स्थानीय किसान दिलीप और रमेश कुमार का कहना है कि यदि हल्की सी भी बारिश होती है, तो उनकी फसल को गंभीर नुकसान हो सकता है। उन्होंने बताया कि धान की फसलें पूरी तरह से पक गई हैं, लेकिन कटाई के बाद भी उन्हें घर नहीं लाया जा सका है। अगर मौसम में बदलाव नहीं हुआ, तो वे अपनी फसलों को सुरक्षित रूप से घर तक पहुंचा पाएंगे। किसानों की चिंता इस बात को लेकर भी है कि जिले में अभी भी कई फसलें खेतों में लगी हुई हैं। सभी फसलें पक चुकी हैं, लेकिन उनमें से अधिकतर की कटाई अभी बाकी है। अब किसान बादलों के घेरने और मौसम में बदलाव के कारण चिंतित हैं। इस बदलते मौसम के चलते किसान अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। वे उम्मीद कर रहे हैं कि अगले 15 दिनों तक मौसम स्थिर रहे, ताकि वे अपनी फसल को घर तक पहुंचा सकें और उसे सुरक्षित रख सकें।

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