बलरामपुर में ठंड से बचाव को लेकर एडवाइजरी जारी:गरीबों-राहगीरों के लिए बनाए गए 6 रैन बसेरे, गर्म पेय पदार्थों के सेवन की अपील

बलरामपुर में आगामी दिनों में शीत लहर और घने कुहरे के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एडवाइजरी जारी करते हुए ठंड से बचाव के उपाय सुझाए हैं। जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने बताया- जिले में 6 स्थानों पर रैन बसेरे स्थापित किए गए हैं। इनमें बलरामपुर नगर क्षेत्र में दो, तुलसीपुर, उतरौला, गैसड़ी और पचपेड़वा के नगर पंचायतों में एक-एक रैन बसेरा शामिल है। यहां निराश्रित, असहाय और राहगीरों को निशुल्क रुकने की सुविधा दी जा रही है। सभी रैन बसेरों में गर्म बिस्तर और अन्य आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। साथ ही जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने ठंड से सुरक्षित रखने के लिए सुझाव भी जारी किए हैं। ठंड से बचाव के लिए सुझाव जिला आपदा विशेषज्ञ अरुण सिंह ने बताया कि कमरे को गर्म रखने के लिए लकड़ी या अन्य जलावन का उपयोग खतरनाक हो सकता है। कोयले की अंगीठी या हीटर का इस्तेमाल करते समय खिड़कियां खुली रखें। जिससे जहरीला धुआं न फैले। उन्होंने सर्दियों में तिल, खजूर, अंडे, गुड़, अदरक, शहद और हल्दी वाले दूध के सेवन को फायदेमंद बताया। जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि मौसम की जानकारी के लिए रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों का नियमित रूप से अनुसरण करें और समय-समय पर जारी की जाने वाली एडवाइजरी का पालन करें।

Nov 20, 2024 - 16:05
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बलरामपुर में ठंड से बचाव को लेकर एडवाइजरी जारी:गरीबों-राहगीरों के लिए बनाए गए 6 रैन बसेरे, गर्म पेय पदार्थों के सेवन की अपील
बलरामपुर में आगामी दिनों में शीत लहर और घने कुहरे के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एडवाइजरी जारी करते हुए ठंड से बचाव के उपाय सुझाए हैं। जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने बताया- जिले में 6 स्थानों पर रैन बसेरे स्थापित किए गए हैं। इनमें बलरामपुर नगर क्षेत्र में दो, तुलसीपुर, उतरौला, गैसड़ी और पचपेड़वा के नगर पंचायतों में एक-एक रैन बसेरा शामिल है। यहां निराश्रित, असहाय और राहगीरों को निशुल्क रुकने की सुविधा दी जा रही है। सभी रैन बसेरों में गर्म बिस्तर और अन्य आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। साथ ही जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने ठंड से सुरक्षित रखने के लिए सुझाव भी जारी किए हैं। ठंड से बचाव के लिए सुझाव जिला आपदा विशेषज्ञ अरुण सिंह ने बताया कि कमरे को गर्म रखने के लिए लकड़ी या अन्य जलावन का उपयोग खतरनाक हो सकता है। कोयले की अंगीठी या हीटर का इस्तेमाल करते समय खिड़कियां खुली रखें। जिससे जहरीला धुआं न फैले। उन्होंने सर्दियों में तिल, खजूर, अंडे, गुड़, अदरक, शहद और हल्दी वाले दूध के सेवन को फायदेमंद बताया। जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि मौसम की जानकारी के लिए रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों का नियमित रूप से अनुसरण करें और समय-समय पर जारी की जाने वाली एडवाइजरी का पालन करें।

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