बीफ के शक में नहीं...आरोपी को पकड़ने गई थी पुलिस:रामपुर पुलिस बोली-मारपीट समेत लगाए गए सभी आरोप निराधार

रामपुर पुलिस ने दावा किया है कि बीफ के शक में नहीं बल्कि नामजद आरोपी पकड़ने पुलिस गई थी। इस दौरान आरोपी प्रोग्राम में घुसकर गायब हो गया। इस दौरान पुलिस पर मारपीट, रुपए लूटने और खाना खराब करने के आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। जिले के थाना भोट के क्षेत्र धनुपुरा गांव में मोहम्मद अहमद की बेटी की आज बारात आनी थी। इसके लिए बीते सोमवार को मेहमानों को खाना खिलाने का कार्यक्रम चल रहा था। परिजनों की अगर माने तो पुलिस को शक था कि खाने में बीफ का इस्तेमाल किया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की खाना भी फेंक दिया। परिजनों का इल्जाम है कि भात में दिए तीन लाख रुपए भी पुलिस छीनकर ले गई। साथ ही विरोध करने पर महिलाओं के साथ मारपीट की गई। घटना के बाद परिवार के लोग दहशत में हैं। एसपी ने सभी आरोपों का किया खंडन, सीओ से कराई जांच पुलिस की थ्योरी पर अगर यकीन किया जाए तो थाना भोट पुलिस थाने पर दर्ज नामजद आरोपी हनीफ पुत्र शेरा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ग्राम धनुपुरा गयी थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए हनीफ पास में चल रहे खाने के प्रोग्राम में भीड़ में घुस गया, जो पुलिस को नहीं मिल सका। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए झूठ, बेबुनियाद इल्जाम लगाए एसपी विद्या सागर मिश्र ने बताया कि मौके पर पुलिस के पहुंचने पर दबाव बनाने के मकसद से झूठ और बेबुनियाद इल्जाम लगाये गए हैं। इस मामले में क्षेत्राधिकारी बिलासपुर द्वारा मौके पर जाकर भी जांच की गई।

Nov 19, 2024 - 23:15
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बीफ के शक में नहीं...आरोपी को पकड़ने गई थी पुलिस:रामपुर पुलिस बोली-मारपीट समेत लगाए गए सभी आरोप निराधार
रामपुर पुलिस ने दावा किया है कि बीफ के शक में नहीं बल्कि नामजद आरोपी पकड़ने पुलिस गई थी। इस दौरान आरोपी प्रोग्राम में घुसकर गायब हो गया। इस दौरान पुलिस पर मारपीट, रुपए लूटने और खाना खराब करने के आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। जिले के थाना भोट के क्षेत्र धनुपुरा गांव में मोहम्मद अहमद की बेटी की आज बारात आनी थी। इसके लिए बीते सोमवार को मेहमानों को खाना खिलाने का कार्यक्रम चल रहा था। परिजनों की अगर माने तो पुलिस को शक था कि खाने में बीफ का इस्तेमाल किया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की खाना भी फेंक दिया। परिजनों का इल्जाम है कि भात में दिए तीन लाख रुपए भी पुलिस छीनकर ले गई। साथ ही विरोध करने पर महिलाओं के साथ मारपीट की गई। घटना के बाद परिवार के लोग दहशत में हैं। एसपी ने सभी आरोपों का किया खंडन, सीओ से कराई जांच पुलिस की थ्योरी पर अगर यकीन किया जाए तो थाना भोट पुलिस थाने पर दर्ज नामजद आरोपी हनीफ पुत्र शेरा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ग्राम धनुपुरा गयी थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए हनीफ पास में चल रहे खाने के प्रोग्राम में भीड़ में घुस गया, जो पुलिस को नहीं मिल सका। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए झूठ, बेबुनियाद इल्जाम लगाए एसपी विद्या सागर मिश्र ने बताया कि मौके पर पुलिस के पहुंचने पर दबाव बनाने के मकसद से झूठ और बेबुनियाद इल्जाम लगाये गए हैं। इस मामले में क्षेत्राधिकारी बिलासपुर द्वारा मौके पर जाकर भी जांच की गई।

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