बीमार गोवंश को सड़क पर रखकर जाम लगाने की कोशिश:बदायूं में तुरंत पहुंचे अधिकारी, इलाज देते ही गई जान

बदायूं में चार दिन से बीमार पड़े गोवंश का इलाज नहीं किया गया। स्थानीय लोगों ने सीवीओ डॉ. समदर्शी सरोज को भी सूचना दी, लेकिन इलाज के नाम पर खानापूर्ति की गई। नतीजतन पब्लिक का आक्रोश भड़ गया और लोगों ने बीमार गाय को चौराहे पर रखकर जाम लगाने की कोशिश की। मामले की जानकारी पर पुलिस समेत सिटी मजिस्ट्रेट व सीवीओ मौके पर पहुंचे और गाय का आनन-फानन में इलाज किया गया। जबकि उसे गोशाला पहुंचाने के लिए वाहन में चढ़ाया, लेकिन मौत हो गई। पूरा मामला शहर के रजि चौक के पास का है। यहां रहने वाले अधिवक्ता गिरीश ग्रोवर के खाली पड़े प्लाट में बीमार गाय चार दिन पहले दिखी। उन्होंने उस गाय का अपने स्तर से इलाज करने समेत पशु प्रेमियों को सूचना दी। जबकि बाद में इलाके के कई लोगों ने सीवीओ को कॉल की। बताया जाता है कि रविवार को एक पैरावेट पहुंचा और गाय को इंजेक्शन लगाकर लौट गया। हालत में सुधार न देख भड़के इधर, गाय की हालत में सुधार न देख लोग भड़क गए और सोमवार को गाय को उठाकर चौराहे पर ला रखा। जबकि इसके बाद जाम लगाने की कोशिश करते हुए आक्रोश जाहिर किया। मामले की जानकारी पर पुलिस बल मौके पर जा पहुंचा और भीड़ को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोगों का कहना था कि पशु चिकित्सा विभाग अपने काम में पूरी तरह फेल है, केवल रिकार्ड में गोवंशों का संरक्षण हो रहा है। जबकि धरातल पर रोजाना गोवंश सरेराह मर रहे हैं। गौशालाओं में भी हालात खराब हैं। मामले की जानकारी पर सिटी मजिस्ट्रेट समेत सीवीओ डाक्टर को लेकर पहुंचे और गाय का इलाज कराया गया। कीड़े खा चुके थे आंख व कंधा बताया जाता है कि गाय की एक आंख और कंधा कीड़े खा चुके थे। उसके पूरे जिस्म में कीड़े पड़ चुके थे। यह देख भीड़ और आक्रोशित हो गई। गाय को गौशाला पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था कराने की बात आई तो सिटी मजिस्ट्रेट ने नगर पालिका को सूचित करते हुए वाहन भेजने को कहा। हालांकि वाहन नहीं पहुंचा। लोगों का कहना था पालिका को भी बीमार गाय की जानकारी दी गई लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। निजी वाहन में तोड़ा दम थक हारकर लोगों ने निजी वाहन मंगवाया और गाय को उसमें लादा गया। कुछ दूर चलते ही गाय की मौत हो गई। लोगों का आरोप है कि गाय को इलाज के नाम पर हैवीडोजेस दी गईं, जबकि वह कई दिन से भूखी थी। नतीजतन उसकी मौत हो गई।

Nov 18, 2024 - 19:00
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बीमार गोवंश को सड़क पर रखकर जाम लगाने की कोशिश:बदायूं में तुरंत पहुंचे अधिकारी, इलाज देते ही गई जान
बदायूं में चार दिन से बीमार पड़े गोवंश का इलाज नहीं किया गया। स्थानीय लोगों ने सीवीओ डॉ. समदर्शी सरोज को भी सूचना दी, लेकिन इलाज के नाम पर खानापूर्ति की गई। नतीजतन पब्लिक का आक्रोश भड़ गया और लोगों ने बीमार गाय को चौराहे पर रखकर जाम लगाने की कोशिश की। मामले की जानकारी पर पुलिस समेत सिटी मजिस्ट्रेट व सीवीओ मौके पर पहुंचे और गाय का आनन-फानन में इलाज किया गया। जबकि उसे गोशाला पहुंचाने के लिए वाहन में चढ़ाया, लेकिन मौत हो गई। पूरा मामला शहर के रजि चौक के पास का है। यहां रहने वाले अधिवक्ता गिरीश ग्रोवर के खाली पड़े प्लाट में बीमार गाय चार दिन पहले दिखी। उन्होंने उस गाय का अपने स्तर से इलाज करने समेत पशु प्रेमियों को सूचना दी। जबकि बाद में इलाके के कई लोगों ने सीवीओ को कॉल की। बताया जाता है कि रविवार को एक पैरावेट पहुंचा और गाय को इंजेक्शन लगाकर लौट गया। हालत में सुधार न देख भड़के इधर, गाय की हालत में सुधार न देख लोग भड़क गए और सोमवार को गाय को उठाकर चौराहे पर ला रखा। जबकि इसके बाद जाम लगाने की कोशिश करते हुए आक्रोश जाहिर किया। मामले की जानकारी पर पुलिस बल मौके पर जा पहुंचा और भीड़ को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोगों का कहना था कि पशु चिकित्सा विभाग अपने काम में पूरी तरह फेल है, केवल रिकार्ड में गोवंशों का संरक्षण हो रहा है। जबकि धरातल पर रोजाना गोवंश सरेराह मर रहे हैं। गौशालाओं में भी हालात खराब हैं। मामले की जानकारी पर सिटी मजिस्ट्रेट समेत सीवीओ डाक्टर को लेकर पहुंचे और गाय का इलाज कराया गया। कीड़े खा चुके थे आंख व कंधा बताया जाता है कि गाय की एक आंख और कंधा कीड़े खा चुके थे। उसके पूरे जिस्म में कीड़े पड़ चुके थे। यह देख भीड़ और आक्रोशित हो गई। गाय को गौशाला पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था कराने की बात आई तो सिटी मजिस्ट्रेट ने नगर पालिका को सूचित करते हुए वाहन भेजने को कहा। हालांकि वाहन नहीं पहुंचा। लोगों का कहना था पालिका को भी बीमार गाय की जानकारी दी गई लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। निजी वाहन में तोड़ा दम थक हारकर लोगों ने निजी वाहन मंगवाया और गाय को उसमें लादा गया। कुछ दूर चलते ही गाय की मौत हो गई। लोगों का आरोप है कि गाय को इलाज के नाम पर हैवीडोजेस दी गईं, जबकि वह कई दिन से भूखी थी। नतीजतन उसकी मौत हो गई।

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