भारतीय मुद्रा परिषद का सम्मेलन:106 वें सम्मेलन में पुरातत्वविद कर रहे मंथन,3 दिन तक चलेगा सम्मेलन
उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व निदेशालय संस्कृति विभाग लखनऊ द्वारा मथुरा में भारतीय मुद्रा परिषद का 3 दिवसीय वार्षिक सम्मेलन और राष्ट्रीय संगोष्ठी व मुद्रा प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। पांचजन्य प्रेक्षागृह में आयोजित 106 वें सम्मेलन का मंगलवार को शुभारंभ किया गया। इस सम्मेलन में देश भर के पुरातत्वविद शामिल हुए हैं। दीप प्रज्वलन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय मुद्रा परिषद के 3 दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया ने दीप प्रज्वलन कर किया। इसके बाद एक वर्ष के दौरान किए गए शोध और वार्षिक प्रतिवेदन का प्रकाशन किया गया। इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए देश के अलग अलग राज्यों के पुरातत्वविद शामिल हुए हैं। सम्मेलन में पढ़े जाएंगे रिसर्च पेपर 3 दिवसीय भारतीय मुद्रा परिषद के सम्मेलन में देश के अलग अलग राज्यों से आए इतिहासकारों द्वारा की गई रिसर्च पढ़ी जाएगी। जिसमें मुद्राओं से संबंधित शोध पत्र होंगे। जिससे नए नए इतिहास के तथ्य उजागर होंगे। इसमें क्या नई खोज की और इतिहास में क्या नई चीज जोड़ी जाए इस पर मंथन किया जाएगा। सौ से ज्यादा पुरातत्वविद हुए हैं शामिल पुरातत्वविद विभाग की निदेशक रेणु द्विवेदी ने बताया कि इस सम्मेलन में देश के अलग अलग राज्यों से सौ से ज्यादा इतिहासकार और पुरातत्वविद शामिल हुए हैं। सम्मेलन के दूसरे दिन राजकीय संग्रहालय और कुसुम सरोवर का विजिट किया जाएगा। इस सम्मेलन में विभिन्न भारतीय प्राचीन मुद्राओं की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। जिसे देखने के लिए मथुरा वासी प्रेक्षागृह पर पहुंच रहे हैं। ब्रज रहा है साहित्य और संस्कृति की दृष्टि से समृद्ध सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे मुख्य अतिथि पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया ने बताया कि ब्रज साहित्य और संस्कृति की दृष्टि से समृद्ध रहा है। लेकिन यहां जो मुद्रा हैं ,शिला हैं या भूगर्भ की वस्तु हैं उनके प्रति जागरूकता नहीं रही। अगर प्रयास किए जाएं तो वह शिलाएं मिलेंगी। जिनसे प्राचीन इतिहास जागृत होगा। इस नजरिए से यह आयोजन बहुत महत्वपूर्ण है।
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