भास्कर खुलासे के बाद तीन ब्लड बैंक के लाइसेंस निलंबित:राजस्थान के सभी ब्लड बैंकों में विशेषज्ञ नियुक्त होंगे, फर्जी डॉक्टर-दलालों पर भी कार्रवाई होगी

दैनिक भास्कर (डिजिटल) की स्पेशल सीरीज 'खून के दलाल' का बड़ा असर हुआ है। फूड सेफ्टी एंड ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने खून की दलाली करने वाले फर्जी डॉक्टर और इस रैकेट से जुड़े दलालों के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। साथ ही, अवैध तरीके से ब्लड और प्लेटलेट की दलाली मे शामिल 4 ब्लड बैंक के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं। मामला सामने पर स्वास्थ्य विभाग ने टीमों का गठन किया और ब्लड बैंकों के रिकॉर्ड खंगाले। भास्कर रिपोर्टर हर्षित सिंह ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया था कि किस तरह जयपुर के कुछ ब्लड बैंकों में मोटी रकम लेकर अवैध तरीके से खून (बिना जांच किए हुए) उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही, ब्लड बैंक के साठगांठ से फर्जी डॉक्टर और दलाल किस तरह आम आदमी की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। राजस्थान से हरियाणा-यूपी तक एक्टिव रैकेट का राज खुलने के बाद संबंधित विभाग भी हरकत में आया है। 90 दिन के लिए लाइसेंस किया सस्पेंड विभाग ने चित्रकूट (जयपुर) स्थित रामपाल ब्लड बैंक और सुभाष चौक स्थित आयुष्मान ब्लड बैंक का लाइसेंस 90 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है। जगतपुरा स्थित वंदे ब्लड बैंक का लाइसेंस 15 दिन के लिए निलंबित किया गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र भेज कर फर्जी डॉक्टर जमाल हसन खान के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए हैं। खून के अवैध धंधे से जुड़े आमिर अली सामी ने फर्जी डॉक्टर जमाल हसन खान की मदद से आयुष्मान ब्लड बैंक से डिमांड लेटर बनवा कर प्लेटलेट जारी करवाई थी। इस काम में फर्जी डॉक्टर की मोहर का उपयोग लिया जाता था। ब्लड बैंकों में रक्त कोष विशेषज्ञ नियुक्त करने के आदेश खून और प्लेटलेट में अनियमितता सामने आने पर औषधि नियंत्रक ने एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर एंड हेड को पत्र लिखकर सभी ब्लड बैंकों में रक्त कोष विशेषज्ञ नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं। ताकि कैंप से आने वाले ब्लड और सप्लाई की मॉनिटरिंग की जा सके। प्रॉपर्टी डीलर बनकर किया था खुलासा खून के दलालों का सच सामने लाने के लिए रिपोर्टर ने प्रॉपर्टी डीलर बनकर राजस्थान के सबसे बड़े सवाई मान सिंह (SMS) हॉस्पिटल में सक्रिय दलालों के रैकेट को उजागर किया था। चोरी का सोना खरीदने के मामले में गिरफ्तार हो चुका दलाल आमिर सामी और उसका साथी रियाज बिना डिमांड स्लिप, बिना डोनर और सैंपल के दुर्लभ ब्लड ग्रुप 'O' के साथ-साथ प्लेटलेट्स दिलाने को तैयार हो गया था। जैसे-जैसे इन्वेस्टिगेशन आगे बढ़ा तो खुलासे का दायरा और बढ़ता चला गया। खुलासे में सामने आया था कि जयपुर के चित्रकूट स्थित रामपाल ब्लड बैंक से जुड़े प्रमोद नाम के एक व्यक्ति ने राज्य में लगाए जा रहे ब्लड डोनेशन कैंप से अनटेस्टेड ब्लड यूपी और हरियाणा सप्लाई कर रहा है। वहीं, वंदे ब्लड बैंक का हेमंत बिना दस्तावेज के कैंप से अन्य राज्यों में खून की सप्लाई करने के लिए तैयार हो गया था। फर्जी डॉक्टर की पर्ची से ब्लड ये अवैध तरीके से खून बेच रहे हैं। चाहे कोई भी ब्लड ग्रुप हो, 10-14 हजार रुपए में मिल जाता है। डॉक्टर के किसी तरह के फॉर्म तक की जरूरत नहीं। ब्लड बैंक संचालक 1000 से 1100 रुपए में थोक में ब्लड की डील कर रहे हैं। हमारी पड़ताल में यह भी सामने आया कि फर्जी डॉक्टर पैसों के लालच में अवैध तरीके से रिपोर्ट तैयार कर ब्लड दिलवा रहे हैं। डेंगू, मलेरिया के मरीज के लिए संजीवनी मानी जाने वाली प्लेटलेट्स तक की सौदेबाजी हो रही है। ऐसे ही खुद को फिजिशियन बताने वाले जमाल खान का भी पर्दाफाश हुआ है। जिम्मेदार बोले- कोई भी अनियमितता पाई गई तो कार्रवाई करेंगे ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक कहते हैं- रामपाल ब्लड बैंक, आयुष्मान ब्लड बैंक और वंदे ब्लड बैंक का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मामले की जांच की जा रही है। यदि किसी तरह की अनियमितता पायी जाती है तो मामले में और सख्त कार्रवाई की जाएगी। यहां देखें एवं पढ़ें सीरीज की दोनों खबरें 1. भास्कर के कैमरे पर खून बेचने वाले दलाल: 24 घंटे में 100 यूनिट सप्लाई का दावा, रिपोर्टर को 14 हजार में बेचा 'ओ' निगेटिव, पार्ट-1 एक तरफ ब्लड बैंक स्टॉक की कमी से जूझ रहे हैं। वहीं इन दलालों ने खून बेचने का पूरा रैकेट खड़ा कर दिया है। यहां तक कि बिना जांच किया हुआ (अनटेस्टेड) ब्लड भी बेचा जा रहा है। वो ब्लड बैंक संचालक, जो दूसरे ब्लड बैंकों को बड़ी मात्रा में यानी 100 से 200 यूनिट तक ब्लड बेच रहे हैं। पूरी खबर पढ़िए... 2. जयपुर में 'प्लेटलेट्स' की कालाबाजारी, 30 हजार में बिक रहे:घिनौने कारोबार में दलालों के साथ डॉक्टर भी शामिल; फॉर्मूला पर बोला-जादूगर सीक्रेट नहीं बताता, पार्ट-2 दैनिक भास्कर की स्पेशल सीरीज खून के दलाल के पार्ट-1 में आपने पढ़ा कि किस तरह दलाल अवैध तरीके से खून बेच रहे हैं। चाहे कोई भी ब्लड ग्रुप हो, 10-14 हजार रुपए में मिल जाता है। डॉक्टर के किसी तरह के फॉर्म तक की जरूरत नहीं। ब्लड बैंक संचालक 1000 से 1100 रुपए में थोक में ब्लड की डील कर रहे हैं। पूरी खबर पढ़िए...

Dec 4, 2024 - 08:45
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भास्कर खुलासे के बाद तीन ब्लड बैंक के लाइसेंस निलंबित:राजस्थान के सभी ब्लड बैंकों में विशेषज्ञ नियुक्त होंगे, फर्जी डॉक्टर-दलालों पर भी कार्रवाई होगी
दैनिक भास्कर (डिजिटल) की स्पेशल सीरीज 'खून के दलाल' का बड़ा असर हुआ है। फूड सेफ्टी एंड ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने खून की दलाली करने वाले फर्जी डॉक्टर और इस रैकेट से जुड़े दलालों के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। साथ ही, अवैध तरीके से ब्लड और प्लेटलेट की दलाली मे शामिल 4 ब्लड बैंक के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं। मामला सामने पर स्वास्थ्य विभाग ने टीमों का गठन किया और ब्लड बैंकों के रिकॉर्ड खंगाले। भास्कर रिपोर्टर हर्षित सिंह ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया था कि किस तरह जयपुर के कुछ ब्लड बैंकों में मोटी रकम लेकर अवैध तरीके से खून (बिना जांच किए हुए) उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही, ब्लड बैंक के साठगांठ से फर्जी डॉक्टर और दलाल किस तरह आम आदमी की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। राजस्थान से हरियाणा-यूपी तक एक्टिव रैकेट का राज खुलने के बाद संबंधित विभाग भी हरकत में आया है। 90 दिन के लिए लाइसेंस किया सस्पेंड विभाग ने चित्रकूट (जयपुर) स्थित रामपाल ब्लड बैंक और सुभाष चौक स्थित आयुष्मान ब्लड बैंक का लाइसेंस 90 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है। जगतपुरा स्थित वंदे ब्लड बैंक का लाइसेंस 15 दिन के लिए निलंबित किया गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र भेज कर फर्जी डॉक्टर जमाल हसन खान के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए हैं। खून के अवैध धंधे से जुड़े आमिर अली सामी ने फर्जी डॉक्टर जमाल हसन खान की मदद से आयुष्मान ब्लड बैंक से डिमांड लेटर बनवा कर प्लेटलेट जारी करवाई थी। इस काम में फर्जी डॉक्टर की मोहर का उपयोग लिया जाता था। ब्लड बैंकों में रक्त कोष विशेषज्ञ नियुक्त करने के आदेश खून और प्लेटलेट में अनियमितता सामने आने पर औषधि नियंत्रक ने एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर एंड हेड को पत्र लिखकर सभी ब्लड बैंकों में रक्त कोष विशेषज्ञ नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं। ताकि कैंप से आने वाले ब्लड और सप्लाई की मॉनिटरिंग की जा सके। प्रॉपर्टी डीलर बनकर किया था खुलासा खून के दलालों का सच सामने लाने के लिए रिपोर्टर ने प्रॉपर्टी डीलर बनकर राजस्थान के सबसे बड़े सवाई मान सिंह (SMS) हॉस्पिटल में सक्रिय दलालों के रैकेट को उजागर किया था। चोरी का सोना खरीदने के मामले में गिरफ्तार हो चुका दलाल आमिर सामी और उसका साथी रियाज बिना डिमांड स्लिप, बिना डोनर और सैंपल के दुर्लभ ब्लड ग्रुप 'O' के साथ-साथ प्लेटलेट्स दिलाने को तैयार हो गया था। जैसे-जैसे इन्वेस्टिगेशन आगे बढ़ा तो खुलासे का दायरा और बढ़ता चला गया। खुलासे में सामने आया था कि जयपुर के चित्रकूट स्थित रामपाल ब्लड बैंक से जुड़े प्रमोद नाम के एक व्यक्ति ने राज्य में लगाए जा रहे ब्लड डोनेशन कैंप से अनटेस्टेड ब्लड यूपी और हरियाणा सप्लाई कर रहा है। वहीं, वंदे ब्लड बैंक का हेमंत बिना दस्तावेज के कैंप से अन्य राज्यों में खून की सप्लाई करने के लिए तैयार हो गया था। फर्जी डॉक्टर की पर्ची से ब्लड ये अवैध तरीके से खून बेच रहे हैं। चाहे कोई भी ब्लड ग्रुप हो, 10-14 हजार रुपए में मिल जाता है। डॉक्टर के किसी तरह के फॉर्म तक की जरूरत नहीं। ब्लड बैंक संचालक 1000 से 1100 रुपए में थोक में ब्लड की डील कर रहे हैं। हमारी पड़ताल में यह भी सामने आया कि फर्जी डॉक्टर पैसों के लालच में अवैध तरीके से रिपोर्ट तैयार कर ब्लड दिलवा रहे हैं। डेंगू, मलेरिया के मरीज के लिए संजीवनी मानी जाने वाली प्लेटलेट्स तक की सौदेबाजी हो रही है। ऐसे ही खुद को फिजिशियन बताने वाले जमाल खान का भी पर्दाफाश हुआ है। जिम्मेदार बोले- कोई भी अनियमितता पाई गई तो कार्रवाई करेंगे ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक कहते हैं- रामपाल ब्लड बैंक, आयुष्मान ब्लड बैंक और वंदे ब्लड बैंक का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मामले की जांच की जा रही है। यदि किसी तरह की अनियमितता पायी जाती है तो मामले में और सख्त कार्रवाई की जाएगी। यहां देखें एवं पढ़ें सीरीज की दोनों खबरें 1. भास्कर के कैमरे पर खून बेचने वाले दलाल: 24 घंटे में 100 यूनिट सप्लाई का दावा, रिपोर्टर को 14 हजार में बेचा 'ओ' निगेटिव, पार्ट-1 एक तरफ ब्लड बैंक स्टॉक की कमी से जूझ रहे हैं। वहीं इन दलालों ने खून बेचने का पूरा रैकेट खड़ा कर दिया है। यहां तक कि बिना जांच किया हुआ (अनटेस्टेड) ब्लड भी बेचा जा रहा है। वो ब्लड बैंक संचालक, जो दूसरे ब्लड बैंकों को बड़ी मात्रा में यानी 100 से 200 यूनिट तक ब्लड बेच रहे हैं। पूरी खबर पढ़िए... 2. जयपुर में 'प्लेटलेट्स' की कालाबाजारी, 30 हजार में बिक रहे:घिनौने कारोबार में दलालों के साथ डॉक्टर भी शामिल; फॉर्मूला पर बोला-जादूगर सीक्रेट नहीं बताता, पार्ट-2 दैनिक भास्कर की स्पेशल सीरीज खून के दलाल के पार्ट-1 में आपने पढ़ा कि किस तरह दलाल अवैध तरीके से खून बेच रहे हैं। चाहे कोई भी ब्लड ग्रुप हो, 10-14 हजार रुपए में मिल जाता है। डॉक्टर के किसी तरह के फॉर्म तक की जरूरत नहीं। ब्लड बैंक संचालक 1000 से 1100 रुपए में थोक में ब्लड की डील कर रहे हैं। पूरी खबर पढ़िए...

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