मथुरा में खाद-बिजली कटौती को लेकर किसानों ने की महापंचायत:भाकियू चढूनी के नेता बोले- किसान कैसे करें खेती-किसानी
मथुरा के बलदेव में भाकियू चढूनी ने खाद, बिजली कटौती, जलभराव जैसी 9 सूत्रीय समस्याओं को लेकर हनुमान चौराहे पर महापंचायत का आयोजन किया। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन नायब तहसीलदार साविका शर्मा को सौंपा गया। महापंचायत में किसानों ने समस्याओं को लेकर जमकर भड़ास निकाली और आक्रोश जताया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान ने महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि रबी की फसल की बुवाई जोरों पर है पिछले एक हफ्ते से जनपद की एक भी सहकारी समिति पर खाद नहीं है। बुवाई के समय किसान खेतों की बजाय रात से ही लाइन में लग रहे हैं, किसान खाद की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं और जिम्मेदार मौन साध गए हैं। किसानों को नहीं मिल रही पर्याप्त खाद वहीं प्रदेश प्रवक्ता/ मंडल अध्यक्ष आगरा मंडल रामवीर सिंह तोमर, जिला अध्यक्ष संजय पाराशर ने कहा कि उन्होंने रबी की फसल की बुवाई से पूर्व ही जिम्मेदार अधिकारियों को खाद के लिए सचेत कर दिया था। उसके बाद भी अधिकारी यह कहते रहे कि खाद की कोई समस्या नहीं है, भरपूर स्टॉक है। जनपद में हजारों एकड़ खेतों में जलभराव की समस्या किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बनी हुई है। किसान बुरी तरह परेशान हैं। सरसों और गेहूं की फसल की बुवाई के लिए समय निकलता जा रहा है, जलभराव की समस्या से किसान अकेला नहीं निपट सकता, जिला प्रशासन को किसानों की मदद करनी चाहिए। किसानों को मात्र 6 से 7 घंटे बिलजी मिल रही समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे संकट में फंस जाएंगे। न सिर्फ उनके लिए अनाज उगाने की समस्या होगी, बल्कि पशुओं के लिए चारे की भी कमी हो जाएगी। इसके अलावा, किसान अपने बच्चों की फीस तक भरने में असमर्थ हो जाएंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पूरी तरह से चरमरा जाएगी। कहा किसानों को मात्र 6 से 7 घंटे बिलजी मिल रही है। मेंटेनेंस, फाल्ट के नाम पर अघोषित कटौती के कारण किसान खेतों की पलेवट नहीं कर पा रहे हैं। एक तरफ किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है तो दूसरी ओर नहर बंबा सिल्ट से अटे पड़े हैं। निराश्रित गौ वंश किसानों के लिए समस्या बन गए।आबादी क्षेत्र से लेकर खेतों में झुंड के झुंड घूम रहे हैं।
What's Your Reaction?