मैं जितना रोया..पत्नी और उसके प्रेमी को रुलाना था:तमंचे पर बोरा रख चलवा ली अपने ऊपर गोली, छर्रों से हुआ लहूलुहान

लखनऊ में पति ने पत्नी और उसके प्रेमी को सबक सिखाने के लिए अपनी जिंदगी का जुआं खेला। भाई और दोस्तों के साथ मिलकर अपनी ही हत्या की योजना बनाई और अपने पर कट्‌टे से फायर कराया। आरोपी ने पकड़े जाने पर पुलिस से कहा-14 साल का प्रेम भुलाकर पत्नी किसी और की हो गई, जितना हम रोए, उसको भी रुलाना था। पति, पत्नी और उसके प्रेमी को जेल की सलाखों के पीछे देखना चाहता था, लेकिन उसका दांव उल्टा पड़ गया। जब पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल और लोकेशन से उसकी साजिश का पर्दाफ़ाश कर दिया। पहले जानते है मामला... हरिओमनगर में रहने वाले ई-रिक्शा चालक अरुण कुमार ने अपनी पत्नी के प्रेमी को फंसाने के लिए दोस्त से खुद पर हमला करवाया था। उसने पुलिस को सूचना दी कि उसको कुछ लोगों ने गोली मार दी है। जिससे घायल हो गया है। एडीसीपी उत्तरी ने इसका खुलासा किया। पुलिस की पूछताछ में अरुण कुमार ने बताया कि प्लानिंग के तहत विघनहर्ता हॉस्पिटल से 80 मीटर आगे कुम्हरावा में बाजपुर गंगौरा मोड के पास गोली मारने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जांच में पकड़ लिया कि हमने बीटेक कर रहे भाई और दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी और उसके प्रेमी को फंसाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। उसका साथ दोस्त अरविद सिंह और अनुज मौर्य ने दिया। भाई नीलेश ने योजना बनाई थी। अरविद सिंह और अनुज मौर्य को करीम नगर चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया था। वहीं मुख्य आरोपी अरुण कुमार मौर्य और उसके भाई नीलेश को भी पकड़ लिया गया था। तमंचे पर बोरा रख चलवाई गोली पुलिस पूछताछ में अरुण कुमार ने बताया कि उसने तमंचे पर बोरा रखकर फायर करवाया था, जिससे उसको चोट कम आई। फुल प्रूफ प्लान बनाया था। अगर दोस्त जुबान नहीं खोलता तो पकड़े नहीं जाते। इसलिए था पत्नी से नाराज... अरुण कुमार मौर्य ने बताया कि उसने 11 साल पहले लव-मैरिज की थी। उससे पहले करीब तीन साल प्रेम प्रसंग चला। दोनों ने साथ जीने मरने की कसम खाई थी, लेकिन पत्नी बेवफा निकली। अरुण ने बताया कि बच्चे नहीं होने पर लोगों के लाख तानों के बाद उसका साथ नहीं छोड़ा, लेकिन क्या पता था कि उसके मन में कुछ और चल रहा है। उसकी मलिहाबाद निवासी रिश्तेदार से नजदीकियां बढ़ा ली थीं। कुछ भी पूछता तो लड़ने लगती या जान देने की धमकी देती। अरुण का कहना है कि कुछ ही दिन वह साथ रही, फिर अपने प्रेमी से बात करने लगी। करीब 15 दिन बाद फिर रिश्तेदार से बात करने पर विवाद हुआ और वह जेल भेजने की धमकी देते हुए छत से कूद गई। उसे पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद वह अपने बाजपुर गंगौरा स्थित मायके चली गई। चार माह बाद उसको लेने गया तो उसने आने से इंकार कर दिया। कई बार कोशिश के बाद भी न आने पर अलग होने और बेटी को लेने के चलते कोर्ट में केस दर्ज कराया। इसके काउंटर में पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया। बीटेक पास भाई संग बनाई योजना अरुण कुमार ने बताया कि भाई नीलेश ने योजना बनाई थी। दोस्त अरविंद सिंह और अनुज मौर्य ने साथ दिया। पुलिस ने अरविद सिंह और अनुज मौर्य को करीम नगर चौराहे के पास से गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं मुख्य आरोपी अरुण कुमार मौर्या और उसके भाई नीलेश को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। ऐसे खुला अरुण का प्लान पुलिस ने अरुण के बताए स्थान की जांच पड़ताल के साथ उसकी कॉल डिटले और लोकेशन ट्रेस की। साथ ही उस इलाके का डंप डाटा पर काम किया, जिसमें पता चला कि जिस लोकेशन पर अरुण ने हमले की बात कही। वह वहां पर नहीं था। साथ ही उसकी कॉल डिटेल में पांच नंबर संदिग्ध दिखे। जांच में सामने आया कि घटना से पहले इनसे उनकी लगातार बात हो रही थी। जिसके बाद साथी अरविंद और अर्जुन से पूछताछ की गई। संदेह होने पर अरुण और उसके भाई नीलेश को भी हिरासत में लिया गया। आमना-सामना कराने पर पूरी हत्या के प्रयास की योजना सामने आई।

Nov 29, 2024 - 14:50
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मैं जितना रोया..पत्नी और उसके प्रेमी को रुलाना था:तमंचे पर बोरा रख चलवा ली अपने ऊपर गोली, छर्रों से हुआ लहूलुहान
लखनऊ में पति ने पत्नी और उसके प्रेमी को सबक सिखाने के लिए अपनी जिंदगी का जुआं खेला। भाई और दोस्तों के साथ मिलकर अपनी ही हत्या की योजना बनाई और अपने पर कट्‌टे से फायर कराया। आरोपी ने पकड़े जाने पर पुलिस से कहा-14 साल का प्रेम भुलाकर पत्नी किसी और की हो गई, जितना हम रोए, उसको भी रुलाना था। पति, पत्नी और उसके प्रेमी को जेल की सलाखों के पीछे देखना चाहता था, लेकिन उसका दांव उल्टा पड़ गया। जब पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल और लोकेशन से उसकी साजिश का पर्दाफ़ाश कर दिया। पहले जानते है मामला... हरिओमनगर में रहने वाले ई-रिक्शा चालक अरुण कुमार ने अपनी पत्नी के प्रेमी को फंसाने के लिए दोस्त से खुद पर हमला करवाया था। उसने पुलिस को सूचना दी कि उसको कुछ लोगों ने गोली मार दी है। जिससे घायल हो गया है। एडीसीपी उत्तरी ने इसका खुलासा किया। पुलिस की पूछताछ में अरुण कुमार ने बताया कि प्लानिंग के तहत विघनहर्ता हॉस्पिटल से 80 मीटर आगे कुम्हरावा में बाजपुर गंगौरा मोड के पास गोली मारने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जांच में पकड़ लिया कि हमने बीटेक कर रहे भाई और दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी और उसके प्रेमी को फंसाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। उसका साथ दोस्त अरविद सिंह और अनुज मौर्य ने दिया। भाई नीलेश ने योजना बनाई थी। अरविद सिंह और अनुज मौर्य को करीम नगर चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया था। वहीं मुख्य आरोपी अरुण कुमार मौर्य और उसके भाई नीलेश को भी पकड़ लिया गया था। तमंचे पर बोरा रख चलवाई गोली पुलिस पूछताछ में अरुण कुमार ने बताया कि उसने तमंचे पर बोरा रखकर फायर करवाया था, जिससे उसको चोट कम आई। फुल प्रूफ प्लान बनाया था। अगर दोस्त जुबान नहीं खोलता तो पकड़े नहीं जाते। इसलिए था पत्नी से नाराज... अरुण कुमार मौर्य ने बताया कि उसने 11 साल पहले लव-मैरिज की थी। उससे पहले करीब तीन साल प्रेम प्रसंग चला। दोनों ने साथ जीने मरने की कसम खाई थी, लेकिन पत्नी बेवफा निकली। अरुण ने बताया कि बच्चे नहीं होने पर लोगों के लाख तानों के बाद उसका साथ नहीं छोड़ा, लेकिन क्या पता था कि उसके मन में कुछ और चल रहा है। उसकी मलिहाबाद निवासी रिश्तेदार से नजदीकियां बढ़ा ली थीं। कुछ भी पूछता तो लड़ने लगती या जान देने की धमकी देती। अरुण का कहना है कि कुछ ही दिन वह साथ रही, फिर अपने प्रेमी से बात करने लगी। करीब 15 दिन बाद फिर रिश्तेदार से बात करने पर विवाद हुआ और वह जेल भेजने की धमकी देते हुए छत से कूद गई। उसे पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद वह अपने बाजपुर गंगौरा स्थित मायके चली गई। चार माह बाद उसको लेने गया तो उसने आने से इंकार कर दिया। कई बार कोशिश के बाद भी न आने पर अलग होने और बेटी को लेने के चलते कोर्ट में केस दर्ज कराया। इसके काउंटर में पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया। बीटेक पास भाई संग बनाई योजना अरुण कुमार ने बताया कि भाई नीलेश ने योजना बनाई थी। दोस्त अरविंद सिंह और अनुज मौर्य ने साथ दिया। पुलिस ने अरविद सिंह और अनुज मौर्य को करीम नगर चौराहे के पास से गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं मुख्य आरोपी अरुण कुमार मौर्या और उसके भाई नीलेश को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। ऐसे खुला अरुण का प्लान पुलिस ने अरुण के बताए स्थान की जांच पड़ताल के साथ उसकी कॉल डिटले और लोकेशन ट्रेस की। साथ ही उस इलाके का डंप डाटा पर काम किया, जिसमें पता चला कि जिस लोकेशन पर अरुण ने हमले की बात कही। वह वहां पर नहीं था। साथ ही उसकी कॉल डिटेल में पांच नंबर संदिग्ध दिखे। जांच में सामने आया कि घटना से पहले इनसे उनकी लगातार बात हो रही थी। जिसके बाद साथी अरविंद और अर्जुन से पूछताछ की गई। संदेह होने पर अरुण और उसके भाई नीलेश को भी हिरासत में लिया गया। आमना-सामना कराने पर पूरी हत्या के प्रयास की योजना सामने आई।

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