लश्कर कमांडर के एनकाउंटर के लिए 9 घंटे प्लानिंग:कुत्ते भौंकें न इसलिए सेना ने बिस्किट खिलाए, नहीं तो आतंकी अलर्ट हो जाता

2 नवंबर को ढेर हुए लश्कर के टॉप कमांडर उस्मान के एनकाउंटर को लेकर सेना ने नए खुलासे किए हैं। सेना ने बताया कि कैसे 8 साल से घाटी में एक्टिव मॉस्ट वांटेड आतंकी को ढेर करने के लिए कुछ बिस्किट ने अहम भूमिका निभाई PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, सेना को इनपुट मिला था कि उस्मान श्रीनगर के खान्यार इलाके के भीड़भाड़ वाले इलाके में रह रहा है। सूचना मिलते ही सेना ने श्रीनगर पुलिस के साथ मिलकर उस्मान को ढेर करने के लिए 9 घंटे तक प्लानिंग की। सेना-पुलिस जवान 2 नवंबर को सुबह की नमाज के पहले खान्यार के उस इलाके में पहुंचे, जहां उस्मान छिपा हुआ था। सेना ने 30 घरों को खाली कराया और घेराबंदी की। गली के कुत्तों के भौंकने से उस्मान अलर्ट न हो जाए, इसलिए जवानों ने उन कुत्तों को बिस्किट खिलाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिस्किट खिलाने से कुत्ते पूरे ऑपरेशन के दौरान शांत रहे, जिस कारण उस्मान को भनक नहीं लगी कि जवान उसके घर के करीब पहुंच गए हैं। उस्मान के पास एके-47, ग्रेनेड थे... सेना के 4 खुलासे 24 साल पहले भी घाटी में एक्टिव था उस्मान सेना ने बताया कि उस्मान कश्मीर घाटी को अच्छी तरह से जानता था। वह सन 2000 से घाटी में एक्टिव था। हालांकि, बाद में पाकिस्तान चले गया था। वह 2016-17 के फिर से श्रीनगर में एक्टिव हुआ और लश्कर से जुड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में जुट गया। 2023 में पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर वानी की गोली मारकर हत्या करने में भी उस्मान का हाथ था। सेना का यह ऑपरेशन इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि लश्कर पिछले कुछ दिनों से गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लश्कर के इन ऑपरेशन में उस्मान अहम भूमिका निभा रहा था। वह पाकिस्तान मैं बैठे हैंडलर्स के संपर्क में था। घाटी में गैर-कश्मीरियों की हत्या का कारण खुफिया एजेंसियों ने बताया था कि टारगेट किलिंग पाकिस्तान की कश्मीर में अशांति फैलाने की नई साजिश है। माना जा रहा है कि इसका मकसद, आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजनाओं पर पानी फेरना है। आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसमें खास तौर पर आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों, प्रवासी कामगारों और यहां तक कि सरकार या पुलिस में काम करने वाले उन स्थानीय मुस्लिमों को भी निशाना बनाया है, जिन्हें वे भारत का करीबी मानते हैं। पिछले 18 दिन में 9 हमले --------------------------------- जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें ... जम्मू-कश्मीर के पुंछ में 2 आतंकी गिरफ्तार, 3 ग्रेनेड और 1 पिस्तौल भी बरामद जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 ग्रेनेड और 1 पिस्तौल भी बरामद की गई है। सेना के अधिकारियों ने बताया ये दोनों जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स नाम के संगठन से जुड़े हाइब्रिड आंतकी हैं।पूरी खबर पढ़ें ...

Nov 4, 2024 - 08:45
 56  501.8k
लश्कर कमांडर के एनकाउंटर के लिए 9 घंटे प्लानिंग:कुत्ते भौंकें न इसलिए सेना ने बिस्किट खिलाए, नहीं तो आतंकी अलर्ट हो जाता
2 नवंबर को ढेर हुए लश्कर के टॉप कमांडर उस्मान के एनकाउंटर को लेकर सेना ने नए खुलासे किए हैं। सेना ने बताया कि कैसे 8 साल से घाटी में एक्टिव मॉस्ट वांटेड आतंकी को ढेर करने के लिए कुछ बिस्किट ने अहम भूमिका निभाई PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, सेना को इनपुट मिला था कि उस्मान श्रीनगर के खान्यार इलाके के भीड़भाड़ वाले इलाके में रह रहा है। सूचना मिलते ही सेना ने श्रीनगर पुलिस के साथ मिलकर उस्मान को ढेर करने के लिए 9 घंटे तक प्लानिंग की। सेना-पुलिस जवान 2 नवंबर को सुबह की नमाज के पहले खान्यार के उस इलाके में पहुंचे, जहां उस्मान छिपा हुआ था। सेना ने 30 घरों को खाली कराया और घेराबंदी की। गली के कुत्तों के भौंकने से उस्मान अलर्ट न हो जाए, इसलिए जवानों ने उन कुत्तों को बिस्किट खिलाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिस्किट खिलाने से कुत्ते पूरे ऑपरेशन के दौरान शांत रहे, जिस कारण उस्मान को भनक नहीं लगी कि जवान उसके घर के करीब पहुंच गए हैं। उस्मान के पास एके-47, ग्रेनेड थे... सेना के 4 खुलासे 24 साल पहले भी घाटी में एक्टिव था उस्मान सेना ने बताया कि उस्मान कश्मीर घाटी को अच्छी तरह से जानता था। वह सन 2000 से घाटी में एक्टिव था। हालांकि, बाद में पाकिस्तान चले गया था। वह 2016-17 के फिर से श्रीनगर में एक्टिव हुआ और लश्कर से जुड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में जुट गया। 2023 में पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर वानी की गोली मारकर हत्या करने में भी उस्मान का हाथ था। सेना का यह ऑपरेशन इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि लश्कर पिछले कुछ दिनों से गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लश्कर के इन ऑपरेशन में उस्मान अहम भूमिका निभा रहा था। वह पाकिस्तान मैं बैठे हैंडलर्स के संपर्क में था। घाटी में गैर-कश्मीरियों की हत्या का कारण खुफिया एजेंसियों ने बताया था कि टारगेट किलिंग पाकिस्तान की कश्मीर में अशांति फैलाने की नई साजिश है। माना जा रहा है कि इसका मकसद, आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजनाओं पर पानी फेरना है। आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसमें खास तौर पर आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों, प्रवासी कामगारों और यहां तक कि सरकार या पुलिस में काम करने वाले उन स्थानीय मुस्लिमों को भी निशाना बनाया है, जिन्हें वे भारत का करीबी मानते हैं। पिछले 18 दिन में 9 हमले --------------------------------- जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें ... जम्मू-कश्मीर के पुंछ में 2 आतंकी गिरफ्तार, 3 ग्रेनेड और 1 पिस्तौल भी बरामद जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 ग्रेनेड और 1 पिस्तौल भी बरामद की गई है। सेना के अधिकारियों ने बताया ये दोनों जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स नाम के संगठन से जुड़े हाइब्रिड आंतकी हैं।पूरी खबर पढ़ें ...

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow