वरिष्ठ लिपिक की गिरफ्तारी पर कर्मचारियों का प्रदर्शन:अनिश्चितकालीन धरने की दी चेतावनी, BSA कार्यालय से विजलेंस टीम ने घूस लेते पकड़ा था

इटावा जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ लिपिक शिवकुमार की विजिलेंस टीम द्वारा 40 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किए जाने के बाद विरोध शुरू हो गया है। शनिवार को बीएसए कार्यालय पर कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। शुक्रवार शाम को विजिलेंस टीम ने शिवकुमार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। इसके बाद से शिक्षा विभाग के पांच कार्यालयों के कर्मचारी इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि शिवकुमार को जबरन खींचकर ले जाया गया और उनके साथ अभद्रता की गई। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने जिलाधिकारी और एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर विजिलेंस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। कर्मचारियों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि यदि सोमवार तक उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों ने कहा कि यदि शिवकुमार दोषी हैं तो उचित कार्रवाई की जाए, लेकिन यदि वे निर्दोष हैं, तो उन्हें न्याय दिलाया जाए। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक दुर्गेश अग्रवाल ने बताया कि विजिलेंस की कार्रवाई मनमानी थी। कर्मचारियों में इस घटना से डर और आक्रोश है। वहीं, बेसिक शिक्षा विभाग के लिपिक विजय कुमार यादव ने कहा कि शिवकुमार की गिरफ्तारी के तरीके और उनके साथ किए गए व्यवहार से सभी नाराज हैं। विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। कर्मचारी संगठन शिक्षकों के साथ बैठक कर आगामी रणनीति बना रहे हैं। जिलाधिकारी और एसएसपी को ज्ञापन सौंपने के बाद अधिकारी मामले की जांच का आश्वासन दे रहे हैं।

Nov 30, 2024 - 15:55
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वरिष्ठ लिपिक की गिरफ्तारी पर कर्मचारियों का प्रदर्शन:अनिश्चितकालीन धरने की दी चेतावनी, BSA कार्यालय से विजलेंस टीम ने घूस लेते पकड़ा था
इटावा जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ लिपिक शिवकुमार की विजिलेंस टीम द्वारा 40 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किए जाने के बाद विरोध शुरू हो गया है। शनिवार को बीएसए कार्यालय पर कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। शुक्रवार शाम को विजिलेंस टीम ने शिवकुमार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। इसके बाद से शिक्षा विभाग के पांच कार्यालयों के कर्मचारी इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि शिवकुमार को जबरन खींचकर ले जाया गया और उनके साथ अभद्रता की गई। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने जिलाधिकारी और एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर विजिलेंस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। कर्मचारियों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि यदि सोमवार तक उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। प्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों ने कहा कि यदि शिवकुमार दोषी हैं तो उचित कार्रवाई की जाए, लेकिन यदि वे निर्दोष हैं, तो उन्हें न्याय दिलाया जाए। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक दुर्गेश अग्रवाल ने बताया कि विजिलेंस की कार्रवाई मनमानी थी। कर्मचारियों में इस घटना से डर और आक्रोश है। वहीं, बेसिक शिक्षा विभाग के लिपिक विजय कुमार यादव ने कहा कि शिवकुमार की गिरफ्तारी के तरीके और उनके साथ किए गए व्यवहार से सभी नाराज हैं। विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। कर्मचारी संगठन शिक्षकों के साथ बैठक कर आगामी रणनीति बना रहे हैं। जिलाधिकारी और एसएसपी को ज्ञापन सौंपने के बाद अधिकारी मामले की जांच का आश्वासन दे रहे हैं।

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