शेयर बाजार में इस हफ्ते गिरावट का अनुमान:कमजोर जीडीपी डेटा से लेकर RBI की मीटिंग जैसे 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल

शेयर बाजार में इस गिरावट का अनुमान है। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग और फॉरेन इन्वेस्टमेंट जैसे फैक्टर्स पर बाजार की नजर रहेगी। शुक्रवार को आए जीडीपी के कमजोर आंकड़ों के बाद सोमवार को बाजार नीचे खुल सकता है। वेल्थ व्यू एनालिटिक्स के फाउंडर हरशुभ महेश शाह के मुताबिक बाजार का मेन डायरेक्शन अभी निगेटिव बना हुआ है। इस हफ्ते बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। वहीं जनवरी एंड तक निफ्टी 21,900 के स्तर तक पहुंच सकता है। 5 फैक्टर्स जिनसे इस हफ्ते बाजार की चाल तय होगी... 1. MPC की मीटिंग: ब्याज दरों में बदलाव की उम्मीद नहीं ब्याज दरों पर फैसला लेने के लिए मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग 4 से 6 दिसंबर तक होगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास 6 दिसंबर को सुबह 10 बजे मीटिंग में लिए गए फैसले की घोषणा करेंगे। आरबीआई ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखा है। मार्केट विश्लेषकों और अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक भारत की महंगाई को अपने लक्ष्य स्तर के करीब लाने के लिए अपने मौजूदा रुख को बनाए रखेगा। 2. FII's और DII's: FII's ने ₹5,027 करोड़ रुपए के शेयर बेचे कैश सेगमेंट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII's) ने इस हफ्ते ₹5,027 करोड़ की बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों DII's ने ₹6,925 करोड़ के शेयर खरीदे। एक्सपायरी वाले दिन FII's ने भारी बिकवाली की और ₹12,000 करोड़ के शेयर बेच दिए। नवंबर में FII's की बिकवाली अक्टूबर की तुलना में कम है। अक्टूबर में, FII ने कुल ₹1.14 लाख करोड़ की बिकवाली की। नवंबर में यह घटकर 45,974 करोड़ रुपए रह गई। एक्सपर्ट के मुताबिक वैल्यूएशन्स जब ज्यादा अट्रैक्टिव होंगे तभी वो बाजार में वापस लौटेंगे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशक DII's लगातार खरीदारी कर रहे हैं। घरेलू निवेशकों ने नवंबर में अभी तक करीब 44 हजार करोड़ रुपए की खरीदारी की है। इससे पहले अक्टूबर में घरेलू निवेशकों ने 1.07 लाख करोड़ रुपए की खरीदारी की थी। 3. ग्लोबल फैक्टर्स: रूस-यूक्रेन तनाव से जियोपॉलिटिकल टेंशन रूस-यूक्रेन तनाव से जियोपॉलिटिकल टेंशन बनी हुई है। वहीं निवेशकों की नजर अमेरिका के मंथली फैक्ट्री ऑर्डर और व्हीकल सेल्स डेटा के अलावा बेरोजगारी दर, जॉब ओपनिंग पर भी रहेगी। ये डेटा फेडरल रिजर्व को ब्याज दर पर फैसला लेने में मदद करेगा। 4. डोमेस्टिक डेटा: फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व का डेटा रिलीज होगा 29 नवंबर को समाप्त हफ्ते के लिए विदेशी मुद्रा भंडार 6 दिसंबर को जारी किया जाएगा। इसके अलावा 2 दिसंबर को एचएसबीसी मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई फाइनल डेटा और 4 दिसंबर को एचएसबीसी सर्विसेज पीएमआई डेटा रिलीज होगा। 29 नवंबर को रिलीज किए गए डेटा के अनुसार वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4% पर आ गई है। यह सात तिमाहियों में सबसे धीमी ग्रोथ है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन के कारण GDP ग्रोथ धीमी हुई है। 5. IPO और लिस्टिंग: मेनबोर्ड का एक IPO, SME में 2 इस हफ्ते केवल तीन IPO खुलने वाले हैं, जिसमें 2 दिसंबर को मेनबोर्ड सेगमेंट में प्रॉपर्टी शेयर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) का 353 करोड़ रुपए का आईपीओ शामिल है। इसका प्राइस बैंड 10-10.5 लाख रुपए प्रति यूनिट है। अन्य दो IPO SME सेगमेंट से हैं। निसस फाइनेंस का का ऑफर 4 दिसंबर को 170-180 रुपए प्रति शेयर के प्राइस बैंड के साथ खुल रहा है। एमराल्ड टायर मैन्युफैक्चरर्स का आईपीओ 90-95 रुपए प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर 5 दिसंबर को खुलेगा। मेनबोर्ड सेगमेंट में सुरक्षा डायग्नोस्टिक का बुक-बिल्ट इश्यू 3 दिसंबर को बंद होगा और 6 दिसंबर को शेयर बाजार में लिस्ट होगा। पिछले हफ्ते 685 अंक चढ़ा सेंसेक्स बीते कारोबारी हफ्ते (25 से 29 नवंबर) के बीच सेंसेक्स 685 अंक चढ़ा। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 29 नवंबर को सेंसेक्स 759 अंक (0.96%) की तेजी के साथ 79,802 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 216 अंक (0.91%) की तेजी रही, ये 24,131 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 26 में तेजी और 4 में गिरावट रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 43 में तेजी और 7 में गिरावट रही। NSE रियल्टी और PSU को छोड़कर सभी तेजी के साथ बंद हुए। डिस्क्लेमर: इस एनालिसिस में दिए गए व्यूज इंडिविजुअल एनालिस्ट या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, दैनिक भास्कर के नहीं। हम निवेशकों को किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से कंसल्ट करने की सलाह देते हैं। .................................................................... कारोबार से जुड़ी ये खबर भी पढ़े... जुलाई से सितंबर के बीच GDP ग्रोथ घटकर 5.4%:यह 21 महीने में सबसे कम, एक साल पहले इकोनॉमी 8.1% की दर से बढ़ रही थी वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4% पर आ गई है। यह सात तिमाहियों में सबसे धीमी ग्रोथ है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन के कारण GDP ग्रोथ धीमी हुई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आज 29 नवंबर को यह डेटा रिलीज किया। पूरी खबर यहां पढ़े...

Dec 1, 2024 - 15:45
 0  4.1k
शेयर बाजार में इस हफ्ते गिरावट का अनुमान:कमजोर जीडीपी डेटा से लेकर RBI की मीटिंग जैसे 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल
शेयर बाजार में इस गिरावट का अनुमान है। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग और फॉरेन इन्वेस्टमेंट जैसे फैक्टर्स पर बाजार की नजर रहेगी। शुक्रवार को आए जीडीपी के कमजोर आंकड़ों के बाद सोमवार को बाजार नीचे खुल सकता है। वेल्थ व्यू एनालिटिक्स के फाउंडर हरशुभ महेश शाह के मुताबिक बाजार का मेन डायरेक्शन अभी निगेटिव बना हुआ है। इस हफ्ते बाजार में गिरावट देखने को मिल सकती है। वहीं जनवरी एंड तक निफ्टी 21,900 के स्तर तक पहुंच सकता है। 5 फैक्टर्स जिनसे इस हफ्ते बाजार की चाल तय होगी... 1. MPC की मीटिंग: ब्याज दरों में बदलाव की उम्मीद नहीं ब्याज दरों पर फैसला लेने के लिए मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग 4 से 6 दिसंबर तक होगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास 6 दिसंबर को सुबह 10 बजे मीटिंग में लिए गए फैसले की घोषणा करेंगे। आरबीआई ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखा है। मार्केट विश्लेषकों और अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक भारत की महंगाई को अपने लक्ष्य स्तर के करीब लाने के लिए अपने मौजूदा रुख को बनाए रखेगा। 2. FII's और DII's: FII's ने ₹5,027 करोड़ रुपए के शेयर बेचे कैश सेगमेंट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII's) ने इस हफ्ते ₹5,027 करोड़ की बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों DII's ने ₹6,925 करोड़ के शेयर खरीदे। एक्सपायरी वाले दिन FII's ने भारी बिकवाली की और ₹12,000 करोड़ के शेयर बेच दिए। नवंबर में FII's की बिकवाली अक्टूबर की तुलना में कम है। अक्टूबर में, FII ने कुल ₹1.14 लाख करोड़ की बिकवाली की। नवंबर में यह घटकर 45,974 करोड़ रुपए रह गई। एक्सपर्ट के मुताबिक वैल्यूएशन्स जब ज्यादा अट्रैक्टिव होंगे तभी वो बाजार में वापस लौटेंगे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशक DII's लगातार खरीदारी कर रहे हैं। घरेलू निवेशकों ने नवंबर में अभी तक करीब 44 हजार करोड़ रुपए की खरीदारी की है। इससे पहले अक्टूबर में घरेलू निवेशकों ने 1.07 लाख करोड़ रुपए की खरीदारी की थी। 3. ग्लोबल फैक्टर्स: रूस-यूक्रेन तनाव से जियोपॉलिटिकल टेंशन रूस-यूक्रेन तनाव से जियोपॉलिटिकल टेंशन बनी हुई है। वहीं निवेशकों की नजर अमेरिका के मंथली फैक्ट्री ऑर्डर और व्हीकल सेल्स डेटा के अलावा बेरोजगारी दर, जॉब ओपनिंग पर भी रहेगी। ये डेटा फेडरल रिजर्व को ब्याज दर पर फैसला लेने में मदद करेगा। 4. डोमेस्टिक डेटा: फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व का डेटा रिलीज होगा 29 नवंबर को समाप्त हफ्ते के लिए विदेशी मुद्रा भंडार 6 दिसंबर को जारी किया जाएगा। इसके अलावा 2 दिसंबर को एचएसबीसी मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई फाइनल डेटा और 4 दिसंबर को एचएसबीसी सर्विसेज पीएमआई डेटा रिलीज होगा। 29 नवंबर को रिलीज किए गए डेटा के अनुसार वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4% पर आ गई है। यह सात तिमाहियों में सबसे धीमी ग्रोथ है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन के कारण GDP ग्रोथ धीमी हुई है। 5. IPO और लिस्टिंग: मेनबोर्ड का एक IPO, SME में 2 इस हफ्ते केवल तीन IPO खुलने वाले हैं, जिसमें 2 दिसंबर को मेनबोर्ड सेगमेंट में प्रॉपर्टी शेयर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) का 353 करोड़ रुपए का आईपीओ शामिल है। इसका प्राइस बैंड 10-10.5 लाख रुपए प्रति यूनिट है। अन्य दो IPO SME सेगमेंट से हैं। निसस फाइनेंस का का ऑफर 4 दिसंबर को 170-180 रुपए प्रति शेयर के प्राइस बैंड के साथ खुल रहा है। एमराल्ड टायर मैन्युफैक्चरर्स का आईपीओ 90-95 रुपए प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर 5 दिसंबर को खुलेगा। मेनबोर्ड सेगमेंट में सुरक्षा डायग्नोस्टिक का बुक-बिल्ट इश्यू 3 दिसंबर को बंद होगा और 6 दिसंबर को शेयर बाजार में लिस्ट होगा। पिछले हफ्ते 685 अंक चढ़ा सेंसेक्स बीते कारोबारी हफ्ते (25 से 29 नवंबर) के बीच सेंसेक्स 685 अंक चढ़ा। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 29 नवंबर को सेंसेक्स 759 अंक (0.96%) की तेजी के साथ 79,802 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 216 अंक (0.91%) की तेजी रही, ये 24,131 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 26 में तेजी और 4 में गिरावट रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 43 में तेजी और 7 में गिरावट रही। NSE रियल्टी और PSU को छोड़कर सभी तेजी के साथ बंद हुए। डिस्क्लेमर: इस एनालिसिस में दिए गए व्यूज इंडिविजुअल एनालिस्ट या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, दैनिक भास्कर के नहीं। हम निवेशकों को किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से कंसल्ट करने की सलाह देते हैं। .................................................................... कारोबार से जुड़ी ये खबर भी पढ़े... जुलाई से सितंबर के बीच GDP ग्रोथ घटकर 5.4%:यह 21 महीने में सबसे कम, एक साल पहले इकोनॉमी 8.1% की दर से बढ़ रही थी वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4% पर आ गई है। यह सात तिमाहियों में सबसे धीमी ग्रोथ है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन के कारण GDP ग्रोथ धीमी हुई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आज 29 नवंबर को यह डेटा रिलीज किया। पूरी खबर यहां पढ़े...

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow