संतकबीरनगर में मूर्ति चोरी का खुलासा:पुलिस ने तीन अभियुक्तों को किया गिरफ्तार, मूर्ति बेचने के बाद तीनों ने आपस में बाटे थे रुपए

संतकबीरनगर में चुराई गई चन्द्राप्रभू की मूर्ति के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना एक सप्ताह पूर्व की है, जिसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए थे। पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि कोतवाल सतीश कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने थाने के क्षेत्र से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों में आशुतोष जैन उर्फ तारण, हर्षित गुप्ता और अजय वर्मा शामिल हैं। इनके पास से पुलिस ने चोरी की एक पीली धातु की मूर्ति, एक लोटिया, एक चम्मच और 14,000 रुपये नकद बरामद किए हैं। मामले की जांच में सामने आया कि 25 सितंबर की रात को आशुतोष जैन ने अपने घर के मंदिर से चंद्राप्रभू की मूर्ति और साज सज्जा की सामग्री चुरा ली थी। इसके बाद, उसने इस चोरी की मूर्ति को अपने दोस्त हर्षित गुप्ता को बेचने का प्रयास किया। हर्षित ने स्वीकार किया कि उसने मूर्ति और सामग्री को नेदुला चौराहे पर स्थित बाला जी ज्वैलर्स को बेच दिया था, जिसके लिए उसे 1,03,000 रुपये मिले थे। इसमें से 29,000 रुपये उसने आशुतोष को दिए और बाकी रख लिए। पुलिस ने मु0अ0सं0 799/2024 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया इस मामले की शिकायत अरुण कुमार जैन ने कोतवाली खलीलाबाद में दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मु0अ0सं0 799/2024 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में संतोष है और चोरी की घटनाओं के प्रति पुलिस की सजगता की सराहना की जा रही है।

Oct 22, 2024 - 11:50
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संतकबीरनगर में मूर्ति चोरी का खुलासा:पुलिस ने तीन अभियुक्तों को किया गिरफ्तार, मूर्ति बेचने के बाद तीनों ने आपस में बाटे थे रुपए
संतकबीरनगर में चुराई गई चन्द्राप्रभू की मूर्ति के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना एक सप्ताह पूर्व की है, जिसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए थे। पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि कोतवाल सतीश कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने थाने के क्षेत्र से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों में आशुतोष जैन उर्फ तारण, हर्षित गुप्ता और अजय वर्मा शामिल हैं। इनके पास से पुलिस ने चोरी की एक पीली धातु की मूर्ति, एक लोटिया, एक चम्मच और 14,000 रुपये नकद बरामद किए हैं। मामले की जांच में सामने आया कि 25 सितंबर की रात को आशुतोष जैन ने अपने घर के मंदिर से चंद्राप्रभू की मूर्ति और साज सज्जा की सामग्री चुरा ली थी। इसके बाद, उसने इस चोरी की मूर्ति को अपने दोस्त हर्षित गुप्ता को बेचने का प्रयास किया। हर्षित ने स्वीकार किया कि उसने मूर्ति और सामग्री को नेदुला चौराहे पर स्थित बाला जी ज्वैलर्स को बेच दिया था, जिसके लिए उसे 1,03,000 रुपये मिले थे। इसमें से 29,000 रुपये उसने आशुतोष को दिए और बाकी रख लिए। पुलिस ने मु0अ0सं0 799/2024 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया इस मामले की शिकायत अरुण कुमार जैन ने कोतवाली खलीलाबाद में दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मु0अ0सं0 799/2024 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में संतोष है और चोरी की घटनाओं के प्रति पुलिस की सजगता की सराहना की जा रही है।

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