सुल्तानपुर का मंगेश यादव एनकाउंटर:पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की सार्वजनिक, दावा- फर्जी एनकाउंटर, पकड़कर मारा

मंगेश यादव एनकाउंटर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तीन माह बाद सार्वजनिक हो गई है। पूर्व IPS और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने पीएम रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि मंगेश यादव की पीएम रिपोर्ट फर्जी एनकाउंटर की ओर इशारा कर रही है। उन्होंने दावा किया है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का विश्लेषण करते हुए इसके आधार पर प्रथमदृष्टया फर्जी एनकाउंटर और मंगेश को पकड़कर मारे जाने की बात स्थापित होती है। जानिए कौन है मंगेश यादव और कहां हुआ एनकाउंटर जौनपुर के बक्शा थाना अंतर्गत अंगरौरा निवासी मंगेश यादव का STF यूपी और कोतवाली देहात पुलिस ने एनकाउंटर किया। जिसमें उसको दो गोली लगी और वो ढेर हो गया। दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया और रिपोर्ट तैयार की। दरअसल मंगेश का नाम 28 अगस्त को सुल्तानपुर के चौक ठठेरी बाजार में भरत जी सोनी की दुकान पर दिनदहाड़े हुई सवा करोड़ की डकैती में आया था। एनकाउंटर से ठीक आठ घंटा पहले उसके समेत अन्य फरार बदमाशों पर एडीजी लखनऊ ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। दो एंट्री वुंड (चोट), साइज एक गुने एक सेंटीमीटर मंगेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए पूर्व IPS ने कहा- इस मामले में दो एंट्री वुंड (चोट) दिखाए गए हैं। जिनका साइज एक गुने एक सेंटीमीटर है। प्रथमदृष्टया इस साइज के चोट नजदीक से फायर किए जाने पर ही हो सकते हैं। यदि दूर से फायर किया जाए तो यह चोट कम से कम दो गुना दो सेंटीमीटर का होगा। उनके अनुसार बाएं ललाट के पास मारी गोली का एग्जिट वुंड ऑक्सीपेटल बोन अर्थात सिर के ठीक पीछे का हिस्सा दिखाया गया है। ऑक्सीपेटल बोन का इलाका काफी सख्त होता है, जहां से आसानी से गोली नहीं निकल सकती और वहां से गोली तभी निकल सकती है, जब सटा के गोली मारी गई हो। ऑक्सीपेटल बोन से निकलने वाली एग्जिट वुंड की लंबाई चौड़ाई एक गुना डेढ़ सेंटीमीटर है, जो तभी संभव होगा जब काफी सटा के गोली माली गई हो। उन्होंने कहा कि वे इन समस्त तथ्यों को सक्षम फोरम पर प्रस्तुत करेंगे। चप्पल पहनकर एनकाउंटर करने पहुंचे थे एसटीएफ सीओ एसटीएफ की जिस टीम ने मंगेश यादव का एनकाउंटर किया उसको लीड एसटीएफ के चीफ DK शाही कर रहे थे। उन्होंने एनकाउंटर के समय चप्पल पहन रखा था जिसको लेकर भी सवाल खड़े हुए थे। इसी के बाद डीएम कृतिका ज्योतसना ने मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए थे। एसटीएफ ने मंगेश के पास से बरामदगी में 9 एमएम मय मैगजीन, जिंदा कारतूस, खोखा कारतूस, .32 बोर पिस्टल मय मैगजीन, एक बैग और 315 बोर तमंचा व बाइक बरामद करने का दावा किया था। जिसमें से सामने केवल बैग और बाइक ही आ सकी बाक़ी सब नजरों से ओझल ही रहा। फरार साथी का अबतक नहीं चला पता एसटीएफ ने दावा किया कि मंगेश का एक साथी अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकला। वो साथी था कौन, कहां का रहने वाला था महीनों बाद भी उसका पता नहीं चल सका। जबकि मंगेश के एनकाउंटर के बाद से 5 अरेस्टिंग, एक फुल एनकाउंटर और एक हॉफ एनकाउंटर हो चुका है व दो फरार हैं। इनमे से कौन उसका साथी था ये अब तक नहीं खुल सका है।

Dec 3, 2024 - 07:40
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सुल्तानपुर का मंगेश यादव एनकाउंटर:पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की सार्वजनिक, दावा- फर्जी एनकाउंटर, पकड़कर मारा
मंगेश यादव एनकाउंटर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तीन माह बाद सार्वजनिक हो गई है। पूर्व IPS और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने पीएम रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि मंगेश यादव की पीएम रिपोर्ट फर्जी एनकाउंटर की ओर इशारा कर रही है। उन्होंने दावा किया है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का विश्लेषण करते हुए इसके आधार पर प्रथमदृष्टया फर्जी एनकाउंटर और मंगेश को पकड़कर मारे जाने की बात स्थापित होती है। जानिए कौन है मंगेश यादव और कहां हुआ एनकाउंटर जौनपुर के बक्शा थाना अंतर्गत अंगरौरा निवासी मंगेश यादव का STF यूपी और कोतवाली देहात पुलिस ने एनकाउंटर किया। जिसमें उसको दो गोली लगी और वो ढेर हो गया। दो डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया और रिपोर्ट तैयार की। दरअसल मंगेश का नाम 28 अगस्त को सुल्तानपुर के चौक ठठेरी बाजार में भरत जी सोनी की दुकान पर दिनदहाड़े हुई सवा करोड़ की डकैती में आया था। एनकाउंटर से ठीक आठ घंटा पहले उसके समेत अन्य फरार बदमाशों पर एडीजी लखनऊ ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। दो एंट्री वुंड (चोट), साइज एक गुने एक सेंटीमीटर मंगेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए पूर्व IPS ने कहा- इस मामले में दो एंट्री वुंड (चोट) दिखाए गए हैं। जिनका साइज एक गुने एक सेंटीमीटर है। प्रथमदृष्टया इस साइज के चोट नजदीक से फायर किए जाने पर ही हो सकते हैं। यदि दूर से फायर किया जाए तो यह चोट कम से कम दो गुना दो सेंटीमीटर का होगा। उनके अनुसार बाएं ललाट के पास मारी गोली का एग्जिट वुंड ऑक्सीपेटल बोन अर्थात सिर के ठीक पीछे का हिस्सा दिखाया गया है। ऑक्सीपेटल बोन का इलाका काफी सख्त होता है, जहां से आसानी से गोली नहीं निकल सकती और वहां से गोली तभी निकल सकती है, जब सटा के गोली मारी गई हो। ऑक्सीपेटल बोन से निकलने वाली एग्जिट वुंड की लंबाई चौड़ाई एक गुना डेढ़ सेंटीमीटर है, जो तभी संभव होगा जब काफी सटा के गोली माली गई हो। उन्होंने कहा कि वे इन समस्त तथ्यों को सक्षम फोरम पर प्रस्तुत करेंगे। चप्पल पहनकर एनकाउंटर करने पहुंचे थे एसटीएफ सीओ एसटीएफ की जिस टीम ने मंगेश यादव का एनकाउंटर किया उसको लीड एसटीएफ के चीफ DK शाही कर रहे थे। उन्होंने एनकाउंटर के समय चप्पल पहन रखा था जिसको लेकर भी सवाल खड़े हुए थे। इसी के बाद डीएम कृतिका ज्योतसना ने मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए थे। एसटीएफ ने मंगेश के पास से बरामदगी में 9 एमएम मय मैगजीन, जिंदा कारतूस, खोखा कारतूस, .32 बोर पिस्टल मय मैगजीन, एक बैग और 315 बोर तमंचा व बाइक बरामद करने का दावा किया था। जिसमें से सामने केवल बैग और बाइक ही आ सकी बाक़ी सब नजरों से ओझल ही रहा। फरार साथी का अबतक नहीं चला पता एसटीएफ ने दावा किया कि मंगेश का एक साथी अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकला। वो साथी था कौन, कहां का रहने वाला था महीनों बाद भी उसका पता नहीं चल सका। जबकि मंगेश के एनकाउंटर के बाद से 5 अरेस्टिंग, एक फुल एनकाउंटर और एक हॉफ एनकाउंटर हो चुका है व दो फरार हैं। इनमे से कौन उसका साथी था ये अब तक नहीं खुल सका है।

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