हरदोई में 3 घंटे चला बवाल:युवक की मौत के 24 घंटे के बाद भी नहीं दर्ज हुआ मुकदमा, पीटकर हुई थी हत्या
हरदोई में मारपीट के दौरान एक युवक की मौत हो जाने के मामले में 24 घंटे के बाद भी मुकदमा न लिखे जाने को लेकर परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। जाम लगा दिया। करीब 3 घंटे तक बवाल चला। सीओ सत्येंद्र सिंह ने परिजनों को समझाया। एफआईआर लिखी जाने का आश्वासन दिया। मुंडन संस्कार से वापस आ रहे अतरौली निवासी निवासी दो सगे भाई संजीव पांडेय व राजीव पांडेय पर गांव के लोगों ने रंजिश के चलते लाठी डंडों से हमला कर दिया था। इलाज के दौरान संजीव की मौत हो गई। तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने नारिया खेड़ा बॉर्डर व अतरौली चौराहे पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए जाम लगा दिया। अब जानिए पूरा मामला... बीते बुधवार को अतरौली थाना क्षेत्र के कुरौंध गांव निवासी 27 वर्षीय संजीव पांडेय अपने सगे भाई राजीव पांडेय के साथ बीसवां सीतापुर भतीजे के मुंडन संस्कार में शामिल होकर वापस घर आ रहे थे। आरोप है कि रस्ते में कौड़ियां गांव निवासी प्रहलाद, चौहान, मायाराम, मुलायम, शिवा, रामविलास, सांवल, राजकुमार, रामकिशन ने घेरकर लाठी डंडों से हमला करते हुए जबरदस्त पिटाई कर दी। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने प्राथमिक उपचार कराते हुए बलराम अस्पताल लखनऊ ले गए। जहां संजीव की शुक्रवार की दोपहर मौत हो गई। इधर चाचा श्रवण पांडेय ने पुलिस को तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने टालमटोल कर दी। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद जब परिजन शव लेकर अतरौली जा रहे थे तो रास्ते में लखनऊ हरदोई के नारियाखेड़ा बॉर्डर पर शव वाहन को पुलिस ने रोककर शव घर ले जाने की बात कही तो परिजनों ने प्रदर्शन की चेतावनी देते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की। जिस पर करीब एक घंटे तक पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई लेकिन पुलिस एफआईआर से दूरी बनाए रखी। इससे नाराज परिजनों ने जबरदस्ती शव वाहन को लेकर अतरौली चौराहे पहुंच गए। जहां जमकर तीन घंटे तक बवाल काटा। मौके पर पहुंचे सीओ सत्येंद्र सिंह ने परिजनों को समझाया और एफआईआर लिखी जाने का आश्वासन दिया है। सगाई के दिन हुई संजीव की मौत संजीव पांडेय की शुक्रवार को सगाई होनी थी , घर पर तैयारियां चल रहीं थी, खुशी का माहौल था तभी सूचना मिली कि संजीव की इलाज के दौरान मौत हो गई जिससे खुशियां मातम में बदल गईं । पुलिस की सामने आई नाकामी बीते बुधवार को कौड़ियां गांव में जब मारपीट हुई तो उसकी पुलिस को भनक ही नहीं लगी , जबकि हल्के के सिपाही दरोगा हल्के के क्षेत्र में होने का खूब दावा करते हैं जिससे कहीं न कहीं पुलिस की नाकामी भी सामने आई है। अतरौली थाने पर तैनात एक ट्रेनी दरोगा पर भी परिजनों का खूब गुस्सा फूटा , परिजनों ने कहा यदि दरोगा चाहते तो पहले ही रिपोर्ट दर्ज हो जाती। विधायक मुर्दाबाद के लगे नारे आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर राजनीतिक दबाव के कारण कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए संडीला विधायक अलका अर्कवंशी मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए , पुलिस की भी जमकर फजीहत की ।
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