हरदोई में देव दिवाली का आयोजन:3100 दीपों से जगमगा उठा सिंह वाहिनी सरोवर, लोग हुए मंत्रमुग्ध

हरदोई में देव दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने भी बढ़-चढ़कर इसमें प्रतिभा किया है। देव दीपावली पर पर जमीन से लेकर आसमान तक रोशनी जगमगाती नजर आई है। पिहानी नगर पालिका परिषद की ओर से 3100 दीपकों का दीपदान किया गया। सिंह वाहिनी सरोवर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चारों तरफ दीपक जगमगाती नजर आए। सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। देव दीपावली के उत्सव में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ऐसी मनमोहक छटा बिखरी कि लोग मंत्रमुग्ध हो गए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन सभी देवी-देवता स्वर्ग लोक से नीचे धरती पर उतर आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन त्रिपुरासुर नाम के एक राक्षस का संहार करके देवताओं को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी। त्रिपुरासुर के अत्याचारों से मिली मुक्ति और भगवान शिव के इस कृत्य पर सभी देवता अपनी प्रसन्नता जाहिर करने के लिए भगवान शिव की नगरी काशी पहुंचकर दीप प्रज्वलित करते हैं और खुशियां मनाते हैं।देव दीपावली के अवसर पर सिंह वाहिनी सरोवर पर ईओ अमित कुमार, सिंह द्वारा मनाया गया दीप दीवाली का उत्सव इस दौरान अधिशासी अधिकारी अमित कुमार सिंह, गोपाल अवस्थी, अश्विनी बाजपेई, अरुण अग्निहोत्री, लकी अवस्थी, सानू सिंह सभासद, सागर पांडे, पिंटू मिश्रा, मोतीलाल, अशोक कुमार, राजीव पटवा, आशीष गुप्ता, मनीष सविता, सेठ अरुण गुप्ता ज्वाला देवी मंदिर के महंत प्रेमी बाबा आदि लोगों ने सरोवर पर दीपदान किया।

Nov 16, 2024 - 08:20
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हरदोई में देव दिवाली का आयोजन:3100 दीपों से जगमगा उठा सिंह वाहिनी सरोवर, लोग हुए मंत्रमुग्ध
हरदोई में देव दीपावली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने भी बढ़-चढ़कर इसमें प्रतिभा किया है। देव दीपावली पर पर जमीन से लेकर आसमान तक रोशनी जगमगाती नजर आई है। पिहानी नगर पालिका परिषद की ओर से 3100 दीपकों का दीपदान किया गया। सिंह वाहिनी सरोवर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चारों तरफ दीपक जगमगाती नजर आए। सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। देव दीपावली के उत्सव में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ऐसी मनमोहक छटा बिखरी कि लोग मंत्रमुग्ध हो गए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन सभी देवी-देवता स्वर्ग लोक से नीचे धरती पर उतर आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन त्रिपुरासुर नाम के एक राक्षस का संहार करके देवताओं को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी। त्रिपुरासुर के अत्याचारों से मिली मुक्ति और भगवान शिव के इस कृत्य पर सभी देवता अपनी प्रसन्नता जाहिर करने के लिए भगवान शिव की नगरी काशी पहुंचकर दीप प्रज्वलित करते हैं और खुशियां मनाते हैं।देव दीपावली के अवसर पर सिंह वाहिनी सरोवर पर ईओ अमित कुमार, सिंह द्वारा मनाया गया दीप दीवाली का उत्सव इस दौरान अधिशासी अधिकारी अमित कुमार सिंह, गोपाल अवस्थी, अश्विनी बाजपेई, अरुण अग्निहोत्री, लकी अवस्थी, सानू सिंह सभासद, सागर पांडे, पिंटू मिश्रा, मोतीलाल, अशोक कुमार, राजीव पटवा, आशीष गुप्ता, मनीष सविता, सेठ अरुण गुप्ता ज्वाला देवी मंदिर के महंत प्रेमी बाबा आदि लोगों ने सरोवर पर दीपदान किया।

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