हाथरस में डेढ़ साल की बच्ची को गंभीर बीमारी:जन्म से शरीर में नहीं है मलद्वार, परिजन लगा रहे सरकारी अस्पतालों के चक्कर

हाथरस में मुरसान कोतवाली क्षेत्र के गांव खरगू में डेढ़ माह की एक बच्ची गंभीर बीमारी से जूझ रही है। जन्मजात से ही इस बच्ची के शरीर में मल त्याग का रास्ता नहीं है। परिवार के लोग इस बच्ची को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला अस्पताल और अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक बच्ची का इलाज नहीं हुआ है। बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। गांव खरगू निवासी रमेशचंद्र की पत्नी ज्योति ने 26 सितंबर को एक बच्ची को जन्म दिया। डिलीवरी मुरसान के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई। बच्ची को स्वस्थ बताकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया। परिवार के लोग जब बच्ची को लेकर आए तो वह अचरज में पड़ गए। बच्ची के शरीर में मल त्याग की जगह ही नहीं है। इस पर परिवार के लोग बच्ची को फिर मुरसान के स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर गए तो वहां उन्हें यह बताया गया कि यहां कुछ नहीं हो सकता। इसका ऑपरेशन जिला अस्पताल या किसी बड़े हायर सेंटर में ही संभव है। इसके बाद परिवार के लोग बच्ची को जिला अस्पताल लेकर गए। वहां से बच्ची को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। वहां भी बच्ची का ऑपरेशन नहीं हुआ। बच्ची को फिर वापस हाथरस के जिला अस्पताल भेज दिया गया। मल त्याग ना होने की वजह से बच्ची की हालत गंभीर हो गई है। परिजन काफी चिंतित हैं। डेढ़ माह की मासूम बच्ची के पिता रमेश चंद्र का कहना है कि उन पर इतना पैसा नहीं है कि वह बच्ची का प्राइवेट ऑपरेशन करा सकें। जब से बच्ची पैदा हुई है, उसे शौच नहीं हुई है। बच्ची की तबीयत काफी खराब है और सरकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे। बड़े अस्पताल में ही होगा ऑपरेशन इस मामले में जब मुरसान के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ चंद्रवीर सिंह का कहना था कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। इधर, शहर के वरिष्ठ सर्जन डॉ. भारत यादव का कहना है कि इसका किसी बड़े अस्पताल में ही ऑपरेशन संभव है। सरकारी इंस्टिट्यूट में कोई खर्चा नहीं आएगा।

Nov 12, 2024 - 15:35
 0  465.9k
हाथरस में डेढ़ साल की बच्ची को गंभीर बीमारी:जन्म से शरीर में नहीं है मलद्वार, परिजन लगा रहे सरकारी अस्पतालों के चक्कर
हाथरस में मुरसान कोतवाली क्षेत्र के गांव खरगू में डेढ़ माह की एक बच्ची गंभीर बीमारी से जूझ रही है। जन्मजात से ही इस बच्ची के शरीर में मल त्याग का रास्ता नहीं है। परिवार के लोग इस बच्ची को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला अस्पताल और अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज तक के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक बच्ची का इलाज नहीं हुआ है। बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। गांव खरगू निवासी रमेशचंद्र की पत्नी ज्योति ने 26 सितंबर को एक बच्ची को जन्म दिया। डिलीवरी मुरसान के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई। बच्ची को स्वस्थ बताकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया। परिवार के लोग जब बच्ची को लेकर आए तो वह अचरज में पड़ गए। बच्ची के शरीर में मल त्याग की जगह ही नहीं है। इस पर परिवार के लोग बच्ची को फिर मुरसान के स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर गए तो वहां उन्हें यह बताया गया कि यहां कुछ नहीं हो सकता। इसका ऑपरेशन जिला अस्पताल या किसी बड़े हायर सेंटर में ही संभव है। इसके बाद परिवार के लोग बच्ची को जिला अस्पताल लेकर गए। वहां से बच्ची को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। वहां भी बच्ची का ऑपरेशन नहीं हुआ। बच्ची को फिर वापस हाथरस के जिला अस्पताल भेज दिया गया। मल त्याग ना होने की वजह से बच्ची की हालत गंभीर हो गई है। परिजन काफी चिंतित हैं। डेढ़ माह की मासूम बच्ची के पिता रमेश चंद्र का कहना है कि उन पर इतना पैसा नहीं है कि वह बच्ची का प्राइवेट ऑपरेशन करा सकें। जब से बच्ची पैदा हुई है, उसे शौच नहीं हुई है। बच्ची की तबीयत काफी खराब है और सरकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे। बड़े अस्पताल में ही होगा ऑपरेशन इस मामले में जब मुरसान के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ चंद्रवीर सिंह का कहना था कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। इधर, शहर के वरिष्ठ सर्जन डॉ. भारत यादव का कहना है कि इसका किसी बड़े अस्पताल में ही ऑपरेशन संभव है। सरकारी इंस्टिट्यूट में कोई खर्चा नहीं आएगा।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow