अम्बेडकरनगर की कटेहरी सीट पर आज वोटिंग:4 लाख वोटर करेंगे 425 बूथों पर मतदान, 12 प्रत्याशी मैदान में

अम्बेडकरनगर में कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए 20 नवंबर यानी आज मतदान होगा। उपचुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कटेहरी विधानसभा में 4 लाख 800 मतदाता हैं, जो 425 बूथों पर 12 प्रत्याशियों के लिए वोटिंग करेंगे। कटेहरी विधानसभा में 4,008,75 वोटर्स कटेहरी विधानसभा सीट पर 4008,75 मतदाता हैं, जिनमें 2,10,568 पुरुष, 1,90,306 महिला मतदाता, 1 थर्ड जेंडर, 7,667 युवा मतदाता और 3,381दिव्यांग मतदाता हैं। 85 वर्ष से अधिक के 2,560 मतदाता हैं।कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए 280 मतदान केंद्र पर 425 बूथ बनाये गए हैं, जिनमें 185 क्रिटिकल बूथ एवं 111अति संवेदनशील बूथ बनाया गया। कटेहरी विधानसभा सीट पर 12 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें मुख्य लड़ाई सपा के शोभावती वर्मा, भाजपा के धर्मराज निषाद के बीच है। 2022 चुनाव में कटेहरी सीट पर सपा ने जीत दर्ज की थी। लालजी वर्मा ने अंबेडकर नगर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की और सांसद बन गए। लोकसभा चुनाव में लालजी वर्मा ने अपनी विधानसभा कटेहरी में रिकॉर्ड वोट हासिल किए थे। उन्हें भाजपा प्रत्याशी रितेश पांडेय से 17 हजार ज्यादा वोट मिले थे। अब यहां उपचुनाव होने हैं। सपा ने उनकी पत्नी शोभावती वर्मा को टिकट दिया। भाजपा की तरफ से धर्मराज निषाद मैदान में हैं। इस सीट की जिम्मेदारी खुद सीएम योगी ने ली। वह यहां 4 बार प्रचार करने पहुंचे। पहले सीट पर सवर्णों में नाराजगी थी, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। तमाम जातीय और सियासी समीकरण को देखा जाए, तो मौजूदा समय में कटेहरी में भाजपा मजबूत दिखाई दे रही है। दूसरी तरफ मैदान में बसपा से अमित वर्मा चुनावी मैदान में हैं, जो सपा का समीकरण बिगाड़ते दिख रहे हैं। भाजपा ने परिवारवाद का आरोप लगाते हुए सपा में टिकट की रेस के लिए दौड़े नेताओं के जख्म पर नमक छिड़का है। मुकाबले में भाजपा-सपा 60-40 पर दिख रहे हैं। हमने ऐसे ही अलग-अलग इलाकों के 100 से ज्यादा लोगों से बात की। जो समीकरण बन रहे हैं, उन्हें 3 पॉइंट में समझते हैं... 1. तीनों मुख्य पार्टियों से सवर्ण प्रत्याशी नहीं होने से यहां करीब 1 लाख सवर्ण वोटर ही निर्णायक हो गए हैं। पिछली बार बसपा से प्रतीक पांडेय और भाजपा से अवधेश द्विवेदी थे, इसलिए वोटों का बिखराव हुआ। इस बार सवर्ण वोटर भाजपा की तरफ जाता दिख रहा। 2. बसपा प्रत्याशी अमित वर्मा दलित वोटों के साथ वर्मा वर्ग में भी सेंधमारी कर रहे हैं। इसका सीधा नुकसान सपा की शोभावती वर्मा को होता दिख रहा है। 3. लोग कहते हैं- लालजी वर्मा जब बसपा में थे, उस वक्त यादवों के विरोधी थे। इस चुनाव से सरकार में बदलाव नहीं होना है, इसलिए यादव वोटर्स बगावत के मूड में दिख रहे हैं। कटेहरी में पिछले 3 विधानसभा चुनावों में दो बार सपा ने जीत हासिल की है। 2012 में सपा से शंखलाल मांझी जीते थे, जबकि बसपा के लालजी वर्मा दूसरे नंबर पर रहे थे। 2017 में बसपा के टिकट से लालजी वर्मा ने जीत हासिल की थी। उन्होंने भाजपा के अवधेश द्विवेदी को हराया था। 2022 विधानसभा चुनाव से पहले लालजी वर्मा ने पाला बदल लिया। वह सपा में आ गए। 2022 चुनाव में सपा से लालजी वर्मा ने जीत हासिल की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में लालजी वर्मा ने सपा के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। विधायकी से इस्तीफा देने की वजह से इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। इस खबर को भी पढ़ें.... कटेहरी और मझवां में भाजपा मजबूत:अंबेडकरनगर में अवधेश की नाराजगी, मिर्जापुर में संजय निषाद की कंट्रोवर्सी बदल सकती है समीकरण रामनगरी अयोध्या से सटी अंबेडकरनगर की कटेहरी और मां विंध्यवासिनी धाम मिर्जापुर की मझवां सीट पर नेता प्रचार में जुटे हैं। 'दिवाली मिलन सम्मेलन' आयोजित किए जा रहे हैं। त्योहार के बहाने ही सही, लोगों को अपनी तरफ जुटाने की पूरी कोशिश की जा रही है। पढ़ें पूरी खबर...

Nov 20, 2024 - 06:30
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अम्बेडकरनगर की कटेहरी सीट पर आज वोटिंग:4 लाख वोटर करेंगे 425 बूथों पर मतदान, 12 प्रत्याशी मैदान में
अम्बेडकरनगर में कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए 20 नवंबर यानी आज मतदान होगा। उपचुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कटेहरी विधानसभा में 4 लाख 800 मतदाता हैं, जो 425 बूथों पर 12 प्रत्याशियों के लिए वोटिंग करेंगे। कटेहरी विधानसभा में 4,008,75 वोटर्स कटेहरी विधानसभा सीट पर 4008,75 मतदाता हैं, जिनमें 2,10,568 पुरुष, 1,90,306 महिला मतदाता, 1 थर्ड जेंडर, 7,667 युवा मतदाता और 3,381दिव्यांग मतदाता हैं। 85 वर्ष से अधिक के 2,560 मतदाता हैं।कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए 280 मतदान केंद्र पर 425 बूथ बनाये गए हैं, जिनमें 185 क्रिटिकल बूथ एवं 111अति संवेदनशील बूथ बनाया गया। कटेहरी विधानसभा सीट पर 12 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें मुख्य लड़ाई सपा के शोभावती वर्मा, भाजपा के धर्मराज निषाद के बीच है। 2022 चुनाव में कटेहरी सीट पर सपा ने जीत दर्ज की थी। लालजी वर्मा ने अंबेडकर नगर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की और सांसद बन गए। लोकसभा चुनाव में लालजी वर्मा ने अपनी विधानसभा कटेहरी में रिकॉर्ड वोट हासिल किए थे। उन्हें भाजपा प्रत्याशी रितेश पांडेय से 17 हजार ज्यादा वोट मिले थे। अब यहां उपचुनाव होने हैं। सपा ने उनकी पत्नी शोभावती वर्मा को टिकट दिया। भाजपा की तरफ से धर्मराज निषाद मैदान में हैं। इस सीट की जिम्मेदारी खुद सीएम योगी ने ली। वह यहां 4 बार प्रचार करने पहुंचे। पहले सीट पर सवर्णों में नाराजगी थी, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। तमाम जातीय और सियासी समीकरण को देखा जाए, तो मौजूदा समय में कटेहरी में भाजपा मजबूत दिखाई दे रही है। दूसरी तरफ मैदान में बसपा से अमित वर्मा चुनावी मैदान में हैं, जो सपा का समीकरण बिगाड़ते दिख रहे हैं। भाजपा ने परिवारवाद का आरोप लगाते हुए सपा में टिकट की रेस के लिए दौड़े नेताओं के जख्म पर नमक छिड़का है। मुकाबले में भाजपा-सपा 60-40 पर दिख रहे हैं। हमने ऐसे ही अलग-अलग इलाकों के 100 से ज्यादा लोगों से बात की। जो समीकरण बन रहे हैं, उन्हें 3 पॉइंट में समझते हैं... 1. तीनों मुख्य पार्टियों से सवर्ण प्रत्याशी नहीं होने से यहां करीब 1 लाख सवर्ण वोटर ही निर्णायक हो गए हैं। पिछली बार बसपा से प्रतीक पांडेय और भाजपा से अवधेश द्विवेदी थे, इसलिए वोटों का बिखराव हुआ। इस बार सवर्ण वोटर भाजपा की तरफ जाता दिख रहा। 2. बसपा प्रत्याशी अमित वर्मा दलित वोटों के साथ वर्मा वर्ग में भी सेंधमारी कर रहे हैं। इसका सीधा नुकसान सपा की शोभावती वर्मा को होता दिख रहा है। 3. लोग कहते हैं- लालजी वर्मा जब बसपा में थे, उस वक्त यादवों के विरोधी थे। इस चुनाव से सरकार में बदलाव नहीं होना है, इसलिए यादव वोटर्स बगावत के मूड में दिख रहे हैं। कटेहरी में पिछले 3 विधानसभा चुनावों में दो बार सपा ने जीत हासिल की है। 2012 में सपा से शंखलाल मांझी जीते थे, जबकि बसपा के लालजी वर्मा दूसरे नंबर पर रहे थे। 2017 में बसपा के टिकट से लालजी वर्मा ने जीत हासिल की थी। उन्होंने भाजपा के अवधेश द्विवेदी को हराया था। 2022 विधानसभा चुनाव से पहले लालजी वर्मा ने पाला बदल लिया। वह सपा में आ गए। 2022 चुनाव में सपा से लालजी वर्मा ने जीत हासिल की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में लालजी वर्मा ने सपा के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। विधायकी से इस्तीफा देने की वजह से इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। इस खबर को भी पढ़ें.... कटेहरी और मझवां में भाजपा मजबूत:अंबेडकरनगर में अवधेश की नाराजगी, मिर्जापुर में संजय निषाद की कंट्रोवर्सी बदल सकती है समीकरण रामनगरी अयोध्या से सटी अंबेडकरनगर की कटेहरी और मां विंध्यवासिनी धाम मिर्जापुर की मझवां सीट पर नेता प्रचार में जुटे हैं। 'दिवाली मिलन सम्मेलन' आयोजित किए जा रहे हैं। त्योहार के बहाने ही सही, लोगों को अपनी तरफ जुटाने की पूरी कोशिश की जा रही है। पढ़ें पूरी खबर...

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