आठ घंटे डिजिटल अरेस्ट रहा प्राइवेट कर्मी:कानपुर में प्राइवेट कर्मी को साइबर ठगों ने बनाया निशाना; सूझबूझ से बचा कारोबारी; पैसा नहीं हड़प सके शातिर
कानपुर के हूलागंज निवासी एक प्राइवेट कर्मी को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया। उन्होंने कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर लिया। कारोबारी आठ घंटे तक उनकी कैद में भी रहा मगर सूझबूझ से वह ठगे जाने से पहले ही बच गया। साइबर ठग उसका पैसा नहीं हड़प सके। कारोबारी ने साइबर सेल में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हूलागंज निवासी नितिन गुप्ता ने बताया कि सोमवार की सुबह नौ बजे वह घर से काम पर निकलने वाले थे। उसी दौरान उनके नम्बर पर वीडियो कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली आयकर विभाग का अधिकारी मोहित नेगी बताया। नितिन से कहा कि उसके नाम पर दिल्ली में लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट है। जिसका 9.40 लाख रुपए टैक्स बकाया है। शातिरों ने यह भी बताया कि एजेंसी 7 अप्रैल 2023 को खुली थी। दिल्ली के पुलिस अधिकारी बात करेंगे नितिन के मुताबिक जब उन्होंने शातिर से कहा कि उनकी कोई ट्रांसपोर्ट फर्म नहीं है और वह नौकरीपेशा आदमी है तो कॉल करने वाले ने यह कहते हुए कॉल ट्रांसफर कर दिया कि अब तुमसे दिल्ली के अधिकारी बात करेंगे। इसके बाद खुद को अजय राय बताते हुए दूसरे व्यक्ति ने बात शुरू कर दी। काफी देर तक पूछताछ की, इसके बाद सीबीआई अधिकारी राकेश से बात करने को कहा। हवाला के साढ़े आठ करोड़ के बारे में की पूछताछ नितिन ने बताया कि सीबीआई अधिकारी ने पूछताछ की और कहा कि तुम्हारे खाते में हवाला के साढ़े आठ करोड़ रुपए कहां से आया। उसने यह भी कहा कि हवाला मामले में 248 लोगों के खिलाफ जांच चल रही है। जिसमें नितिन का नाम 160वें नम्बर पर है। हवाला करने वाले की फोटो भेजी और बोले पहचानों नितिन के मुताबिक शातिरों ने एक फोटो फेजी जो कि अमित की बताई गई उसे शातिरों ने हवाला कारोबारी बताया और कहा कि इसकी फोटो से पहचान करो। साथ में कई प्रपत्र भी भेजे, जिस पर नितिन का नाम व आधार नंबर लिखा था। प्रधानमंत्री के करीबी कर रहे जांच सीबीआई अधिकारी बनकर बात करने वाले शातिर ने नितिन से कहा कि इस मामले में आगे की जांच प्रवीण सूद करेंगे जो प्रधानमंत्री के करीबी अधिकारी है। फिर शातिर ने पूछा बैंक में कितना रुपया जमा है। इस पर नितिन ने कहा 90 हजार रुपए है। इसी खाते में वेतन आता है। इस पर फोन करने वाले ने कहा अपने खर्च के लिए 20 हजार रुपये रखकर 70 हजार रुपये एक खाते में भेज दो। खाता नंबर भेज रहे हैं। करोड़ों की बात करने वाले सत्तर हजार मांग रहे ठनका दिमाग नितिन के मुताबिक जब सत्तर हजार देने की बात कही गई तभी उनका दिमाग ठनक गया। उन्होंने सोचा करोड़ों की बात करने वाले सत्तर हजार मांग रहे हैं। वह समझ गए कि उनके साथ ठगी का प्रयास किया जा रहा है और उन्होंने फोन काट दिया।
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