उन्नाव में अतिक्रमणकारियों को पीडब्ल्यूडी ने दी चेतावनी:आज कब्जे न हटाए तो चलेगा बुलडोजर, मरहला चौराहे का मामला

उन्नाव में मरहला चौराहे पर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी है कि अगर आज (2 दिसम्बर) तक अवैध कब्जे नहीं हटाए गए तो प्रशासन बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा। यह चेतावनी उस वक्त दी गई है, जब सरैयां क्रासिंग से मरहला चौराहा की तरफ आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है, जिसमें चौराहे के चारों ओर अवैध रूप से स्थापित दुकानों की वजह से निर्माण कार्य में अड़चनें आ रही हैं। आरओबी के निर्माण में आ रही बाधाएं सरैयां क्रासिंग से मरहला चौराहा तक रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का पिलर निर्माण किया जाना है। इस कार्य के लिए तैयारियाँ तेजी से चल रही हैं, लेकिन मरहला चौराहे के चारों ओर बड़ी संख्या में अतिक्रमणकारियों ने अवैध रूप से टिनशेड, गुमटी, टट्टर और छप्पर आदि की व्यवस्था करके अपनी दुकानें स्थापित कर दी हैं, जो निर्माण कार्य में बड़ी बाधा बन रही हैं। इसी के मद्देनजर लोक निर्माण विभाग ने इस अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी है। दुकानदारों को दी गई चेतावनी तीन दिन पहले, लोक निर्माण विभाग ने चौराहे के दुकानदारों को मुनादी कराकर यह चेतावनी दी थी कि वे 2 दिसम्बर तक अपनी अवैध दुकानों को हटा लें। अगर दुकानदारों ने निर्धारित समय सीमा के भीतर कब्जे नहीं हटाए, तो प्रशासन और पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इस चेतावनी से मरहला चौराहे पर दुकानदारों में हड़कंप मच गया है और वे अपने कब्जे हटाने के लिए असमंजस में पड़ गए हैं। पूर्व में की गई थी अतिक्रमण हटाने की चेतावनी इससे पहले एसडीएम और सीओ ने राज्यसेतु निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया था, चौराहे पर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता ने 29 नवम्बर को चौराहे पर मुनादी करवाई, जिसमें दुकानदारों से 2 दिसम्बर तक कब्जे हटाने की बात की गई थी। इस कार्रवाई से दुकानदारों में एक तरफ डर और दूसरी तरफ उलझन का माहौल बन गया है। वे अब यह सोच रहे हैं कि क्या उनके द्वारा लगाए गए दुकानें हटाने से उनका रोज़ी-रोटी प्रभावित होगा। अतिक्रमण हटाने की आवश्यकता और परिणाम लोक निर्माण विभाग और राज्यसेतु निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने का मुख्य उद्देश्य इस क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों को बिना किसी रुकावट के पूरा करना है। इन अवैध कब्जों के कारण निर्माण कार्यों में बाधाएँ उत्पन्न हो रही थीं, जिससे कार्य की गति धीमी हो रही थी। अब विभाग की ओर से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर आज तक दुकानदारों ने अपने कब्जे नहीं हटाए, तो इसके बाद किसी प्रकार का दया या राहत नहीं दी जाएगी, और प्रशासन बलपूर्वक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा। चौराहे पर होने वाले निर्माण कार्य का महत्व मरहला चौराहे पर बनने वाला आरओबी पिलर न केवल उन्नाव जिले के यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद करेगा, बल्कि यह क्षेत्र की सड़क सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वर्तमान में इस चौराहे पर भीड़-भाड़ और ट्रैफिक जाम की समस्या अक्सर बनी रहती है, जिसके कारण यात्रियों और स्थानीय लोगों को काफी असुविधा होती है। आरओबी का निर्माण कार्य समाप्त होने के बाद यह समस्या कम होने की उम्मीद है, जिससे लोगों को बेहतर यातायात की सुविधा मिल सकेगी। ​​​​​​​

Dec 2, 2024 - 07:40
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उन्नाव में अतिक्रमणकारियों को पीडब्ल्यूडी ने दी चेतावनी:आज कब्जे न हटाए तो चलेगा बुलडोजर, मरहला चौराहे का मामला
उन्नाव में मरहला चौराहे पर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी है कि अगर आज (2 दिसम्बर) तक अवैध कब्जे नहीं हटाए गए तो प्रशासन बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा। यह चेतावनी उस वक्त दी गई है, जब सरैयां क्रासिंग से मरहला चौराहा की तरफ आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है, जिसमें चौराहे के चारों ओर अवैध रूप से स्थापित दुकानों की वजह से निर्माण कार्य में अड़चनें आ रही हैं। आरओबी के निर्माण में आ रही बाधाएं सरैयां क्रासिंग से मरहला चौराहा तक रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का पिलर निर्माण किया जाना है। इस कार्य के लिए तैयारियाँ तेजी से चल रही हैं, लेकिन मरहला चौराहे के चारों ओर बड़ी संख्या में अतिक्रमणकारियों ने अवैध रूप से टिनशेड, गुमटी, टट्टर और छप्पर आदि की व्यवस्था करके अपनी दुकानें स्थापित कर दी हैं, जो निर्माण कार्य में बड़ी बाधा बन रही हैं। इसी के मद्देनजर लोक निर्माण विभाग ने इस अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी है। दुकानदारों को दी गई चेतावनी तीन दिन पहले, लोक निर्माण विभाग ने चौराहे के दुकानदारों को मुनादी कराकर यह चेतावनी दी थी कि वे 2 दिसम्बर तक अपनी अवैध दुकानों को हटा लें। अगर दुकानदारों ने निर्धारित समय सीमा के भीतर कब्जे नहीं हटाए, तो प्रशासन और पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इस चेतावनी से मरहला चौराहे पर दुकानदारों में हड़कंप मच गया है और वे अपने कब्जे हटाने के लिए असमंजस में पड़ गए हैं। पूर्व में की गई थी अतिक्रमण हटाने की चेतावनी इससे पहले एसडीएम और सीओ ने राज्यसेतु निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया था, चौराहे पर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता ने 29 नवम्बर को चौराहे पर मुनादी करवाई, जिसमें दुकानदारों से 2 दिसम्बर तक कब्जे हटाने की बात की गई थी। इस कार्रवाई से दुकानदारों में एक तरफ डर और दूसरी तरफ उलझन का माहौल बन गया है। वे अब यह सोच रहे हैं कि क्या उनके द्वारा लगाए गए दुकानें हटाने से उनका रोज़ी-रोटी प्रभावित होगा। अतिक्रमण हटाने की आवश्यकता और परिणाम लोक निर्माण विभाग और राज्यसेतु निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने का मुख्य उद्देश्य इस क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों को बिना किसी रुकावट के पूरा करना है। इन अवैध कब्जों के कारण निर्माण कार्यों में बाधाएँ उत्पन्न हो रही थीं, जिससे कार्य की गति धीमी हो रही थी। अब विभाग की ओर से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर आज तक दुकानदारों ने अपने कब्जे नहीं हटाए, तो इसके बाद किसी प्रकार का दया या राहत नहीं दी जाएगी, और प्रशासन बलपूर्वक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा। चौराहे पर होने वाले निर्माण कार्य का महत्व मरहला चौराहे पर बनने वाला आरओबी पिलर न केवल उन्नाव जिले के यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद करेगा, बल्कि यह क्षेत्र की सड़क सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वर्तमान में इस चौराहे पर भीड़-भाड़ और ट्रैफिक जाम की समस्या अक्सर बनी रहती है, जिसके कारण यात्रियों और स्थानीय लोगों को काफी असुविधा होती है। आरओबी का निर्माण कार्य समाप्त होने के बाद यह समस्या कम होने की उम्मीद है, जिससे लोगों को बेहतर यातायात की सुविधा मिल सकेगी। ​​​​​​​

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