कमिश्नर ने दिए निर्देश, जल्द तैयार करें नाथ नगरी कॉरिडोर:सातों नाथ मंदिरों को जोड़ने वाले मार्ग का किया गया निरिक्षण
बरेली में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ाने के लिए शुरू की गई नाथ कॉरिडोर परियोजना शहर को एक नई पहचान देने की दिशा में आगे बढ़ रही है। यह महत्वाकांक्षी योजना बरेली के सात प्रमुख शिव मंदिरों को जोड़ते हुए शहर के विकास और पर्यटन को एक नई दिशा देंगी। इस परियोजना से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि बरेली का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व भी और अधिक प्रखर होगा। मंदिरों को जोड़ने का काम तेज नाथ कॉरिडोर परियोजना के तहत बरेली के सात प्रमुख मंदिरों—त्रिवटीनाथ, अलखनाथ और अन्य शिवालयों को जोड़ने की योजना है। कमिश्नर सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें परियोजना की प्रगति और उससे संबंधित बाधाओं पर चर्चा हुई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि पूरे कॉरिडोर का पैदल निरीक्षण करें और समस्याओं का मौके पर ही समाधान निकालें। त्रिवटीनाथ मंदिर से अलखनाथ मंदिर तक के मार्ग का निरीक्षण करते हुए कई समस्याओं का पता चला। बिजली और टेलीफोन के खंभे सड़क के बीचों-बीच खड़े होने के कारण मार्ग की चौड़ाई प्रभावित हो रही है। इन्हें हटाकर सड़क के किनारे स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है। सड़कों का होगा सौंदर्यीकरण कॉरिडोर की सड़कों को व्यवस्थित और आकर्षक बनाने के लिए डामर सड़कों के दोनों ओर इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई जाएंगी। इसके अलावा, वर्षों से सड़कों पर खड़े पुराने और जर्जर वाहनों को हटाया जाएगा। नैनीताल रोड पर नगर निगम की सीएम ग्रिड परियोजना के तहत सड़क का नवीनीकरण किया जा रहा है, जिसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अतिक्रमण हटाने पर जोर कुदेशिया फ्लाईओवर के पास लोक निर्माण विभाग की जमीन पर झुग्गी-झोपड़ियों के कारण मार्ग काफी संकरा हो गया है। इस समस्या को हल करने के लिए फ्लाईओवर के नीचे के इलाके को खाली कराकर सौंदर्यीकरण और लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। एमबी इंटर कॉलेज के पास भी अतिक्रमण हटाकर बाउंड्रीवाल बनाने का काम शुरू किया जाएगा। रेलवे की जमीन पर होगा सौंदर्यीकरण नाथ कॉरिडोर के मार्ग में रेलवे की भूमि पर बड़े पैमाने पर गंदगी और झाड़ियां पाई गईं। कमिश्नर ने रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक करने और इस क्षेत्र को साफ कराने के निर्देश दिए। अंडरपास की दीवारों पर नाथ कॉरिडोर की थीम पर आधारित भव्य पेंटिंग की जाएगी। यह पहल कॉरिडोर की सुंदरता को और बढ़ाने में मदद करेगी। विधुत सुविधाओं में सुधार मार्ग पर विधुत लाइनों को भूमिगत करने का कार्य तेज कर दिया गया है। इसके साथ ही, जगह-जगह खड़े ट्रांसफार्मरों को ऊंचाई पर स्थापित किया जाएगा और उनकी सुरक्षा के लिए मजबूत फेंसिंग लगाई जाएगी। इन सुधारों से न केवल सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि क्षेत्र की साफ-सफाई भी बेहतर होगी। अलखनाथ मंदिर के पास यातायात सुधार की योजना अलखनाथ मंदिर के पास सड़कों की चौड़ाई कम होने के कारण श्रद्धालुओं को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। इस समस्या को हल करने के लिए रेलवे के साथ समन्वय कर रोड नेटवर्क प्लान तैयार किया जाएगा। इस क्षेत्र में सुगम यातायात सुनिश्चित करने के लिए सड़क का विस्तार किया जाएगा। चौधरी तालाब का होगा पुनर्विकास नाथ कॉरिडोर परियोजना के तहत चौधरी तालाब के सौंदर्यीकरण और इसके आसपास रामलीला स्थल को विकसित करने की योजना है। इससे न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय सांस्कृतिक गतिविधियों को भी नई ऊंचाई मिलेगी। साइनबोर्ड और सड़कों पर एकरूपता लाने की पहल कॉरिडोर की भव्यता को और अधिक निखारने के लिए दुकानों और भवनों के साइनबोर्ड को एक समान डिजाइन में ढालने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा, मार्ग पर लगे अव्यवस्थित और पुराने होर्डिंग्स को हटाने का निर्देश दिया गया है। इस पहल से कॉरिडोर न केवल व्यवस्थित दिखेगा, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा। जनसहयोग से बढ़ेगी परियोजना की सफलता इस परियोजना में स्थानीय जनता की भागीदारी को भी शामिल किया गया है। भवन स्वामियों और दुकानदारों से साइनबोर्ड और दीवारों के रंग को एक समान रखने के लिए सहमति मांगी गई है। जनसहयोग से यह परियोजना न केवल अधिक प्रभावी होगी, बल्कि इसमें स्थानीय लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित होगी। परियोजना का महत्व और प्रभाव नाथ कॉरिडोर परियोजना बरेली के धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन महत्व को नई दिशा देने का एक बड़ा प्रयास है। इस परियोजना के जरिए शहर को न केवल आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इसे एक ऐतिहासिक और पर्यटक-अनुकूल शहर के रूप में भी पहचान मिलेगी।
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