कोटद्वार के शहीद राइफलमैन सूरज सिंह नेगी को अंतिम विदाई, नम आंखों से होंगी यादें

रैबार डेस्क: बरामुला में शहीद कोटद्वार के लाल राइफलमैन सूरज सिंह नेगी का सैन्य सम्मान... The post पंचतत्व में विलीन हुआ शहीद सूरज का पार्थिव शरीर, नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई appeared first on Uttarakhand Raibar.

Oct 5, 2025 - 18:27
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कोटद्वार के शहीद राइफलमैन सूरज सिंह नेगी को अंतिम विदाई, नम आंखों से होंगी यादें

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कम शब्दों में कहें तो, 25 वर्षीय राइफलमैन सूरज सिंह नेगी का पार्थिव शरीर पारंपरिक सैन्य सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गया। शहीद सूरज के अंतिम संस्कार के अवसर पर उनके गांव कोटद्वार की गलियां भावनाओं और श्रद्धांजलियों से भर गईं।

रैबार डेस्क: जम्मू-कश्मीर के बारामुला में शहीद हुए कोटद्वार के राइफलमैन सूरज सिंह नेगी का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया। उनका पार्थिव शरीर देर रात कोटद्वार पहुंचा, जहां उनके लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। यह दृश्य उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का सम्मान था, जिसमें सभी की आंखों में आंसू थे।

साहस और देशभक्ति का प्रतीक

सरकंड ठीक रास्ता पर, ऊर्ध्वगामी नारे लगाते और सूरज के बलिदान को याद करते हुए, लोग उनके साहस, कर्तव्यनिष्ठा और देशभक्ति का अनुपम उदाहरण मानते हैं। सूरज सिंह नेगी, जो कि लालपुर गांव के निवासी थे, ने 2021 में भारतीय सेना की गोरखा रेजीमेंट में भर्ती होकर अपनी देश सेवा निभाई। वे कुछ समय पहले ही छुट्टी पर घर आए थे और हाल ही में अपनी ड्यूटी में वापस लौटे थे।

क्रॉस फायरिंग में हुई मुठभेड़

बारामुला के सीमावर्ती क्षेत्र में जबकि सूरज अपनी ड्यूटी निभा रहे थे, अचानक एक क्रॉस फायरिंग की स्थिति उत्पन्न हुई। इस घटना में सूरज को गंभीर चोट आई और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, यहां उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी शहादत से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा गढ़वाल क्षेत्र शोक में डूब गया है।

सामाजिक श्रद्धांजलि

सूरज का पार्थिव शरीर जब उनके गांव पहुंचा, तो उनके परिवार, दोस्तों, और स्थानीय लोगों ने उनके आखिरी दर्शन किए। लोग अपनी भावनाओं को शब्दों में बयां नहीं कर पा रहे थे, लेकिन उनके दिल में सूरज के प्रति गहरी श्रद्धा थी। शहीद का बैंड और लॉटीट्यूड उनकी शहादत को सम्मानित करने के लिए फौजियों द्वारा गाया गया।

भविष्य का दुर्गम सफर

सूरज सिंह नेगी की शहादत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि हमारे सैनिकों की जान की कीमत कितनी बड़ी होती है। यह एक ऐसा अनुस्मारक है कि हम सभी को अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए। उनकी शहादत ने अपने पीछे एक गहरा खामोशी छोड़ दी है, लेकिन उन जैसे वीरों की यादें हमेशा जीवित रहेंगी।

इस दुखद घड़ी में हमें जिन परिजनों, दोस्तों व समुदाय के सदस्यों का दुःख है, उन्हें हमारी हार्दिक संवेदनाएं। हम सभी एकत्र होकर यह सराहना करते हैं कि कैसे सूरज ने अपने प्राणों की आहुति देकर हम सभी के दिलों में एक चिरस्थायी स्थान स्थापित किया है।

उनकी याद में एक संगठित श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया जा सकता है, जिसमें स्थानीय प्रशासन और समाज के गणमान्य व्यक्तियों की भागीदारी रहेगी।

अंत में, शहीद सूरज सिंह नेगी को नम आंखों से विदाई देते हुए हम सब उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे। उनकी शहादत हमें सदैव प्रेरित करती रहेगी।

इसके अलावा, शहीद सूरज सिंह नेगी की प्रेरणा को आगे बढ़ाते हुए हम सभी को अपने रहते देश की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है।

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Team India Twoday

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