गोरखपुर में झाड़ियों में मिला नवजात:20 साल की युवती नवजात को फेंक रही थी, ग्रामीणों ने देख बुलाई पुलिस

गोरखपुर के बांसगांव इलाके में इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। रविवार की देर रात एक 20 साल की युवती ने नवजात शिशु को जन्म दिया और सोमवार सुबह सामाजिक बदनामी के डर से उसे गांव की झाड़ियों में फेंक दिया। गांव के एक व्यक्ति ने नवजात शिशु को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। नवजात का इलाज जारी, युवती से पूछताछ मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात को तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) भेजा, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने युवती की पहचान कर ली है और उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अवैध गर्भावस्था में और कौन-कौन लोग शामिल थे। गोरखपुर में दूसरी बार ऐसी घटना बांसगांव की यह घटना गोरखपुर में पहली बार नहीं हुई है। कुछ महीने पहले बक्शीपुर की एक कॉलोनी में भी एक नवजात शिशु को कचरे में फेंक दिया गया था। सफाईकर्मी ने उस बच्चे को कूड़े से उठाकर दूसरी जगह फेंक दिया था। उस मामले में पुलिस ने 17 CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली थी, लेकिन आरोपी का पता नहीं चल पाया। घटनाओं को रोकने के लिए चलाना होगा जागरूकता अभियान यह घटना समाज में महिलाओं और नवजात बच्चों के प्रति हमारी मानसिकता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और महिला कल्याण योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने की आवश्यकता है। बांसगांव की घटना में पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। पूछताछ के आधार पर मामले की परतें खोली जा रही हैं। उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आएगी।

Dec 2, 2024 - 12:30
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गोरखपुर में झाड़ियों में मिला नवजात:20 साल की युवती नवजात को फेंक रही थी, ग्रामीणों ने देख बुलाई पुलिस
गोरखपुर के बांसगांव इलाके में इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। रविवार की देर रात एक 20 साल की युवती ने नवजात शिशु को जन्म दिया और सोमवार सुबह सामाजिक बदनामी के डर से उसे गांव की झाड़ियों में फेंक दिया। गांव के एक व्यक्ति ने नवजात शिशु को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। नवजात का इलाज जारी, युवती से पूछताछ मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात को तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) भेजा, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने युवती की पहचान कर ली है और उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अवैध गर्भावस्था में और कौन-कौन लोग शामिल थे। गोरखपुर में दूसरी बार ऐसी घटना बांसगांव की यह घटना गोरखपुर में पहली बार नहीं हुई है। कुछ महीने पहले बक्शीपुर की एक कॉलोनी में भी एक नवजात शिशु को कचरे में फेंक दिया गया था। सफाईकर्मी ने उस बच्चे को कूड़े से उठाकर दूसरी जगह फेंक दिया था। उस मामले में पुलिस ने 17 CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली थी, लेकिन आरोपी का पता नहीं चल पाया। घटनाओं को रोकने के लिए चलाना होगा जागरूकता अभियान यह घटना समाज में महिलाओं और नवजात बच्चों के प्रति हमारी मानसिकता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और महिला कल्याण योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने की आवश्यकता है। बांसगांव की घटना में पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। पूछताछ के आधार पर मामले की परतें खोली जा रही हैं। उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आएगी।

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